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(Pixabay)
Suraksha Diagnostics Stock Listing News : पैथॉलॉजी और रेडियोलॉजी टेस्टिंग सर्विसेज देने वाली कंपनी सुरक्षा डायग्नोस्टिक (Suraksha Diagnostic) का शेयर आज 6 दिसंबर 2024 को स्टॉक मार्केट में लिस्ट हो गया है. कंपनी के शेयर ने बीएसई पर 437 रुपये के भाव पर डेब्यू किया, जबकि आईपीओ प्राइस 441 रुपये था. यानी लिस्टिंग पर सफल आवेदकों को प्रति शेयर 4 रुपये या 1 फीसदी घाटा हुआ है. इस आईपीओ को निवेशकों की ओर से भी सब्सक्रिप्शन के दौरान सुस्त रिस्पांस मिला था. वहीं इसे लेकर ग्रे मार्केट में भी कोई क्रेज नहीं दिख रहा था. कंपनी ने अपने 846 करोड़ रुपये के IPO के लिए 420 से 441 रुपये प्रति शेयर का प्राइस बैंड तय किया था.
Suraksha Diagnostics IPO : 1.27 गुना हुआ था सब्सक्राइब
सुरक्षा डायग्नोस्टिक का आईपीओ ओवरआल 1.27 गुना या 127 फीसदी सब्सक्राइब हुआ था. आईपीओ में रिटेल निवेशकों के लिए 35 फीसदी कोटा रिजर्व था और यह कुल 0.94 गुना या 94 फीसदी भरा था. आईपीओ में क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायस यानी QIB के लिए 50 फीसदी कोटा रिजर्व था और यह कुल 1.74 गुना भरा था. जबकि नॉन इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स के लिए आईपीओ में 15 फीसदी कोटा रिजर्व था और यह ओवरआल 1.40 गुना यानी 140 फीसदी भरा था.
कंपनी का कैसा है आउटलुक
ब्रोकरेज हाउस Swastika Investmart का कहना है कि कंपनी का फाइनेंशियल परफॉर्मेंस कंसिस्टेंट नहीं है. इसमें हाल ही में सुधार के संकेत के बावजूद वित्त वर्ष 2023 में इस मामले में कंपनी का प्रदर्शन ठीक नहीं रहा. वैल्युएशन भी एग्रेसिव रूप से हाई है. निवेशकों को इस क्षेत्र में अन्य लिस्टेड कंपनियों में बेहतर अवसर मिल सकते हैं. ब्रोकरेज हाउस आनंद राठी रिसर्च का कहना है कि कंपनी का परिचालन पूर्वी भारत तक सीमित है, जिससे बाजार का दायरा सीमित है.
ब्रोकरेज हाउस एयू कैपिटल का कहना है कि कंपनी पूर्वी भारत में मेडिकल डायग्नोस्टिक इंडस्ट्री की प्रमुख खिलाड़ियों में से एक है. बुजुर्गों और बीमार लोगों के लिए होम कलेक्शन की सुविधा के साथ क्वालिटी हेल्थ डायग्नोस्टिक की मांग एसडीएल जैसी कंपनियों को मरीजों के बीच पसंदीदा विकल्प बनाती है. योग्य हेल्थ पेशेवर के साथ मिलकर एक अच्छी तरह से निर्मित मेडिकल इंफ्रास्ट्रक्चर अपने ग्राहकों का भरोसा हासिल करता है.
कंपनी के कैसे हैं फाइनेंशियल
पिछले कुछ सालों में सुरक्षा डायग्नोस्टिक की रेवेन्यू ग्रोथ तकरीबन स्थिर बनी हुई है. कंपनी का मार्जिन FY22 में 28% से बढ़कर FY24 में 32% हो गया है. कंपनी का नेट प्रॉफिट FY22-24 से 5.4% के CAGR से बढ़ा है. कंपनी ने FY23 में रेवेन्यू और प्रॉफिट में कमी देखी. कंपनी के रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस के अनुसार, पूरे भारत में डायग्नोस्टिक सेंटर की प्रॉफिटेबिलिटी FY23 में घटी और FY24 में रेंज बाउंड रही. कंपनी के पास 8 सैटेलाइट लेबोरेटरी और 215 कस्टमर टचप्वॉइंट के साथ एक सेंट्रल लैबोरेटरी है. इसमें जून 2024 तक 49 डायग्नोस्टिक सेंटर और 166 सैंपल कलेक्शन सेंटर शामिल हैं.
(Disclaimer: शेयर पर व्यू या सलाह ब्रोकरेज हाउस के द्वारा दी गई है. यह फाइनेंशियल एक्सप्रेस के निजी विचार नहीं हैं. बाजार में जोखिम होते हैं, इसलिए निवेश के पहले एक्सपर्ट की राय लें.)