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Lenskart IPO Valuation : ब्रोकरेज का कहना है कि 402 रुपये के भाव पर वैल्यूएशन ऊंचा है और बिग लिस्टिंग गेंस की संभावना कम है. (Image: Insta)
Lenskart IPO, Worth the Hype? : आईवियर ब्रांड लेंसकार्ट (Lenskart) का आईपीओ आज यानी 31 अक्टूबर 2025 को रिटेल निवेशकों के लिए खुल गया है. आईपीओ 4 नवंबर तक पब्लिक सब्सक्रिप्शन के लिए खुला रहेगा. खुला रहेगा. 10 नवंबर को कंपनी की स्टॉक मार्केट में लिस्टिंग हो सकती है. आईपीओ का साइज 7,278 करोड़ रुपये है. जबकि प्राइस बैंड 382-402 रुपये प्रति शेयर है. एक्सपर्ट ने इसके वैल्युएशन पर चिंता जताई है. उनका कहना है कि लिस्टिंग गेंस बेहतर रहने की उम्मीद कम है, लेकिन ज्यादातर ने इसे लंबी अवधि के लिए बेहतर विकल्प बताया है और सब्सक्राइब करने की सलाह दी है.
कंपनी फ्रेश शेयर के जरिए 2,150 करोड़ रुपये जुटाना चाहती है, जबकि बाकी हिस्सा ओएफएस (ऑफर फॉर सेल) का रहेगा, जिसमें प्रमोटर और निवेशक अपनी कुछ हिस्सेदारी बेचेंगे. ओएफएस में पियूष बंसल, नेहा बंसल, अमित चौधरी, सुमीत कापाही के साथ-साथ कई बड़े विदेशी निवेशक जैसे SoftBank (SVF II Lightbulb), Schroders Capital, Kedaara Capital, Alpha Wave Ventures भी हिस्सेदारी घटाएंगे.
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IPO का वैल्युएशन चिंता की वजह
SBI Securities के हेड ऑफ फंडामेंटल रिसर्च, सनी अग्रवाल का कहना है कि वैल्युएशन के हिसाब से देखें तो, प्राइस बैंड के अपर लेवल पर कंपनी का मार्केट कैप लगभग 70,000 करोड़ रुपये होगा. 10 गुना EV/Sales मल्टीपल पर यह वैल्यूएशन मिड टर्म के नजरिए से थोड़ा महंगा माना जा सकता है.
इसमें कोई शक नहीं कि कंपनी का बिजनेस मॉडल काफी मजबूत है और उसने जमीन पर अच्छा प्रदर्शन किया है. हालांकि, वर्तमान कीमत पर निवेश उन लोगों के लिए बेहतर रहेगा जो लॉन्ग टर्म नजरिए से रिटेल आईवियर और मैन्युफैक्चरिंग-टू-कंज्यूमर प्लेटफॉर्म में निवेश करना चाहते हैं. आगे चलकर देखने वाली मुख्य बात यह होगी कि कंपनी अपने मुनाफे को इंटरनेशनल पियर्स के स्तर तक कितनी अच्छी तरह बढ़ा पाती है.
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Reliance Securities : सब्सक्राइब करें
रिलायंस सिक्योरिटीज का कहना है कि लेंसकार्ट अब सिर्फ एक तेजी से बढ़ने वाली ऑनलाइन (D2C) कंपनी नहीं रह गई, बल्कि वह एक बड़ी और फायदे कमाने वाली कंपनी बन रही है, जो ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीकों से चश्मे बेचती है.
भारत में चश्मों का बाजार अभी बहुत बड़ा है लेकिन पूरी तरह इस्तेमाल नहीं हुआ है. लेंसकार्ट की सप्लाई चेन, डिजाइन क्षमता और टेक्नोलॉजी बहुत मजबूत है, जिसे दूसरे खिलाड़ी आसानी से कॉपी नहीं कर सकते.
Choice Institutional Equities : लॉन्ग टर्म के लिए सब्सक्राइब
ब्रोकरेज के अनुसार कंपनी का वैल्युएशन बहुत ज्यादा है और मुनाफे में अभी भी जोखिम है. यह IPO उन लोगों के लिए ठीक है, जो थोड़ा जोखिम उठा सकते हैं और लंबे समय के लिए निवेश करना चाहते हैं. कंपनी की बिक्री बढ़ रही है, लेकिन मुनाफा कमजोर है. लेंसकार्ट का प्रिस्क्रिप्शन चश्मे के बाजार में 4–6% हिस्सा है, इस बाजार का बड़ा हिस्सा अभी अनऑर्गनाइज्ड लोकल दुकानों के पास है.
निर्मल बंग : सब्सक्राइब
ब्रोकरेज फर्म के अनुसार कंपनी इनोवेशन, तकनीक और रणनीतिक विस्तार के जरिए तेजी से बढ़ रही है और दुनिया भर में मौजूदगी बढ़ा रही है. लेंसकार्ट नए प्रोडक्ट्स लाकर, नए बाजारों में प्रवेश करके, कंपनियां खरीदकर और बाजार में अपना हिस्सा बढ़ाकर इंडस्ट्री से तेज़ गति से बढ़ रहा है.
FY25 के आधार पर P/E 235x और EV/EBITDA 68x है, जो पहली नजर में महंगा लगता है, लेकिन जब इसे Metro और Trent जैसे रिटेलर्स से तुलना करते हैं तो वैल्युएशन ठीक लगता है.
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ग्रे मार्केट में प्रीमियम
लेंसकार्ट के आईपीओ (Lenskart Solutions IPO) को लेकर ग्रे मार्केट में क्रेज दिख रहा है. ग्रे मार्केट में कंपनी का अनलिस्टेड स्टॉक 64 रुपये के प्रीमियम पर ट्रेड कर रहा है. यह अपर प्राइस बैंड 402 रुपये के लिहाज से 16% प्रीमियम (GMP) है. यही ट्रेंड रहा तो कंपनी का स्टॉक 402 रुपये इश्यू प्राइस की तुलना में 466 रुपये पर लिस्ट हो सकता है.
Lenskart IPO : किसके लिए कितना रिजर्व
कंपनी के आईपीओ में 75% हिस्सा बड़े संस्थागत निवेशकों (QIBs) के लिए, 15% नॉन-इंस्टीट्यूशनल निवेशकों (HNIs) के लिए और 10% रिटेल निवेशकों के लिए रिजर्व है. कंपनी इस आईपीओ से जुटाई गई रकम का इस्तेमाल नए स्टोर खोलने, टेक्नोलॉजी और क्लाउड इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने, ब्रांड प्रमोशन और मार्केटिंग पर खर्च करने और संभावित एक्विजिशंस के लिए करेगी.
(Disclaimer: आईपीओ को लेकर सलाह एक्सपर्ट या ब्रोकरेज हाउस के द्वारा दिए गए हैं. यह फाइनेंशियल एक्सप्रेस के निजी विचार नहीं है. बाजार में जोखिम होते हैं, इसलिए निवेश के पहले एक्सपर्ट की राय लें.)
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