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Budget 2025 News : बाजार में लगातार गिरावट, कमजोर हुई कंजम्पशन स्टोरी और सुस्त गवर्नमेंट कैपेक्स को देखते हुए इस बजट में कुछ बड़े एलान हो सकते हैं. ((File- FE))
Budget 2025 : 1 फरवरी 2025 को एनडीए सरकार की नई ईनिंग का पहला फुल ईयर बजट पेया किया जाने वाला है. बजट से निवेशकों को काफी उम्मीदें हैं. ब्रोकरेज हाउस मोतीलाल ओसवाल का कहना है कि अभी बाजार कंसोलिडेशन फेज में है और इसी सेंटीमेंट के चलते यूनियन बजट 2025 में कुछ संभावनाएं दिख रही हैं. भले ही बजट का प्रभाव क्षेत्र पिछले कुछ साल में सिकुड़ गया है, लेकिन FY26 के केंद्रीय बजट से उम्मीदें बढ़ी हैं और यह पिछले कुछ सालों से ज्यादा लोकलुभावन हो सकता है. बाजार में लगातार गिरावट, कमजोर हुई कंजम्पशन स्टोरी और सुस्त गवर्नमेंट कैपेक्स को देखते हुए इस बजट में कुछ बड़े एलान हो सकते हैं.
FY26 का बजट एनडीए के नए कार्यकाल का पहला फुल ईयर बजट होगा. एनडीए के पिछले दो कार्यकालों के विस्तृत विश्लेषण के आधार पर, यह अनुमान लगाया जा सकता है कि सरकार ने पहले फुल ईयर के बजट का उपयोग सिर्फ टैक्टिकल फिस्कल ट्रेड-आफ को संतुलित करने के प्रयास करने की बजाय संट्रक्चरल, स्ट्रैटेजिक पॉलिसी इंटेंट को इंगित करने और अपनी आगे की यात्रा का रूप रेखा तैयार करने के लिए एक प्लेटफॉर्म के रूप में किया है.
बाजार की उम्मीदें बहुत अधिक नहीं
ब्रोकरेज हाउस का कहना है कि कई निवेशकों के साथ चर्चा से पता चलता है कि अप्रैल 2024 और नवंबर 2024 के बीच लगभग 12% सालाना गिरावट और हाल के महीनों में ऑन-द-ग्राउंड पिकअप की सीमित विजिबिलिटी के बाद, सरकारी कैपेक्स पर निराशा की व्यापक भावना है. इसलिए, कैपेक्स के लिए 11 टिलियन से ऊपर का कोई भी आवंटन, बाजार को पॉजिटिवली चौंका सकता है. इसके अलावा, कई राज्यों के चुनावों में मुफ्त सुविधाओं के वादों की एक सीरीज के बाद, बाजार पार्टिसिपेंट को चिंता है कि फाइनेंस मिनिस्टर आसान हैंडआउट्स की ओर अधिक झुक सकती हैं.
हाउस होल्ड अर्निंग ग्रोथ में सुधार के उपाय
कमजोर कंजम्पशन ट्रेंड और उस पर कॉर्पोरेट की ओर से नरम कमेंट्री को देखते हुए, बाजार को कंजम्पशन ग्रोथ (विशेषकर शहरी) के लिए कुछ राहत उपायों की उम्मीद है. ब्रोकरेज का मानना है कि सरकार स्लैब एडजस्टमेंट के माध्यम से घरेलू आय की ग्रोथ में सुधार पर अधिक फोकस करेगी. इसके अलावा, गैर-आवश्यक कंजम्पशन समझी जाने वाली वस्तुओं पर इनडायरेक्ट टैक्स को मध्यम वर्ग की कंजम्पशन की वस्तुओं पर रोक लगाने के लिए बढ़ाया जा सकता है. पिछले कुछ साल के विपरीत, बजट में इक्विटी बाजारों में लगने वाले एलटीसीजी और एसटीसीजी पर राहत मिल सकती है.
फिस्कल पर कुछ छूट का उपयोग
मौजूदा टैक्टिकल इकोनॉमिक कमजोरी को देखते हुए, यह चौंकाने वाली बात नहीं होगी अगर वित्त मंत्री मॉडेस्ट काउंटरसाइक्लिक फिस्कल ओवरस्ट्रेच पर विचार करें. FY25 फिस्कल डेफिसिट, बजटीय 4.9% की तुलना में 4.8% कम होने की संभावना है. यह सुस्ती FY26 के केंद्रीय बजट के लिए कुछ गुंजाइश प्रदान करने में भी मदद कर सकती है.
पिछले कुछ बजट में मजबूत 5 प्वॉइंट
सरकार का एक लॉन्ग टर्म फोकस्ड अप्रोच दिखा है.
आर्थिक सुधारों से मार्केट कैपिटलाइजेशन और पीएटी ग्रोथ में तेजी आ रही है.
इंफ्रास्ट्रक्चर को बढ़ावा - शुरुआती बजट में इसके उपाय किए गए हैं.
डोमेस्टिक साइक्लिक स्थिति निरंतर सुधार की गति से फल फूल रही है.
पीएसयू बैंकों में टर्नअराउंट - कंस्ट्रक्टिव गवर्नमेंट एक्शन का लाभ हुआ है.
Top Ideas : Largecaps
ICICI Bank
SBI
L&T
HCL Tech
M&M
Trent
Bharti Airtel
Titan Company
Sun Pharma
Dixon Tech
Top Ideas : Midcaps and Smallcaps
Indian Hotels
Cummins India
BSE
Godrej Properties
Coforge
Metro Brands
IPCA Labs
Angel One
Vinati Organics
JSW Infrastructure
(Disclaimer: स्टॉक में निवेश की सलाह ब्रोकरेज हाउस के द्वारा दी गई है. यह फाइनेंशियल एक्सप्रेस के निजी विचार नहीं हैं. बाजार में जोखिम होते हैं, इसलिए निवेश के पहले एक्सपर्ट की राय लें)