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Laxmi Dental IPO: निवेश के लिए 15 जनवरी 2025 तक खुला रहेगा लक्ष्मी डेंटल का आईपीओ. Photograph: (Freepik)
Laxmi Dental IPO day 1 subscription status: डेंटल प्रोडक्ट कंपनी लक्ष्मी डेंटल के आईपीओ को निवेशकों की ओर से जबरदस्त रिस्पांस मिल रहा है. बीएसई इंडिया की आधिकारिक वेबसाइट के मुताबिक लक्ष्मी डेंटल का आईपीओ पहले दिन शाम 5 बजे तक 5.30 गुना यानी 530 फीसदी सब्सक्राइब हुआ. ऑर्बिमेड समर्थित कंपनी लक्ष्मी डेंटल का आईपीओ साइज 698 करोड़ रुपये का है. इसमें फंड जुटाने के लिए फ्रेश इश्यू और ऑफर फॉर सेल (OFS) दोनों के जरिए शेयर बेचे जा रहे है.
मेनबोर्ड आईपीओ में कंपनी फ्रेश इश्यू के जरिए 138 करोड़ रुपये के 32.24 लाख इक्विटी शेयर और ऑफर फॉर सेल (OFS) के जरिए 560.06 करोड़ के 1.30 करोड़ शेयर बेच रही है. कंपनी ने इसके लिए प्राइस बैंड 407 से 428 रुपये प्रति शेयर रखा है. सब्सक्रिशन खुलने के दिन ग्रे मार्केट में आईपीओ का जीएमपी 39 फीसदी पहुंच गया है. सब्सक्रिप्शन स्टेटस, जीएमपी समेत तमाम जरूरी डिटेल यहां चेक कर सकते हैं.
Laxmi Dental IPO GMP
लक्ष्मी डेटल के आईपीओ को लेकर ग्रे मार्केट में क्रेज अच्छी दिख रही है. ग्रे मार्केट में कंपनी का अनलिस्टेड स्टॉक 165 रुपये के प्रीमियम पर ट्रेड कर रहा है, जो अपर प्राइस बैंड 428 रुपये के लिहाज से सब्सक्रिप्शन खुलने के पहले दिन 39 फीसदी प्रीमियम है. मौजूदा जीएमपी के संकेत देखें तो यह स्टॉक 428 रुपये आईपीओ की तुलना में 600 रुपये के आसपास लिस्ट हो सकता है.
Laxmi Dental IPO Subscription
स्टॉक एक्सचेंज BSE के मुताबिक लक्ष्मी डेंटल का आईपीओ पहले दिन शाम 5 बजे तक 5.30 गुना यानी 530 फीसदी सब्सक्राइब हुआ है. आईपीओ में 10 फीसदी हिस्सा रिटेल निवेशकों के लिए रिजर्व है और यह पहले दिन अबतक सबसे अधिक 12.48 गुना या 1248 फीसदी भर चुका है. वहीं नॉन इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (NII) के लिए आईपीओ में 15 फीसदी हिस्सा रिजर्व है और यह अबतक 10.87 गुना या 1087 फीसदी भरा है. जबकि क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) के लिए इसमें 75 फीसदी हिस्सा रिजर्व है. यह अबतक 0.13 गुना यानी 13 फीसदी ही भर सका है.
Laxmi Dental :आईपीओ के बारे में
लक्ष्मी डेंटल के आईपीओ का साइज 698 करोड़ रुपये है. कंपनी ने आईपीओ में नए शेयरों की बिक्री का आकार 150 करोड़ रुपये से घटाकर 138 करोड़ रुपये कर दिया है और बिक्री पेशकश (OFS) का साइज 1.28 करोड़ इक्विटी शेयरों से बढ़ाकर लगभग 1.31 करोड़ शेयर कर दिया है. आईपीओ में रिटेल इन्वेस्टर्स के लिए इश्यू का 10 फीसदी हिस्सा रिजर्व रखा गया है. वहीं, QIB कैटेगरी के लिए 75 फीसदी, जबकि NII के लिए 15 फीसदी हिस्सा रिजर्व है.
कब तक खुला रहेगा आईपीओ
लक्ष्मी डेंटल का आईपीओ निवेश के लिए 15 जनवरी 2025 तक खुला रहेगा. इस आईपीओ में शेयर अलॉटमेंट 16 जनवरी, 2025 को होगा, जबकि रिफंड और डीमैट अकाउंट में क्रेडिट 17 जनवरी, 2025 को होगा. बीएसई आरैर एनएसई पर 20 जनवरी, 2025 को कंपनी के शेयर लिस्ट होंगे.
आईपीओ में मिनिमम और मैक्सिमम निवेश
आईपीओ में लॉट साइज 33 शेयरों का है. रिटेल निवेशक मिनिमम एक लॉट यानी 33 शेयरों के लिए बिडिंग कर सकते हैं. अगर आप IPO के अपर प्राइज बैंड 428 के हिसाब से 1 लॉट के लिए आवेदन करते हैं, तो इसके लिए मिनिमम 14,124 रुपये निवेश करने होंगे. अधिकतम 14 लॉट यानी 462 शेयर के लिए रिटेल निवेशक आवेदन कर सकते हैं. इसके लिए निवेशकों को 1,97,736 रुपये निवेश करने होंगे.
Laxmi Dental IPO : कहां होगा फंड का इस्तेमाल
सेबी के पास जमा डॉक्यूमेंट के मुताबिक, फ्रेश इश्यू से जुटाई गई रकम का इस्तेमाल लोन चुकाने, कैपिटल एक्सपेंडिचर जरूरतों की फंडिंग, इसकी सब्सिडियरी Bizdent Devices Pvt Ltd में निवेश और जनरल कॉरपोरेट उद्देश्यों पर किया जाएगा. नुवामा वेल्थ मैनेजमेंट, मोतीलाल ओसवाल इन्वेस्टमेंट एडवाइजर्स, एसबीआई कैपिटल मार्केट्स लक्ष्मी डेंटल आईपीओ के बुक रनिंग लीड मैनेजर्स हैं और MUFG Intime India Pvt Ltd इसके रजिस्ट्रार हैं.
Laxmi Dental :क्या करती है कंपनी
लक्ष्मी डेंटल एक एंटिग्रेटेड डेंटल प्रोडक्ट्स कंपनी है, जिसकी शुरूआत जुलाई 2004 में हुई थी. कंपनी डेंटल प्रोडक्ट के डिजाइन और मैन्युफैक्चरिंग से लेकर डिस्ट्रीब्यूशन तक सबकुछ प्रोवाइड कराती है. कंपनी कस्टम क्राउन और ब्रिज, क्लियर अलाइनर्स, थर्मोफॉर्मिंग शीट्स और पीडियाट्रिक डेंटल जैसे प्रोडक्ट्स बनाती है.
कंपनी के कैसे हैं फाइनेंशियल
कंपनी के फाइनेंशियल की बात करें तो वित्त वर्ष 2023 में कंपनी का रेवेन्यू और खर्च 163.84 करोड़ रुपये और 167.76 करोड़ रुपये रहा. कंपनी को इस दौरान 4.16 करोड़ रुपये का घाटा हुआ. जबकि वित्त वर्ष 2024 में कंपनी का रेवेन्यू और खर्च 195.26 करोड़ रुपये और 186.66 करोड़ रुपये रह, इस दौरान कंपनी को 25.23 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ है. वित्त वर्ष 2025 में सिंतबर के अंत तक यानी 6 महीनों में कंपनी का मुनाफा 22.74 करोड़ रुपये रहा है. इस दौरान रेवेन्यू और खर्च 117.99 करोड़ रुपये और 103.41 करोड़ रुपये रहा है.
(Disclaimer: स्टॉक में निवेश की सलाह ब्रोकरेज हाउस के द्वारा दी गई है. यह फाइनेंशियल एक्सप्रेस के निजी विचार नहीं हैं. बाजार में जोखिम होते हैं, इसलिए निवेश के पहले एक्सपर्ट की राय लें.)