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Reliance Industries के शेयर में एक साल में 20 फीसदी से ज्यादा गिरावट आई है, लेकिन कंपनी के फंडामेंटल अब भी मजबूत बने हुए हैं. (Image : Pixabay)
Reliance Industries Share Price Decline : रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) के शेयरों में बीते एक साल में करीब 22% की गिरावट दर्ज की गई है. सोमवार को दिन के कारोबार के दौरान कंपनी का शेयर 3.6% तक गिरकर 1,156 रुपये तक आ गया, जो 52-हफ्तों का नया निचला स्तर है. कोविड महामारी के दौर के बाद ऐसा पहली बार हुआ है, जब रिलायंस इंडस्ट्रीज का शेयर 200-वीक मूविंग एवरेज (200-WMA) से नीचे आया है. इस टेक्निकल इंडिकेटर को निवेशकों के लिए सतर्क रहने का इशारा माना जा रहा है. हालांकि कंपनी के फंडामेंटल्स अब भी मजबूत बने हुए हैं.
FII की बिकवाली से दबाव में स्टॉक
रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयरों में गिरावट का एक बड़ा कारण विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) की ओर से लगातार बिकवाली के कारण बना दबाव है. ग्लोबल लेवल पर उथल-पुथल के बीच इमर्जिंग मार्केट्स से कैपिटल के आउटफ्लो की वजह से भारतीय शेयर बाजार पर दबाव बना हुआ है. FIIs की भारी बिकवाली के चलते रिलायंस का स्टॉक अपने हाइएस्ट लेवल से करीब 28% तक गिर चुका है.
पिछली बार क्या हुआ था?
RIL के शेयर ने 200-WMA का स्तर पिछली बार मार्च 2020 में कोविड महामारी के दौरान तोड़ा था, जिसके बाद स्टॉक ने तेजी से रिकवरी की थी. रिलांयस इंडस्ट्रीज के शेयर पिछली बार मार्च 2020 में जब 200-WMA के स्तर से नीचे आ गए थे, तब कंपनी के डिजिटल और रिटेल बिजनेस में जबरदस्त ग्रोथ की वजह से स्टॉक में फिर से तेजी आई थी. सवाल यह है कि क्या अभी FIIs की बिकवाली और बाजार में चल रही अस्थिरता के कारण आई इस गिरावट को घरेलू संस्थागत निवेशक (DIIs) और रिटेल निवेशक खरीदारी के मौके के रूप में देख सकते हैं?
गिरावट के बावजूद फंडामेंटल मजबूत
रिलायंस के शेयरों में गिरावट के बावजूद कंपनी के फंडामेंटल्स मजबूत बने हुए हैं. एनर्जी, टेलीकॉम और रिटेल जैसे डायवर्सिफाइड बिजनेस में कंपनी लगातार मजबूत कैश फ्लो बनाए हुए है. रिटेल और न्यू एनर्जी (New Energy) जैसे सेक्टर्स में हो रही ग्रोथ की वजह से भी लॉन्ग टर्म में कंपनी के बेहतर प्रदर्शन की उम्मीदें बरकरार हैं, जिससे लॉन्ग टर्म में शेयर की रिकवरी संभव मानी जा रही है. जेफरीज ने हाल ही में RIL में 1660 रुपये का टारगेट देते हुए खरीदारी की सलाह भी दी थी.ब्रोकरेज ने इसके पीछे रिटेल सेगमेंट की ग्रोथ में सुधार, Jio की संभावित पब्लिक लिस्टिंग और O2C प्रॉफिटेबिलिटी जैसे मजबूत कारण भी गिनाए थे.
Q3FY25 में RIL का प्रदर्शन
रिलायंस इंडस्ट्रीज के 16 जनवरी को घोषित वित्त वर्ष 2025 की तीसरी तिमाही (Q3FY25) के आंकड़े मजबूती दर्शाने वाले रहे थे. तीसरी तिमाही में कंपनी का नेट प्रॉफिट सालाना आधार पर 7.4% बढ़कर 18,540 करोड़ रुपये पर पहुंच गया था. ऑयल-टू-केमिकल (O2C) बिजनेस की प्रॉफिटेबिलिटी और रिटेल सेगमेंट की ग्रोथ भी अच्छे स्तर पर रही थी.
(Disclaimer: इस आर्टिकल का उद्देश्य सिर्फ जानकारी देना है, निवेश की सलाह देना नहीं. शेयर के बारे में ब्रोकरेज हाउस द्वारा दी गई सलाह फाइनेंशियल एक्सप्रेस के विचार नहीं हैं. बाजार में जोखिम होते हैं, इसलिए निवेश के पहले एक्सपर्ट की राय लें.)