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Swiggy Q2 Results 2025: फूड डिलीवरी में ग्रोथ, लेकिन क्विक कॉमर्स ने बढ़ाया बोझ (File Photo : Reuters)
Swiggy Q2FY26 Results : ऑनलाइन फूड डिलीवरी कंपनी स्विगी ने अपने दूसरी तिमाही (जुलाई-सितंबर 2025) के नतीजे जारी किए हैं. कंपनी ने इस तिमाही में 1,092 करोड़ रुपये का कंसॉलिडेटेड नेट लॉस (consolidated net loss) दर्ज किया है, जो पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले 74% ज्यादा है. हालांकि, अच्छी बात यह रही कि कंपनी की रेवेन्यू ग्रोथ (revenue growth) मजबूत रही और ऑपरेशंस से होने वाली आय 54% बढ़कर 5,561 करोड़ रुपये पर पहुंच गई.
रेवेन्यू में उछाल, लेकिन खर्चों ने बढ़ाया घाटा
स्विगी की रेवेन्यू बढ़ने के बावजूद घाटा इसलिए बढ़ गया क्योंकि कंपनी के खर्चे भी तेजी से बढ़े हैं. इस तिमाही में कंपनी का कुल खर्च 6,711 करोड़ रुपये रहा, जो एक साल पहले की समान अवधि में 4,309 करोड़ रुपये था. यानी खर्चों में लगभग 55% की बढ़ोतरी हुई है.
कंपनी ने बताया कि विज्ञापन और प्रमोशन पर खर्च (advertising and sales promotion expenses) बढ़कर 1,039 करोड़ रुपये हो गया, जबकि पिछले साल यह 537 करोड़ रुपये था. इससे कुल मुनाफे पर दबाव पड़ा.
इंस्टामार्ट (Instamart) से 849 करोड़ का नुकसान
Swiggy की क्विक कॉमर्स सर्विस Instamart ने इस तिमाही में 849 करोड़ रुपये का घाटा (Instamart loss) दर्ज किया. हालांकि, स्विगी का कहना है कि इस सेगमेंट में ग्रोथ की रफ्तार अब भी मजबूत बनी हुई है.
 Instamart का Gross Order Value (GOV) सालाना आधार पर 108% बढ़कर 7,022 करोड़ रुपये पहुंच गया. कंपनी ने 40 नए डार्क स्टोर (dark stores) जोड़े, जिससे अब नेटवर्क 1,102 स्टोर्स और 128 शहरों तक फैल गया है.
 कंपनी ने बताया कि औसत ऑर्डर वैल्यू (Average Order Value) में भी 39.7% की बढ़ोतरी हुई है, जो अब 697 रुपये पर पहुंच गई है.
फूल डिलीवरी में होड़ तेज
स्विगी ने शेयरधारकों को भेजे पत्र में बताया कि फूड डिलीवरी (food delivery) सेगमेंट में प्रतिस्पर्धा बहुत तीव्र है. कई पुराने और नए खिलाड़ी इस मार्केट में हिस्सेदारी के लिए सक्रिय हैं. इस दौरान कंपनी ने देखा कि सब्सक्रिप्शन फीस और न्यूनतम ऑर्डर वैल्यू घटाकर प्रतिस्पर्धी कंपनियां ग्राहकों को लुभा रही हैं.
इसके जवाब में स्विगी ने अपने Swiggy One प्रोग्राम में कुछ टारगेटेड बदलाव किए, ताकि ग्राहक या ऑर्डर संख्या पर कोई असर न पड़े. हालांकि, इन बदलावों से कंपनी को सब्सिडाइज्ड डिलीवरी (subsidised delivery) का बोझ उठाना पड़ा, जिसे प्लेटफॉर्म फीस बढ़ाकर बैलेंस किया गया. स्विगी का कहना है कि ये टैक्टिकल मूव्स (tactical moves) हैं और कंपनी ऑपरेशनल रूप से पहले से ज्यादा मजबूत है.
नई सब्सिडियरी और फंड जुटाने की तैयारी
इस तिमाही में स्विगी ने अपनी क्विक कॉमर्स यूनिट Instamart के लिए एक नई सब्सिडियरी कंपनी Swiggy Instamart Pvt Ltd बनाई है, जो Scootsy Logistics Pvt Ltd के अंतर्गत रहेगी. कंपनी ने कहा कि Instamart बिजनेस को स्लंप सेल (slump sale) के ज़रिए इस नई इकाई में ट्रांसफर किया जाएगा, जिसके लिए बोर्ड ने मंजूरी दे दी है.
इसके अलावा, कंपनी ने अपने Rapido में निवेश (Rapido divestment) को 2,399 करोड़ रुपये में बेचने की डील की है, जिससे उसकी बैलेंस शीट मजबूत होगी. कंपनी ने बताया कि फिलहाल उसके पास पर्याप्त कैश बैलेंस है, जिसे Rapido डील के बाद और मजबूती मिलेगी. फिर भी, प्रतिस्पर्धा और विस्तार को देखते हुए कंपनी ने 10,000 करोड़ रुपये तक के फंड राइज (fund raise via QIP) पर विचार करने का फैसला किया है. इसके लिए बोर्ड की बैठक 7 नवंबर 2025 को होगी.
भविष्य की रणनीति और ग्रोथ पर फोकस
स्विगी का कहना है कि आने वाले समय में क्विक कॉमर्स सेगमेंट (quick commerce segment) तेजी से बढ़ेगा और Instamart इस ग्रोथ का सबसे बड़ा हिस्सा कैप्चर करने की स्थिति में है. कंपनी ने कहा कि नए यूजर्स और नई खरीदारी की आदतों से प्लेटफॉर्म पर जुड़ाव बढ़ रहा है. वहीं, फूड डिलीवरी बिजनेस भी स्थिर ग्रोथ ट्रेंड पर बना हुआ है, जो स्विगी के लिए लंबी अवधि में सकारात्मक संकेत है.
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