/financial-express-hindi/media/media_files/2025/04/25/11gZmd3M16t3stMSQXo9.jpg)
PSU Sector Investment : कई PSU सेक्टर ने मुनाफे में तेज बदलाव दर्ज किया और अप्रत्याशित रूप से शेयरधारकों के लिए वैल्यू क्रिएट किया. Photograph: (Image : Pixabay)
Top 5 PSU Stocks : पीएसयू सेक्टर को लेकर ब्रोकरेज हाउस मोतीलाल ओसवाल बुलिश है. ब्रोकरेज के अनुसार PSU कंपनियों ने कोविड-19 के बाद कैपिटल मार्केट में मजबूत स्टोरी लिखी है. कई PSU सेक्टर ने मुनाफे में तेज बदलाव दर्ज किया और अप्रत्याशित रूप से शेयरधारकों के लिए वैल्यू क्रिएट किया. FY20-25 के दौरान PSUs ने 36% की PAT CAGR हासिल की, जिससे BSE PSU इंडेक्स ने 32% की CAGR दर्ज की और कुल मुनाफे में PSUs का हिस्सा बढ़कर 38% हो गया.
हालांकि FY25 में कुछ साइक्लिक सुस्ती दिखी, लेकिन कई PSUs के लिए लंबे समय तक प्रॉफिटेबल प्रदर्शन जारी रखने के लिए एक सहायक वातावरण अभी भी मजबूत है. इसलिए ऐसे PSU जो पॉलिसी/डिमांड टेलविंड या स्ट्रक्चरल ग्रोथ की क्षमता वाले सेक्टर में हैं, उन्हें लंबे समय के निवेश पोर्टफोलियो में महत्वपूर्ण स्थान मिलना चाहिए.
PSUs : ब्रोकरेज के टॉप 5 पिक्स
एसबीआई (SBI)
हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स (HAL)
भारत इलेक्ट्रॉनिक्स (BEL)
पावरग्रिड (Powergrid)
कोल इंडिया (Coal India)
अर्निंग ग्रोथ जारी, लेकिन स्पीड कुछ कम
ब्रोकरेज के अनुसार लिस्टेड कंपनियों ने FY20-25 के दौरान लगभग 30% की CAGR दर्ज की, जिसमें PSUs ने 36% की अधिक मजबूत CAGR दिखाई. हालांकि, कोविड के बाद शानदार उछाल के बाद, FY25 में PSU की कमाई की ग्रोथ धीमी हो गई. इसका मुख्य कारण FY24 में 43% की सालाना ग्रोथ और ओएंडजी सेक्टर की कमाई में गिरावट है. FY25 में कुल PSU मुनाफा सालाना आधार पर 2% घटा, लेकिन अगर ओएंडजी क्षेत्र को हटा दिया जाए, तो PSU की कमाई 16% बढ़ी, जो FY24 में 23% की ग्रोथ के बाद भी मजबूत रही.
वैल्युएशन उच्च स्तर से थोड़ा घटा
पिछले साल में, BSE PSU इंडेक्स का मार्केट कैपिटलाइजेशन जुलाई 2024 में 74 लाख करोड़ रुपये के आल टाइम हाई पर पहुंच गया था. इसके बाद फरवरी 2025 में यह 31% घटकर 51 लाख करोड़ रुपये हो गया, लेकिन जून 2025 में यह फिर से 25% बढ़कर 64 लाख करोड़ रुपये हो गया. अभी इंडेक्स का मार्केट कैप आलटाइम हाई से 14% कम है और CY25 (कैलेंडर वर्ष 2025) में अब तक 5% बढ़ा है. बाजार में करेक्शन के कारण, BSE PSU इंडेक्स का P/E रेश्यो जून 2025 में 11.7x पर आ गया, जो जुलाई 2024 में 13.8x था, लेकिन फरवरी 2025 में 9.8x से बढ़ा है.
PSUs बनाम प्राइवेट सेक्टर
FY20-25 के दौरान PSUs ने 36% की CAGR दर्ज की, जो निजी क्षेत्र की 26% CAGR को पीछे छोड़ती है. हालांकि, FY25 में O&G क्षेत्र में मंदी के कारण PSUs की कमाई सालाना आधार पर 2% कम हुई, जबकि FY24 में इसमें 43% की तेज ग्रोथ दर्ज की गई थी. FY25 में कमाई में ग्रोथ BFSI (+22% YoY) विशेष रूप से PSU बैंकों (+26%) से हुई, जबकि O&G (-44%) ने प्रदर्शन को प्रभावित किया.
मुनाफे में PSUs की हिस्सेदारी बढ़ी
FY25 में कुल मुनाफे में PSUs की हिस्सेदारी 850 बेसिस प्वॉइंट बढ़कर 37.5% हो गई, जो FY20 से लगातार बढ़ रही है. पिछले 5 साल में घाटे वाली PSUs की संख्या लगातार घट रही है. FY25 में घाटा लगभग स्थिर रहा, और घाटा देने वाली कंपनियों का कुल लाभ में योगदान FY18 में 45% से घटकर FY25 में मात्र 1% रह गया.
FY25: उतार-चढ़ाव भरा साल
FY24 में शानदार 92% सालाना ग्रोथ के बाद, FY25 में PSU इंडेक्स स्थिर रहा. हालांकि, FY25 में भारी अस्थिरता देखी गई. मार्च 2024 से जुलाई 2024 के बीच इंडेक्स में 25% की ग्रोथ हुई, लेकिन फरवरी 2025 तक यह 30% गिर गया. इसके बाद यह अपने निचले स्तर से 23% बढ़ा. हालांकि सुधार मजबूत था, फिर भी FY25 में PSU इंडेक्स ने बेंचमार्क की तुलना में थोड़ा कम प्रदर्शन किया (-1% बनाम +5%) और CY25YTD में (+4% बनाम +6%).
जून 2015 से जून 2025 के बीच BSE PSU इंडेक्स ने 32% CAGR दर्ज की, जो Nifty 50 के 19% CAGR से बेहतर है. विशेष रूप से, भारतीय PSUs का मार्केट कैप, जो FY15 में 18.8% से गिरकर FY22 में 10.1% हो गया था, अब सुधार के बाद 15.3% पर पहुंच गया है.
(Disclaimer: स्टॉक पर सलाह ब्रोकरेज हाउस के द्वारा दी गई है. यह फाइनेंशियल एक्सप्रेस के निजी विचार भी नहीं हैं. बाजार में जोखिम होते हैं, इसलिए निवेश के पहले एक्सपर्ट की राय लें.)