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Mutual Funds : कॉन्ट्रा फंड उन शेयर्स में निवेश करते हैं, जो फिलहाल अच्छा प्रदर्शन नहीं कर रहे हैं. (Image : Pixabay)
What are Contra Mutual Funds, who should invest: बाजार में निवेश करने वाले इनवेस्टर आमतौर पर ऐसे शेयर में पैसा लगाना पसंद करते हैं, जो शानदार प्रदर्शन कर रहे हों. लेकिन इक्विटी म्यूचुअल फंड्स की कैटेगरी में आने वाले कॉन्ट्रा फंड्स (Contra Funds) की निवेश की रणनीति इससे बिलकुल अलग होती है. कॉन्ट्रा फंड्स के फंड मैनेजर उन शेयरों की तलाश में रहते हैं, जिनका प्रदर्शन बढ़िया नहीं, बल्कि खराब चल रहा हो! दरअसल कॉन्ट्रा फंड्स की इनवेस्टमेंट फिलॉसफी ही ऐसे शेयर्स को पहचान कर उनमें निवेश करने की रहती है, जिनमें अभी कमजोरी दिख रही है, लेकिन लंबी अवधि के दौरान गिरावट का रुझान तेजी में बदलने की संभावना है. आम निवेशकों की सोच से उलटी दिशा में चलने की वजह से ही इन्हें कॉन्ट्रा फंड्स कहते हैं. भारतीय बाजार में ऐसे फंड्स की तादाद गिनी-चुनी है, लेकिन पिछले 1 साल में इनका रिटर्न 45 से 55 फीसदी तक रहा है. पिछले 3, 5 या 10 साल के दौरान भी कॉन्ट्रा फंड्स ने अच्छे रिटर्न दिए हैं.
कॉन्ट्रा फंड्स का पिछला प्रदर्शन
एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (AMFI) के पोर्टल पर सिर्फ तीन कॉन्ट्रा फंड्स के पिछले प्रदर्शन के आंकड़े मौजूद हैं : 1. एसबीआई कॉन्ट्रा फंड (SBI Contra Fund), 2. इनवेस्को इंडिया कॉन्ट्रा फंड (Invesco India Contra Fund) और 3. कोटक इंडिया ईक्यू कॉन्ट्रा फंड (Kotak India EQ Contra Fund). इन तीनों फंड्स ने पिछले 1, 3, 5 और 10 साल में अपने निवेशकों को अच्छे रिटर्न दिए हैं.
1. Kotak India EQ Contra Fund
1 साल का औसत रिटर्न (डायरेक्ट) : 55.27%
1 साल का औसत रिटर्न (रेगुलर) : 53.21%
3 साल का औसत रिटर्न (डायरेक्ट) : 25.19%
3 साल का औसत रिटर्न (रेगुलर) : 23.50%
5 साल का औसत रिटर्न (डायरेक्ट) : 27.40%
5 साल का औसत रिटर्न (रेगुलर) : 25.68%
10 साल का औसत रिटर्न (डायरेक्ट) :18.46%
10 साल का औसत रिटर्न (रेगुलर) : 16.79%
एसेट अंडर मैनेजमेंट (AUM) : 3,941.99 करोड़ रुपये (3 सितंबर 2024)
2. Invesco India Contra Fund
1 साल का औसत रिटर्न (डायरेक्ट) : 52.14%
1 साल का औसत रिटर्न (रेगुलर) : 50.40%
3 साल का औसत रिटर्न (डायरेक्ट) : 23.31%
3 साल का औसत रिटर्न (रेगुलर) : 21.85%
5 साल का औसत रिटर्न (डायरेक्ट) : 26.95%
5 साल का औसत रिटर्न (रेगुलर) : 25.44%
10 साल का औसत रिटर्न (डायरेक्ट) : 19.18%
10 साल का औसत रिटर्न (रेगुलर) : 17.59%
एसेट अंडर मैनेजमेंट (AUM) : 17,757.31 करोड़ रुपये (3 सितंबर 2024)
3. SBI Contra Fund
1 साल का औसत रिटर्न (डायरेक्ट) : 45.92%
1 साल का औसत रिटर्न (रेगुलर) : 44.53%
3 साल का औसत रिटर्न (डायरेक्ट) : 29.71%
3 साल का औसत रिटर्न (रेगुलर) : 28.59%
5 साल का औसत रिटर्न (डायरेक्ट) : 34.19%
5 साल का औसत रिटर्न (रेगुलर) : 33.16%
10 साल का औसत रिटर्न (डायरेक्ट) : 18.39%
10 साल का औसत रिटर्न (रेगुलर) : 17.56%
एसेट अंडर मैनेजमेंट (AUM) : 39,511.91 करोड़ रुपये (3 सितंबर 2024)
(Data Source : AMFI)
SBI कॉन्ट्रा फंड का रिटर्न 3, 5 साल में सबसे ज्यादा
ऊपर दिए आंकड़ों से साफ है कि तीनों कॉन्ट्रा फंड्स ने पिछले 1, 3, 5 और 10 साल में अच्छे रिटर्न दिए हैं. पिछले 1 साल में सबसे ज्यादा 55.27% रिटर्न कोटक इंडिया ईक्यू कॉन्ट्रा फंड (Kotak India EQ Contra Fund) के डायरेक्ट प्लान का रहा है, जबकि 3 साल में सबसे ज्यादा 29.71% रिटर्न एसबीआई कॉन्ट्रा फंड (SBI Contra Fund) के डायरेक्ट प्लान का है. 5 साल में भी सबसे ज्यादा 34.19% रिटर्न SBI कॉन्ट्रा फंड का ही, जबकि 10 साल में सबसे अधिक 19.18% रिटर्न इनवेस्को इंडिया कॉन्ट्रा फंड (Invesco India Contra Fund) का रहा है. जाहिर है, ये तीनों की स्कीमें निवेशकों को अच्छे रिटर्न देने में सफल रही हैं.
किन निवेशकों के लिए सही हैं कॉन्ट्रा फंड
कॉन्ट्रा फंड इक्विटी फंड की कैटेगरी में आते हैं. सेबी के नियमों के मुताबिक किसी भी इक्विटी फंड में कम से कम 65% निवेश इक्विटी शेयर्स में होना जरूरी है. हकीकत में यह निवेश इससे कहीं ज्यादा भी हो सकता है. ताजा आंकड़ों के मुताबिक इनवेस्को इंडिया कॉन्ट्रा फंड के पोर्टफोलियो में अभी 99.15% निवेश इक्विटी में है. वहीं, SBI कॉन्ट्रा फंड के पोर्टफोलियो में इक्विटी की हिस्सेदारी 89.64% और कोटक इंडिया ईक्यू कॉन्ट्रा फंड में 98.35% है. इक्विटी में इतने अधिक एक्सपोजर की वजह से कॉन्ट्रा फंड में मार्केट रिस्क काफी अधिक रहता है. यही वजह है कि रिस्कोमीटर पर इन्हें वेरी हाई रिस्क (Very High Risk) कैटेगरी में रखा गया है. जाहिर है इनमें निवेश करने से पहले किसी भी निवेशक को अपनी जोखिम उठाने की क्षमता के बारे में अच्छी तरह सोच-विचार कर लेना चाहिए. इसके अलावा कॉन्ट्रा फंड के मैनेजर ऐसे अंडरवैल्यूड स्टॉक्स में निवेश करते हैं, जिनका मौजूदा प्रदर्शन अच्छा नहीं है, लेकिन भविष्य में सुधरने की उम्मीद है. वे ऐसे निवेश लॉन्ग टर्म संभावनाओं को ध्यान में रखकर ही करते हैं. इसलिए शॉर्ट टर्म होराइजन के साथ निवेश करने वालों को इनसे दूर रहना चाहिए. कॉन्ट्रा फंड उन्हीं निवेशकों के सही है, जो मार्केट से जुड़ा रिस्क लेने को तैयार हैं और बेहतर रिटर्न के लिए लंबी अवधि तक इंतजार कर सकते हैं.
(डिस्क्लेमर : इस आर्टिकल का उद्देश्य सिर्फ जानकारी देना है, किसी स्कीम में निवेश की सिफारिश करना नहीं है. इक्विटी म्यूचुअल फंड के साथ मार्केट रिस्क हमेशा जुड़ा रहता है. उनके पिछले रिटर्न को भविष्य में वैसे ही प्रदर्शन की गारंटी नहीं माना जा सकता. निवेश का कोई भी फैसला पूरी जानकारी हासिल करने और अपने निवेश सलाहकार की राय लेने के बाद ही करें.)