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IndusInd Bank : बैंक ने लिक्विडिटी मैनेजमेंट और बैलेंस शीट बेहतर बनाने के लिए कॉरपोरेट लोन कम किए, जिससे एडवांस बुक में गिरावट आई. (Reuters)
IndusInd Bank Stock Price : शुरूआती गिरावट के बाद आज इंडसइंड बैंक के शेयरों में जोरदार रिकवरी देखने को मिल रही है. आज यह शेयर 726 रुपये कमजोर होने के बाद 796 रुपये तक मजबूत हुआ है. फिलहाल इसमें 3 फीसदी की तेजी दिख रही है, जबकि बाजार में भारी बिकवाली जारी है. बैंक ने 21 मई को तिमाही नतीजे जारी किए जो कमजोर रहे हैं. वहीं ब्रोकरेज हाउस भी शेयर को लेकर अलर्ट हैं. ब्रोकरेज ने या तो न्यूट्रल रेटिंग दी है या शेयर घटाने की सलाह दी है. कुछ ने होल्ड रेटिंग दी है.
इंडसइंड बैंक को Q4FY25 में 2,329 करोड़ रुपये का नेट लॉस हुआ है, जबकि Q4FY24 में बैंक को 2,349 करोड़ रुपये का नेट प्रॉफिट हुआ था. बैंक का नेट इंटरेस्ट इनकम (NII) 3,048.3 करोड़ रुपये रही. जबकि प्रावधान 2,522.08 करोड़ रुपये का रहा, जो पिछली तिमाही में यह₹1,743.63 करोड़ रुपये था. ग्रॉस एनपीए Q4FY25 में बढ़कर 3.13% रहा, जो Q3FY25 में 2.25% और Q4FY24 में 1.92% था. जबकि नेट एनपीए Q4FY25 में 0.95% हो गया, जो Q3FY25 में 0.68% और Q4FY24 में 0.57% था.
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इंडसइंड बैंक पर मोतीलाल ओसवाल
ब्रोकरेज हाउस मोतीलाल ओसवाल ने इंडसइंड बैंक पर न्यूट्रल रेटिंग दी है और 650 रुपये का टारगेट दिया है. यह करंट प्राइस 770 रुपये की तुलना में 16% कम है. ब्रोकरेज का कहना है कि IIB के FY25 की चौथी तिमाही (4QFY25) में कई खास घटनाएं हुईं, जिनमें कुछ अकाउंटिंग गलतियों का सुधार शामिल था. इसका असर बैंक के रिटर्न ऑन एसेट्स (RoA) पर पड़ा, जो -1.7% रहा. इन समस्याओं का पूरा असर बैंक ने इस तिमाही में मान लिया, जिससे प्रॉफिट बिफोर टैक्स (PBT) पर 46.6 बिलियन रुपये का नकारात्मक प्रभाव पड़ा.
बैंक ने लिक्विडिटी मैनेजमेंट और बैलेंस शीट को बेहतर बनाने के लिए अपने कॉरपोरेट लोन कम कर दिए, जिससे एडवांस बुक में गिरावट आई. डिपॉजिट की ग्रोथ धीमी रही, क्योंकि कॉरपोरेट गवर्नेंस को लेकर चिंताएं बनी हुई थीं. बैंक ने अपनी लिक्विडिटी बनाए रखने के लिए ज्यादा फंड रखा, जिससे यील्ड घटता गया, और हाल में ज्यादा ब्याज दरों पर जारी किए गए सीडी ने फंडिंग कॉस्ट को बढ़ा दिया.
इस स्थिति को देखते हुए, ब्रोकरेज का मानना है कि FY26 के लिए स्थिति कमजोर बनी रहेगी और रिटर्न रेश्यो (जैसे RoA और RoE) कम रहेगा. इसलिए, ब्रोकरेज ने FY26 और FY27 के लिए अपने अर्निंग के अनुमान में 45% की कटौती की है. ब्रोकरेज के अनुसार नए सीईओ की नियुक्ति और बिजनेस रिकवरी की गति आने वाले समय में महत्वपूर्ण होगी.
इंडसइंड बैंक पर नुवामा
ब्रोकरेज हाउस नुवामा ने इंडसइंड बैंक पर रिड्यूस रेटिंग दी है और टारगेट प्राइस घटाकर 600 रुपये कर दिया है. यह करंट प्राइस 770 रुपये की तुलना में 22 फीसदी कम है. ब्रोकरेज का कहना है कि इंडसइंड बैंक ने Q4FY25 में ऑपरेटिंग और नेट लॉस रिपोर्ट किया, जिसमें एक बार के खर्च (वन-ऑफ्स) पहले बताई गई राशि से ज्यादा थे. गलत अकाउंटिंग की वजह से हर प्रमुख सेगमेंट यानी NII (नेट इंटरेस्ट इनकम), फीस, ऑपरेटिंग खर्च (ओपेक्स), क्रेडिट लागत और NPLs (नॉन-परफॉर्मिंग लोन) में वन-ऑफ्स देखने को मिले.
मैनेजमेंट ने बताया कि इन वन-ऑफ्स को हटाने के बाद 5 बिलियन रुपये का ऑपरेटिंग लॉस, PPOP (प्री-प्रोविजन ऑपरेटिंग प्रॉफिट) में बदलकर 30.6 बिलियन रुपये हो सकता था (जो पिछली तिमाही के INR36 बिलियन से कम है). हालांकि, ब्रोकरेज के अनुसार कॉल और डिस्क्लोजर्स में दी गई जानकारी के आधार पर एडजस्टेड और रिपोर्टेड PPOP और फीस के आंकड़ों पर क्लेरिटी नहीं हो पाई, जबकि NII के आंकड़े मेल खाते हैं.
FY26 के लिए स्थिति स्पष्ट नहीं है क्योंकि FY25 में बार-बार हुई गड़बड़ियों की जानकारी के बाद रिटेल डिपॉजिट का क्या होगा, यह अनिश्चित है. हाई लिक्विडिटी बनाए रखने की आवश्यकता से NIM (नेट इंटरेस्ट मार्जिन) पर नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा.
(Disclaimer: स्टॉक में सलाह ब्रोकरेज हाउस के द्वारा दिए गए हैं. यह फाइनेंशियल एक्सप्रेस के निजी विचार नहीं है. बाजार में जोखिम होते हैं, इसलिए निवेश के पहले एक्सपर्ट की राय लें.)