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Zomato vs Swiggy : क्विक कॉमर्स में अब प्रतिस्पर्धा कम होने के संकेत दिख रहे हैं. नए खिलाड़ी मार्केट शेयर पर ज्यादा असर डालने में नाकाम रहे हैं. (AI Generated)
Swiggy or Zomato Stock? : फूड डिलीवरी सेक्टर में दोनों प्रमुख कंपनियां जोमैटो (Eternal) और स्विगी (Swiggy) के स्टॉक निवेशकों को आगे बेहतर रिटर्न दे सकते हैं. ब्रोकरेज हाउस मोतीलाल ओसवाल ने स्विगी की रेटिंग अपग्रेड कर BUY कर दी है तो जोमैटो पर BUY रेटिंग बनाए रखा है. ब्रोकरेज का कहना है कि पिछली कुछ तिमाही में फूड डिलीवरी की ग्रोथ धीमी रही, क्योंकि ग्राहक खर्च करने में हिचक रहे थे और आर्थिक दबाव थे. लेकिन अब लगता है कि यह ट्रेंड पलट रहा है. GST सुधारों की वजह से उपभोक्ताओं के पास ज्यादा डिस्पोजेबल इनकम बचेगी. जैसे-जैसे कंज्यूमर कॉन्फिडेंस लौटेगा, बाहर खाना और घर पर ऑर्डर दोनों तेजी से बढ़ेंगे. इससे प्लेटफॉर्म पर ऑर्डर की संख्या और फ्रीक्वेंसी दोनों बढ़ेंगी.
सेक्टर में घट रही हैं चुनौतियां
मोतीलाल ओसवाल का कहना है कि फूड डिलीवरी (FD) और क्विक कॉमर्स (QC) इंडस्ट्री को पिछले कुछ महीनों में कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा है. फूड डिलीवरी की ग्रोथ धीमी रही क्योंकि खपत (consumption) कमजोर थी और अर्थव्यवस्था पर दबाव था. FD GOV ग्रोथ FY23-24 में 19 से 20% थी, लेकिन FY25 में Swiggy और Zomato दोनों के लिए घटकर 18% हो गई.
क्विक कॉमर्स की प्रॉफिटेबिलिटी पर भी असर पड़ा क्योंकि प्रतिस्पर्धा बहुत बढ़ गई है, तेजी से नए डार्क स्टोर खोले गए, और नए ग्राहकों को जोड़ने की लागत (कस्टमर एक्यूजीशन कास्ट) बहुत ज्यादा हो गई. अब माना जा रहा है कि यह साइकिल बदल रहा है और स्थिति बेहतर हो सकती है. वहीं, इंस्टामार्ट और ब्लिंकिट की प्रॉफिटेबिलिटी जल्दी आने का अनुमान लगाया गया है क्योंकि प्रतिस्पर्धा अब कम हो रही है. डार्क स्टोर विस्तार की रफ्तार घट रही है, साथ ही ग्राहक जोड़ने की लागत कम हो रही है. आने वाली कुछ तिमाही में कॉन्ट्रिब्यूशन मार्जिन में अच्छी रिकवरी दिखने की उम्मीद है.
फूड डिलीवरी का भविष्य
ब्रोकरेज हाउस का कहना है कि अब तक ग्रोथ सिर्फ 17–18% पर अटकी हुई थी. अगले 2 से 4 तिमाहियों में यह ग्रोथ 20% से ज्यादा हो सकती है. आने वाला त्योहारी सीजन, और हाल ही में हुए GST रिफॉर्म इसके लिए प्रमुख वजह होंगे.
क्विक कॉमर्स का भविष्य
क्विक कॉमर्स में अब प्रतिस्पर्धा कम होने के संकेत दिख रहे हैं. नए खिलाड़ी मार्केट शेयर पर ज्यादा असर डालने में नाकाम रहे हैं. ज्यादातर कंपनियां अब डार्क स्टोर विस्तार की रफ्तार कम कर सकती हैं (जो FY25 की चौथी तिमाही में पीक पर थी). टॉप-3 प्लेयर्स का फोकस अब खर्च कम करने पर है, जिससे डिस्काउंट कम होंगे और CAC (ग्राहक जोड़ने की लागत) घटेगी.
GST सुधार से नॉन-मेट्रो शहरों (छोटे शहरों) में क्विक कॉमर्स अपनाने की रफ्तार बढ़ सकती है. अब हालात बेहतर हो रहे हैं और इंडस्ट्री के लिए सकारात्मक माहौल बन गया है.
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किस शेयर के लिए कितना टारगेट प्राइस
ब्रोकरेज हाउस ने Zomato और Swiggy की फूड डिलीवरी ग्रोथ का अनुमान FY26-FY27 के लिए बढ़ाकर 21 से 23% कर दिया है, जो पहले 19 से 20% रखा था. ब्रोकरेज ने फूड डिलीवरी बिजनेस का वैल्यूएशन 35x FY27E एडजस्टेड EBITDA पर माना है, जो पहले 27x था. क्विक कॉमर्स के लिए भी इंस्टामार्ट और ब्लिंकिट की प्रॉफिटेबिलिटी जल्दी हासिल होने का अनुमान लगाया गया है. इन बदलावों की वजह से Swiggy और Zomato दोनों के टारगेट प्राइस बढ़ा दिए हैं.
Swiggy
रेटिंग : BUY
टारगेट प्राइस : 560 रुपये
करंट प्राइस : 439 रुपये
रिटर्न अनुमान : 28%
Eternal
रेटिंग : BUY
टारगेट प्राइस : 420 रुपये
करंट प्राइस : 329 रुपये
रिटर्न अनुमान : 25%
(Disclaimer: स्टॉक्स में निवेश की सलाह ब्रोकरेज हाउस के द्वारा दिए गए हैं. यह फाइनेंशियल एक्सप्रेस के निजी विचार नहीं है. बाजार में जोखिम होते हैं, इसलिए निवेश के पहले एक्सपर्ट की राय लें.)