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RIL Valuation : तेज करेक्शन के बाद आरआईएल में रिस्क-रिवार्ड आकर्षक है, क्योंकि स्टॉक अब ब्रोकरेज के बियर केस वैल्यूएशन पर है. (Reuters)
Reliance Industries Stock Price : ब्रोकरेज हाउस मोतीलाल ओसवाल ने मुकेश अंबानी के स्वामित्व वाली कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) को साल 2025 के लिए अपना टॉप पिक या पिक ऑफ द ईयर बताया है. स्टॉक ने साल 2024 में निगेटिव रिटर्न दिया, जो बीते 10 साल में पहली बार है. लेकिन इस करेक्शन के बाद शेयर में रिस्क रिवार्ड आकर्षक हुआ है. ब्रोकरेज हाउस ने शेयर पर Buy रेटिंग देते हुए 1605 रुपये का टारगेट प्राइस दिया है, जो करंट प्राइस 1244 रुपये की तुलना में 29 फीसदी ज्यादा है. रिलायंस इंडस्ट्रीज ने तीसरी तिमाही (Q3FY25) में सालाना आधार पर 7% की ग्रोथ के साथ 18,540 करोड़ रुपये का कन्सॉलिडेटेड नेट प्रॉफिट दर्ज किया है, जो बाजार की उम्मीद से बेहतर था.
ब्रोकरेज ने क्यों बताया RIL को टॉप पिक
ब्रोकरेज हाउस मोतीलाल ओसवाल के मुताबिक रिलायंस इंडस्ट्रीज (Reliance Industries) ने पिछले कुछ साल में व्यापक बेंचमार्क इक्विटी इंडेक्स से कम प्रदर्शन किया. स्टॉक ने कैलेंडर ईयर 2024 में निगेटिव रिटर्न दिया है, जो पिछले 10 साल में पहली बार हुआ है. ब्रोकरेज का मानना ​​है कि रिलायंस रिटेल (RR) की ग्रोथ में कमी, कमजोर रिफाइनिंग और पेटकेम क्रैक के कारण लगातार अर्निंग में गिरावट के कारण रिलायंस इंडस्ट्रीज का हालिया खराब प्रदर्शन हुआ है.
तेज करेक्शन (आरआईएल: पिछले छह महीनों में -17%) के बाद, ब्रोकरेज का मानना ​​है कि रिस्क-रिवार्ड आकर्षक है, क्योंकि रिलायंस इंडस्ट्रीज अब ब्रोकरेज के बियर केस वैल्यूएशन पर कारोबार कर रहा है. रिलायंस जियो (RJio), भारती एयरटेल के मौजूदा वैल्युएशन से 10 फीसदी डिस्काउंट पर है, कोर रिटेल रेवेन्यू और EBITDA में हाई सिंगल डिजिट की ग्रोथ और वित्त वर्ष 24-27ई में O2C अर्निंग में कोई सुधार नहीं है.
इसके अलावा, ब्रोकरेज का मानना ​​है कि कैपेक्स इंटेंसिटी में कमी, FY24-27E में 900 बिलियन रुपये FCF जेनरेशन, और डीलीवरेजिंग को वर्तमान में कम आंका गया है. न्यू एनर्जी (वित्त वर्ष 25 के अंत) में गीगाफैक्ट्री की शुरुआत, रिलायंस जियो की संभावित लिस्टिंग (2HCY25 में अनुमानित) और रिलायंस रिटेल (वित्त वर्ष 26) में ग्रोथ रिकवरी RIL के लिए प्रमुख मिड टर्म के ट्रिगर हैं.
4 प्रमुख फैक्टर
रिलायंस जियो : FWA के जरिए 5G का मॉनेटाइजेशन, टैरिफ में बढ़ोतरी प्रमुख ट्रिगर
रिलायंस रिटेल : री-रेटिंग के लिए ग्रोथ रिकवरी जरूरी
O2C : रिफाइनिंग मार्जिन दूसरी तिमाही में सबसे निचले स्तर पर आ सकता है; पेटकेम में नरमी बनी रहेगी
न्यू एनर्जी : वित्त वर्ष 2028 से अर्निंग में तेजी आएगी, 75 रुपये प्रति शेयर वैल्यू निर्धारित, अर्थव्यवस्थाओं का बेहतर उपयोग करने के लिए सबसे अच्छी स्थिति में
RIL का क्यों रहा खराब प्रदर्शन
ब्रोकरेज हाउस मोतीलाल ओसवाल ने अपनी पिछली रिपोर्ट में भी कहा था कि रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) ने समान या बेहतर EBITDA ग्रोथ के बावजूद, पिछले कुछ साल में ब्रॉडर बेंचमार्क, भारती एयरटेल और ऑर्गेनाइज्ड रिटेगल पियर्स से कमजोर प्रदर्शन किया है. RIL का खराब प्रदर्शन रिटेल और रिलायंस जियो में हायर कैपेक्स के साथ-साथ एफसीएफ जेनरेशन की कमी के कारण था. हालांकि, कैपेक्स अपने पीक पर है और उम्मीद है कि RIL FY24-27 में 1 ट्रिलियन रुपये कम्युलेटिव FCF जेनरेट करेगी.
ब्रोकरेज का कहना ​​था कि हम FY24-27 में 10 फीसदी कंसोलिडेटेड EBITDA और PAT CAGR बिल्ड करते हैं, जो RJio (टैरिफ बढ़ोतरी, बाजार हिस्सेदारी लाभ और FWA रैंप-अप) और रिलायंस रिटेल (लगातार फुटप्रिंट और कैटेगरी एक्सपेंशन) में डबल डिजिट EBITDA CAGR ग्रोथ से संभव है. फाइनेंशियल ईयर 2025 की सुस्त पहली छमाही के बाद, उम्मीद है कि रिफाइनिंग मार्जिन में सुधार के कारण O2C सेगमेंट की आय में सुधार होगा. हालांकि, O2C और E&P के लिए ब्रोकरेज का FY27 कंसोलिडेटेड EBITDA मोटे तौर पर FY24 स्तरों के समान है.
(Disclaimer: स्टॉक में निवेश की सलाह ब्रोकरेज हाउस के द्वारा दी गई है. यह फाइनेंशियल एक्सप्रेस के निजी विचार नहीं हैं. बाजार में जोखिम होते हैं, इसलिए निवेश के पहले एक्सपर्ट की राय लें)