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रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड ने दिसंबर 2023 को समाप्त तीसरी तिमाही के नतीजों की घोषणा कर दी है. (File Photo : IE)
Reliance Industries Q3 Results: रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) ने दिसंबर 2023 को समाप्त तीसरी तिमाही के नतीजों की घोषणा कर दी है. कंपनी ने इस तिमाही में 2.67 लाख करोड़ रुपये की कन्सॉलिडेटेड रेवेन्यू दर्ज की है, जो पिछले साल की समान तिमाही के मुकाबले 7.7% की बढ़त दर्शाती है. वहीं, कंपनी का नेट प्रॉफिट भी दिसंबर तिमाही में 11.8% बढ़कर 21,930 करोड़ रुपये पर पहुंच गया है. यह ग्रोथ मुख्य रूप से डिजिटल सेवाओं, रिटेल और ऑयल-टू-केमिकल्स बिजनेस के मजबूत प्रदर्शन की वजह से हुई है.
डिजिटल सर्विसेज का शानदार प्रदर्शन
रिलायंस की डिजिटल सर्विसेज ने दिसंबर तिमाही में जबरदस्त प्रदर्शन किया है. इस सेगमेंट का EBITDA 17% बढ़कर 16,640 करोड़ रुपये हो गया. कंपनी का एवरेज रेवेन्यू प्रति यूजर (ARPU) 203.3 रुपये रहा, जो 5G नेटवर्क के विस्तार और कंज्यूमर्स की बढ़ती भागीदारी का नतीजा है. Jio ने अपने 5G नेटवर्क का तेजी से विस्तार किया है और अब इसके 170 मिलियन True5G सब्सक्राइबर हैं, जो कंपनी के वायरलेस ट्रैफिक में 40% योगदान दे रहे हैं.
रिटेल बिजनेस में स्टेबल ग्रोथ
रिलायंस का रिटेल सेगमेंट भी लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहा है. इस सेगमेंट का EBITDA 9% बढ़कर 6,840 करोड़ रुपये रहा. फेस्टिव सीजन के दौरान बढ़ती कंज्यूमर डिमांड का कंपनी ने अच्छी तरह से फायदा उठाया. चेयरमैन मुकेश अंबानी ने नतीजों के एलान के मौके पर कहा, "रिटेल सेगमेंट ने सभी फॉर्मेट्स में मजबूत प्रदर्शन किया है और फेस्टिव सीजन में कंज्यूमर डिमांड का पूरा लाभ उठाया है."
ऑयल-टू-केमिकल्स सेगमेंट का कंट्रीब्यूशन
कंपनी के ऑयल-टू-केमिकल्स (O2C) सेगमेंट ने घरेलू बाजार में मजबूत मांग और बढ़ी हुई वॉल्यूम्स के कारण 6% की ग्रोथ दर्ज की. हालांकि, ऑयल और गैस डिवीजन का EBITDA 4% घटकर KG-D6 गैस फील्ड में कम उत्पादन के कारण प्रभावित हुआ, लेकिन कंपनी ने अपने अपस्ट्रीम प्रदर्शन को कुल मिलाकर स्टेबल बनाए रखा.
कैपिटल एक्सपेंडीचर और कैश फ्लो
रिलायंस ने दिसंबर तिमाही में 32,259 करोड़ रुपये का कैपिटल एक्सपेंडीचर किया, जिसे 38,227 करोड़ रुपये के कैश फ्लो से अच्छी तरह कवर किया गया. कंपनी ने भविष्य में भी मजबूत ग्रोथ बनाए रखने की योजना बनाई है, खासकर वायरलेस बिजनेस में संभावित टैरिफ हाइक से.
भविष्य की संभावनाएं
डिजिटल सेवाओं में लगातार विकास और रिटेल बिजनेस में कंज्यूमर डिमांड में सुधार से रिलायंस इंडस्ट्रीज के बिजनेस को आगे भी फायदा होने की उम्मीद है. इसके साथ ही ऑयल-टू-केमिकल्स सेगमेंट में घरेलू मांग और उत्पादन वॉल्यूम्स में सुधार से कंपनी को अतिरिक्त लाभ मिलने की उम्मीद की जा सकती है.