/financial-express-hindi/media/media_files/zlqCGeNG7vyPG2KCOW3r.jpg)
RIL के बोर्ड ने अपने शेयरधारकों को 1:1 अनुपात में बोनस शेयर जारी करने का फैसला किया है. (File Photo : Indian Express)
Reliance Industries Bonus Share Issue Approved by RIL Board: मुकेश अंबानी की अगुवाई वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) ने अपने निवेशकों के लिए एक बड़ी घोषणा की है. कंपनी के बोर्ड ने 1:1 के अनुपात (Ratio) में बोनस शेयर इश्यू करने की मंजूरी दी है. इसका मतलब है कि हर एक मौजूदा शेयरधारक को एक अतिरिक्त शेयर मुफ्त में मिलेगा. इस बोनस इश्यू की घोषणा कंपनी की वार्षिक आम बैठक (AGM) के दौरान की गई थी. बोनस शेयर जारी करने के लिए रिकॉर्ड डेट क्या होगी, इसका एलान बाद में किया जाएगा.
बोनस शेयर क्या होते हैं?
बोनस शेयर उस स्थिति में दिए जाते हैं जब कंपनी अपने मुनाफे का कुछ हिस्सा निवेशकों को मुफ्त में शेयरों के रूप में वापस करना चाहती है. यह मौजूदा निवेशकों के लिए फायदेमंद होता है, क्योंकि इससे उनके पास शेयरों की संख्या बढ़ जाती है. हालांकि उनके निवेश की कुल वैल्यू में फौरन ज्यादा इजाफा नहीं होता है, क्योंकि शेयर की कीमत बोनस शेयर के हिसाब से एडजस्ट हो जाती है. फिर भी लंबी अवधि में शेयर की वैल्यू अनलॉक होने और कीमतों के वापस पुराने स्तर पर पहुंचने पर उन्हें फायदा होने की उम्मीद रहती है.
बोनस शेयर जारी होने पर क्या होगा?
बोनस शेयर का अनुपात 1:1 का है. इसका मतलब है कि RIL के करीब 35 लाख शेयरधारकों के पास मौजूद हर शेयर के बदले एक नया शेयर मुफ्त मिलेगा. उदाहरण के लिए अगर आपके पास RIL के 1,000 शेयर हैं, तो बोनस इश्यू के बाद आपके पास 2,000 शेयर होंगे. बोनस शेयर मिलने के बाद RIL के शेयरों की कीमत घट जाएगी. उदाहरण के लिए, अगर रिलायंस इंडस्ट्रीज के एक शेयर की मौजूदा कीमत 2,989 रुपये है और बोनस के तहत एक अतिरिक्त शेयर मिलता है, तो बोनस इश्यू के बाद एक शेयर की नई कीमत पुराने के मुकाबले काफी कम हो सकती है, लेकिन आपके शेयरों की संख्या दोगुनी हो जाएगी.
निवेशकों को कैसे फायदा होता है?
लिक्विडिटी में सुधार : बोनस शेयर इश्यू से स्टॉक की लिक्विडिटी बढ़ जाती है, क्योंकि इससे अधिक निवेशक स्टॉक खरीद सकते हैं. इससे स्टॉक मार्केट में शेयरों की मांग बढ़ सकती है.
वैल्यू अनलॉक होने की उम्मीद : बोनस इश्यू के बाद शेयर की नई कीमतें कम होती हैं, लेकिन यह गिरावट बोनस इश्यू के अनुपात में कम रहने के आसार रहते हैं. ऐसा होने पर निवेशकों के निवेश की वैल्यू में इजाफा होता है. मिसाल के तौर पर एक पर एक मुफ्त शेयर जारी होने के बाद अगर रिलायंस के शेयर की कीमत में गिरावट आधी से कम रहती है, तो शेयरधारक मुनाफे में रहेंगे.
लंबी अवधि में लाभ: रिलायंस इंडस्ट्रीज लंबे समय से अपने निवेशकों को बोनस शेयर इश्यू और अन्य प्रोत्साहनों से फायदा पहुंचाती रही है. यह बोनस इश्यू कंपनी की फाइनेंशियल मजबूती और शेयरधारकों को लाभ पहुंचाने के प्रति कंपनी के कमिटमेंट को दिखाता है.
RIL बोनस शेयर इश्यू से जुड़ी बड़ी बातें
- बोनस अनुपात: 1:1 (हर एक मौजूदा शेयर पर एक मुफ्त शेयर)
- रिकॉर्ड डेट: बाद में घोषित की जाएगी
- ऑथराइज़्ड शेयर कैपिटल: 15,000 करोड़ रुपये से 50,000 करोड़ रुपये तक बढ़ेगा
- जारी किए जाने वाले बोनस शेयर्स की वास्तविक संख्या का निर्धारण रिकॉर्ड डेट को मौजूद फुल्ली पेड अप इक्विटी शेयर्स (fully paid-up equity shares) की संख्या के आधार पर होगा.
रिलायंस ने पहले भी जारी किए हैं बोनस इश्यू
रिलायंस इंडस्ट्रीज ने इससे पहले 5 बार बोनस शेयर दिए हैं. सबसे पहला बोनस इश्यू 1980 में 3:5 के अनुपात में और 1983 में 6:10 के अनुपात में जारी हुआ था. इसके बाद 1997, 2009 और 2017 में कंपनी ने 1:1 के अनुपात में बोनस शेयर जारी किए हैं.