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General Election 2024: सत्ता बरकरार रखने का सरकार का विश्वास FY25 के वोट-ऑन-अकाउंट बजट में भी दिखता है. (Pixabay)
Political Certainty for Indian Stock Market: भारत में अब आम चुनाव में 3 महीने भी नहीं बचे हैं. अप्रैल/मई 2024 में देश आम चुनावों के लिए तैयार है. देश में होने वाले इस लोकसभा इलेक्शन (General Election 2024) पर शेयर बाजार की भी नजरें बनी हुई हैं. क्योंकि इसका बाजार के शॉर्ट टर्म मूवमेंट पर महत्वपूर्ण असर पड़ने वाला है. हालांकि 2 अलग अलग चैनलों पर आम चुनाव के पहले दिखाए गए चुनावी सर्वे में राजनीतिक स्थिरता के संकेत मिल रहे हैं. इन सर्वे में मोदी 3.0 के संकेत (Narendra Modi 3.0) मिल रहे हैं. बता दें कि दिसंबर 2023 में हुए राज्य चुनावों में, बीजेपी ने 4 में से 3 राज्यों में जीत हासिल की थी.
एक सर्वे के मुताबिक बीजेपी के लीड वाले एनडीए को कुल 543 लोकसभा सीटों में से 335 सीटें जीतने का अनुमान है, जिसमें अकेले बीजेपी को 304 सीटें (2019 में 303 बनाम) जीतने का अनुमान है. दूसरे सर्वे में एनडीए को 366 सीटों के साथ बढ़त मिलने की संभावना है. बता दें कि मौजूदा लोकसभा में मौजूदा बीजेपी के लीड वाले एनडीए के पास 353 सीटें हैं. मौजूदा लोकसभा में मौजूदा बीजेपी के लीड वाले एनडीए के पास 353 सीटें हैं. अगर बीजेपी फिर 272 से ज्यादा सीटें हासिल करने में सफल होती है , यह प्रधानमंत्री मोदी की लीडरशिप में पूर्ण बहुमत के साथ बीजेपी की लगातार तीसरी जीत होगी. हालांकि नतीजे क्या आएंगे, यह देखने वाली बात होगी.
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राजनीतिक स्थिरता और निरंतरता का संकेत
ब्रोकरेज हाउस मोतीलाल ओसवाल का कहना है कि दिसंबर 2023 में राज्य चुनावों के पहले नतीजों को लेकर बाजार को चिंता थी. उसी तरह से 2024 में लोकसभा चुनावों से संभावित असर को लेकर निवेशकों में कनफ्यूजन हो सकता है. आम चुनाव से ठीक पहले बड़े राज्यों में होने वाले चुनावों को लोकसभा के लिए सेमीफाइनल के रूप में देखा जाता है. दिसंबर 2023 में 4 में से 3 राज्यों में बीजेपी की कंफर्ट जीत ने बाजार की इस घबराहट को शांत किया था और दिसंबर 2023 में निफ्टी में 8 फीसदी तेजी आई. बीजेपी की एक ऐसी पार्टी के रूप में साख मजबूत हुई जिसे लेकर किसी तरह की सत्ता विरोधी लहर नहीं दिख रही है.
ब्रोकरेज हाउस मोतीलाल ओसवाल का कहना है कि, ये दो प्री पोल सर्वे मार्केट सेंटीमेंट को और मजबूत करते हैं क्योंकि वे लगातार तीसरी बार मोदी की लीडरशिप सिंगल पार्टी मेजॉरिटी वाली सरकार के साथ राजनीतिक स्थिरता और निरंतरता का संकेत (Stock Market Outlook) देते हैं. आगामी चुनावों में सत्ता बरकरार रखने का सरकार का विश्वास फाइनेंशियल ईयर 2025 के वोट-ऑन-अकाउंट बजट में भी दिखता है, जब बजट में किसी भी टैक्स कटौती या फ्रीबीज देने से परहेज किया.
पॉलिसी मोमेंटम के लिए भी बेहतर संकेत
मोतीलाल ओसवाल का कहना है कि यह भारत में पॉलिसी मोमेंटम के लिए भी बेहतर संकेत है, वहीं इस समय मैक्रो कंडीशंस (FY24/FY25E में 7.3%/7% जीडीपी ग्रोथ, महंगाई में कमी, करंट अकाउंट डेफिसिट कंट्रोल में, 10-Y G-Sec) और माइक्रो (कॉर्पोरेट अर्निंग मजबूत) बेहतर नजर आ रहे हैं. निफ्टी के लिए 19.2x FY25 ईपीएस पर वैल्यूएशन इसकी लंबी अवधि के औसत के भीतर है. भले ही ब्रॉडर मार्केट महंगे बने हुए हैं, एनएसई मिडकैप 100 इंडेक्स बेंचमार्क निफ्टी 50 के 40 फीसदी प्रीमियम पर कारोबार कर रहा है. मिडकैप इंडेक्स में, इंडस्ट्रियल्स/पावर/डिफेंस/पीएसयू सेक्टर के कई मिडकैप स्टॉक अपने लंबी अवधि के एवरेज वैल्युएशन के मुकाबले महत्वपूर्ण प्रीमियम पर कारोबार कर रहे हैं.
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ब्रोकरेज हाउस आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज की एक रिपोर्ट के अनुसार पिछले ट्रेंड देखें तो जनरल इलेक्शन ईयर (Election Year) में, निफ्टी में फरवरी-मार्च में निचले स्तर पर जाने का ट्रेंड होता है, जिसके बाद पिछले 3 दशकों में हर 7 बार की बात करें जनरल इलेक्शन के रिजल्ट आने तक कम से कम 14 फीसदी की ग्रोथ होती है. निफ्टी में सामान्य बुल मार्केट करेक्शन लगभग 8 फीसदी (मल्टीपल साइकिल एवरेज) है, जिसके बाद नए हाई बनते हैं. उम्मीद करते हैं कि निफ्टी जून 2024 तक 23400 तक पहुंच (Nifty Outlook) जाएगा. रिपोर्ट के अनुसार देखा गया है कि इलेक्शन ईयर में अस्थिरता के बावजूद बेंचमार्क इंडेक्स ने अच्छा प्रदर्शन किया है. चार दशक के इतिहास पर गौर करें तो इलेक्शन ईयर में औसत रिटर्न 17 फीसदी रहा है. इसलिए इलेक्शन ईयर में अस्थिरता को खरीदारी के अवसर के रूप में देखना चाहिए.
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किन सेक्टर्स पर रखें नजर
इंडस्ट्रियल, कंज्यूमर डिस्क्रिशनरी (ज्वैलरी, होटल्स), PSU बैंक, NBFC, रियल एस्टेट, हेल्थकेयर
(सोर्स- मोतीलाल ओसवाल)
ये स्टॉक कर सकते हैं आउटपरफॉर्म
लार्जकैप: ICICI बैंक, SBI, L&T, HCL Tech, टाइटन कंपनी, कोल इंडिया, M&M, Zomato, गेल, ITC और सिप्ला
मिड और स्मॉल-कैप: इंडियन होटल्स, HPCL, गोदरेज प्रॉपर्टीज, डालमिया भारत, एंजल वन, IIFL फाइनेंस, PNB हाउसिंग, शोभा, लेमन ट्री होटल, रेस्टोरेंट ब्रॉन्ड एशिया
(सोर्स- मोतीलाल ओसवाल)
(Disclaimer: स्टॉक में निवेश की सलाह ब्रोकरेज हाउस के द्वारा दी गई है. यह फाइनेंशियल एक्सप्रेस के निजी विचार नहीं हैं. बाजार में जोखिम होते हैं, इसलिए निवेश के पहले एक्सपर्ट की राय लें.)