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Best Stocks : मजबूत फंडामेंटल के चलते कुछ शेयर अगले 12 महीनों में अच्छी रैली दिखाने को तैयार हैं. (Image : Freepik)
Top 5 Picks for Portfolio : अगर आप अपने पोर्टफोलियो के लिए मजबूत फंडामेंटल वाले कुछ स्टॉक की तलाश में हैं तो ध्यान दें. अपनी अलग अलग रिपोर्ट में ब्रोकरेज हाउस मोतीलाल ओसवाल (Motilal Oswal) ने कुछ शेयरों पर खरीदारी की सलाह देते हुए हाई रिटर्न की उम्मीद जताई है. भविष्य में बेहतर ग्रोथ की उम्मीदों को देखते हुए ब्रोकरेज हाउस ने इन शेयरों में 27 से 48 फीसदी के हाई रिटर्न की उम्मीद जताई है. आप भी बेहतर रिटर्न हासिल करने के लिए इन 5 शेयरों पर नजर रख सकते हैं.
Coforge
ब्रोकरेज हाउस मोतीलाल ओसवाल ने स्टॉक पर 2,240 रुपये के टारगेट के साथ निवेश की सलाह दी है. यह करंट प्राइस 1,765 रुपये से करीब 27 फीसदी अधिक है. ब्रोकरेज का कहना है कि कंपनी का मजबूत ऑर्डर बुक और अलग-अलग सेक्टरों में ग्राहकों का खर्च स्थिर रहना, इसके बिजनेस के लिए अच्छा संकेत है. Cigniti के साथ क्रॉस-सेलिंग के मौके कंपनी के लिए फायदे का सौदा हैं. कंपनी बड़े डील्स पर लगातार फोकस कर रही है. मैनेजमेंट का लक्ष्य FY26 में कम से कम 20 डील्स (20 मिलियन डॉलर से बड़ी) साइन करने का है (अभी तक 5 हो चुकी हैं).
Sabre डील कंपनी के लिए एक मील का पत्थर रही, क्योंकि इसने ट्रैवल सेक्टर में नए अवसर खोले हैं. इसके अलावा, कोफोर्ज़ अब इस रिश्ते का फायदा उठाकर दुनिया भर में नई एयरलाइन कंपनियों तक पहुंच बना रहा है. ट्रैवल सेक्टर का योगदान अब कंपनी की कुल आय का 23% हो गया है और यह कोफोर्ज़ के लिए खास ग्रोथ इंजन बना हुआ है.
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Adani Ports & SEZ
ब्रोकरेज हाउस मोतीलाल ओसवाल ने स्टॉक पर 1,700 रुपये के टारगेट के साथ निवेश की सलाह दी है. यह करंट प्राइस 1,335 रुपये से करीब 27 फीसदी अधिक है. ब्रोकरेज का कहना है कि कंपनी के पास मजबूत कैश फ्लो, 169 बिलियन रुपये का कैश बैलेंस और 1.8x का नेट डेट-टू-EBITDA रेश्यो है. इससे कंपनी के पास आगे विस्तार करने की अच्छी स्थिति है. बड़े बंदरगाहों पर क्षमता बढ़ाना, इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स और विदेशों में पोर्ट खरीदने से FY26 और आगे भी अच्छी ग्रोथ की संभावना है.
कंपनी के पास अलग-अलग तरह के कार्गो हैं और चल रहे इंफ्रास्ट्रक्चर निवेश से FY26 में 505–515 MMT कार्गो हैंडलिंग का लक्ष्य हासिल करने में मदद मिलेगी. उम्मीद है कि FY25–27 के बीच कार्गो वॉल्यूम में 10% की ग्रोथ होगी. इसी से FY25–27 में कंपनी की आय, EBITDA और PAT 16%, 16%, 21% CAGR से बढ़ सकती है.
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Phoenix Mills
ब्रोकरेज हाउस मोतीलाल ओसवाल ने Phoenix Mills के स्टॉक पर 2,044 रुपये के टारगेट प्राइस के साथ निवेश की सलाह दी है. यह सोमवार की क्लोजिंग प्राइस 1,517 रुपये से 35 फीसदी अधिक है. ब्रोकरेज का कहना है कि कंपनी के नए मॉल्स अच्छी तरह बढ़ रहे हैं. वहीं, पुराने मॉल्स में ज्यादा ग्राहक आकर्षित करने के लिए कंपनी कुछ कदम उठा रही है. इन उपायों और दुकानों के बढ़ते उपयोग से कंजम्पशन अच्छा बना रहेगा.
कंपनी ने आइसलैंड स्टार माल डेवलपर्स (ISMDPL) में बची हुई 49% हिस्सेदारी खरीद ली है।. इससे उसके पास और मज़बूत रिटेल प्रॉपर्टीज़ जुड़ेंगी और लंबे समय में अच्छा लाभ मिलेगा. यह सौदा पहले साल से ही कमाई में इज़ाफा करेगा. जैसे-जैसे किराये की आमदनी स्थिर होगी और 2.71 मिलियन स्क्वायर फीट नई जमीन (FSI) का विकास होगा, कंपनी को और फायदा होगा.
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Petronet LNG
ब्रोकरेज हाउस मोतीलाल ओसवाल ने पेट्रोनेट एलएनजी के स्टॉक पर 410 रुपये के टारगेट प्राइस (TP) के साथ ‘BUY’ रेटिंग दी है और यह करंट प्राइस 277 रुपये की तुलना में 48 फीसदी ​अधिक है. ब्रोकरेज का कहना है कि भारत के LNG इंपोर्ट में PLNG की मार्केट शेयर FY15 में 78% से घटकर FY25 में 69% रह गया है. लेकिन नई दहेज क्षमता शुरू होने से यह फिर बढ़ सकता है. अगर FY25-30 के बीच भारत की नेचुरल गैस खपत 4.5% CAGR से बढ़ती है और घरेलू उत्पादन 2% CAGR से, तो LNG इंपोर्ट में 6% CAGR की मजबूत ग्रोथ जरूरी होगी, जिसका फायदा PLNG की नई क्षमता को मिलेगा.
कंपनी का मजबूत इंफ्रास्ट्रक्चर, कम लागत वाले रीगैस टैरिफ (कम अतिरिक्त निवेश की वजह से), और प्रतिस्पर्धी टर्मिनलों की परिचालन/इंफ्रा समस्याएं इसके डॉमिनेंस को जारी रखेंगी. मजबूत इंफ्रास्ट्रक्चर और कास्ट एडवांटेज कंपनी की पकड़ बनी रहेगी.
Suzlon Energy
ब्रोकरेज हाउस मोतीलाल ओसवाल ने इस शेयर में 80 रुपये के टारगेट प्राइस के साथ निवेश की सलाह दी है. यह करंट प्राइस 58 रुपये की तुलना में 38 फीसदी ज्यादा है. ब्रोकरेज का कहना है कि केंद्र सरकार भारत को वैश्विक विंड एक्सपोर्ट हब बनाना चाहती है और ऊर्जा सुरक्षा को मजबूत करना चाहती है. वहीं, आने वाले सालों में विंड सेक्टर के अहम पुर्जों और कच्चे माल पर लोकलाइजेशन लागू कर सकती है. ऐसे कदम से भारत में मैन्युफैक्चरिंग निवेश बढ़ेगा, सप्लाई चेन मजबूत होगी और सुजलॉन एनर्जी जैसी भारतीय कंपनियों को बड़ा फायदा मिलेगा.
ब्रोकरेज के अनुसार कंपनी मैनेजमेंट को भरोसा है कि आने वाले सालों में कंपनी के पास कम से कम 5 GW का ऑर्डर बैकलॉग बना रहेगा और नए ऑर्डर की स्थिति मजबूत रहेगी. अभी EPC (इंजीनियरिंग, प्रॉक्योरमेंट एंड कंस्ट्रक्शन) का हिस्सा कुल ऑर्डर बुक में 22% है. कंपनी का लक्ष्य है कि FY28 तक इसे 50% तक बढ़ाया जाए.
(Disclaimer: स्टॉक्स में निवेश की सलाह ब्रोकरेज हाउस के द्वारा दिए गए हैं. यह फाइनेंशियल एक्सप्रेस के निजी विचार नहीं है. बाजार में जोखिम होते हैं, इसलिए निवेश के पहले एक्सपर्ट की राय लें.)