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H-DREAM : एच-ड्रीम दुनिया के उन पहले प्राइवेट क्रेडिट फंडों में से एक है जो पर्यावरण-अनुकूल, सस्ते और मिड इनकम वर्ग के लिए घर बनाने पर जोर देता है. (AI image)
IFC and HDFC Capital Partnership : भारत में ग्रीन अफोर्डेबल हाउसिंग को बढ़ावा देने और रियल एस्टेट डेवलपर्स के लिए सस्टेनेबल फाइनेंसिंग की सुविधा बढ़ाने के लिए इंटरनेशनल फाइनेंस कॉरपोरेशन (IFC) बड़ा कदम उठा रहा है. इसके लिए आईएफसी ने एच-ड्रीम फंड (एचडीएफसी कैपिटल डेवलपमेंट ऑफ रियल एस्टेट अफोर्डेबल एंड मिड इनकम फंड) में 150 मिलियन डॉलर तक की शुरुआती निवेश करने का फैसला किया है.
यह फंड एचडीएफसी कैपिटल एडवाइजर्स लिमिटेड (HDFC Capital) द्वारा संचालित किया जाएगा, जो एचडीएफसी ग्रुप की रियल एस्टेट प्राइवेट इक्विटी शाखा है. एचडीएफसी कैपिटल, जो कि भारत के सबसे बड़े निजी बैंक एचडीएफसी बैंक लिमिटेड की एक सहयोगी कंपनी है, इस फंड का प्रबंधन करेगी. फंड का लक्ष्य कुल 1 बिलियन डॉलर (जिसमें 500 मिलियन डॉलर का मुख्य फंड और 500 मिलियन डॉलर का अतिरिक्त “ग्रीन शू” विकल्प शामिल है) जुटाना है.
किन प्रोजेक्ट्स को फाइनेंस करेगा फंड
यह फंड उन प्रोजेक्ट्स को फाइनेंस करेगा जो किफायती और मिड इनकम वर्ग के लिए घर बनाने को प्राथमिकता देते हैं. साथ ही इन परियोजनाओं द्वारा EDGE (एक्सिलेंस इन डिजाइन फॉर ग्रेटर एफिशिएंसी) ग्रीन बिल्डिंग मानकों का पालन किया जाएगा, ताकि घर अंतरराष्ट्रीय सतत विकास (ग्लोबल सस्टेनेबिलिटी) के अनुसार हों.
H-DREAM के बारे में
एच-ड्रीम दुनिया के उन पहले प्राइवेट क्रेडिट फंडों में से एक है जो पर्यावरण-अनुकूल, सस्ते और मिड इनकम वर्ग के लिए घर बनाने पर जोर देता है. आईएफसी के इस निवेश से फंड को 850 मिलियन डॉलर तक की पूंजी जुटाने में मदद मिलेगी. यह पैसा बड़े-बड़े निवेशकों से आएगा. इस फंड का मकसद कम से कम 25,000 ग्रीन, सस्ते और मिड इनकम वर्ग के लिए घर बनाना है. इससे न सिर्फ लोगों को घर मिलेंगे, बल्कि ये घर पर्यावरण के लिए भी बेहतर होंगे.
भारत के लिए घर एक सामाजिक जरूरत
एचडीएफसी कैपिटल के नॉन-एग्जीक्यूटिव चेयरमैन, दीपक पारेख ने कहा कि एच-ड्रीम फंड फाइनेंस के साथ स्थिरता को जोड़ता है. यह घरों की कमी को दूर करने और मजबूत समुदाय बनाने में बहुत मदद करेगा. आईएफसी एक ऐसे भारत को बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है जो पर्यावरण के अनुकूल हो और समावेशी भी हो.
इमाद एन फखौरी, रीजनल डायरेक्टर, साउथ एशिया, आईएफसी का कहना है कि ग्रीन अफोर्डेबल हाउसिंग दोहरा लाभ देती है. यह सभी के लिए घर की जरूरी मांग को पूरा करता है. वहीं, यह शहरों के विकास में स्थिरता को भी बढ़ावा देता है.
क्वालिटी वाले किफायती घरों के लिए फाइनेंसिंग
HDFC कैपिटल के एमडी और सीईओ विपुल रूंगटा ने कहा कि हमारा फोकस भारत में अच्छी क्वालिटी वाले किफायती और मिड इनकम वर्ग के घरों के निर्माण के लिए शुरुआती चरण की फाइनेंसिंग देने पर है, ताकि सप्लाई से जुड़ी दिक्कतों को दूर किया जा सके.
रोजगार के अवसर
आईएफसी के रीजनल इंडस्ट्री डायरेक्टर फॉर मैन्युफैक्चरिंग, एग्रीबिजनेस एंड सर्विसेज इन एशिया, कार्स्टन मुलर म्यूएलर ने कहा कि एचडीएफसी ग्रुप के साथ हमारी साझेदारी का मकसद भारत की सबसे बड़ी जरूरतों में से एक, यानी अच्छी क्वालिटी वाले और सस्ते घर उपलब्ध कराना है. यह फंड एक समावेशी और सस्टेनेबल हाउसिंग मार्केट को बढ़ावा देगा, जिससे पूरे भारत में रोजगार के अवसर पैदा होंगे.