/financial-express-hindi/media/media_files/2025/03/13/qTv19XiJd7SrOQq7RqZ2.jpg)
JLR Business : इंपोर्ट वाहनों पर 25% टैरिफ लगाने से यूएस में जेएलआर बिजनेस के लिए चुनौतियां खड़ी होंगी, क्योंकि कंपनी अपने वॉल्यूम का 28-30% अमेरिका से हासिल करती है. (Reuters)
Tata Motors Stock Price : टाटा मोटर्स के शेयर पर ब्रोकरेज हाउस कोटक सिक्योरिटीज ने REDUCE रेटिंग दी है. ब्रोकरेज के अनुसार शेयर में मौजूदा भाव से तेजी की गुंजाइश बहुत कम है और इसके लिए टारगेट प्राइस 600 रुपये रखा है, जो करंट प्राइस के आस पास ही है. ब्रोकरेज के अनुसार ट्रम्प टैरिफ जेएलआर (JLR) के लिए एक महत्वपूर्ण रुकावट बन सकते हैं, जो अपने वॉल्यूम का 28-30% अमेरिका से हासिल करता है. प्रमुख मॉडल (डिफेंडर, आरआर, आरआर स्पोर्ट) लोकल मैन्युफैक्चरिंग वाली कंपनियों के लिए कुछ बाजार गंवा सकते हैं.
इसके अलावा, व्यापक अमेरिकी लग्जरी कार मार्केट को मैक्रो अनिश्चितता के बीच संभावित मंदी का सामना करना पड़ सकता है. नतीजतन, ब्रोकरेज हाउस को टैरिफ स्ट्रक्चर के आधार पर अर्निंग में 15-37% गिरावट का अनुमान है. यह देखते हुए कि अमेरिकी कार मार्केट, सबसे तेजी से बढ़ने वाला बाजार था, नियर टर्म में जेएलआर के वॉल्यूम और प्रॉफिबिलिटी में दबाव दिख सकता है.
ट्रम्प के टैरिफ का क्या होगा असर
ट्रम्प प्रशासन द्वारा इंपोर्ट किए गए वाहनों पर 25% टैरिफ लगाने से यूएस में जेएलआर बिजनेस के लिए चुनौतियां खड़ी होंगी, क्योंकि कंपनी अपने वॉल्यूम का 28-30% अमेरिका से हासिल करती है. जबकि जेएलआर की प्रीमियम ब्रांड पोजिशनिंग कुछ प्रभाव को कम करने में मदद कर सकती है, ब्रोकरेज का मानना है कि वाहन की कीमतों में कोई भी महत्वपूर्ण बढ़ोतरी, वॉल्यूम और प्रॉफिबिलिटी को नुकसान पहुंचाएगी. प्रतिस्पर्धी तीव्रता भी तेज होगी, क्योंकि लोकल मैन्युफैक्चरिंग वाली प्रतिस्पर्धी कंपनियां, डिफेंडर (जीप रैंगलर, फोर्ड ब्रोंको), रेंज रोवर (मर्सिडीज-मेबैक जीएलएस, बीएमडब्ल्यू एक्स7, कैडिलैक एस्केलेड) और रेंज रोवर स्पोर्ट (बीएमडब्ल्यू एक्स6, जेनेसिस जीबी80) के वॉल्यूम को प्रभावित कर सकती हैं.
बढ़ते इंपोर्ट कास्ट से US लग्जरी कार डिमांड पर खतरा
ब्रोकरेज के अनुसार लगाए गए टैरिफ अमेरिकी लग्जरी कार मार्केट के लिए एक बड़ा खतरा हैं, जो यूरोपीय और यूके-आधारित ब्रांड से इंपोर्ट पर बहुत अधिक निर्भर है. जबकि लग्जरी कार खरीदार प्राइस हाइक के प्रति अधिक लचीले होते हैं, लेकिन भारी बढ़ोतरी (25% तक) डिस्क्रिशनरी परचेज को रोक सकती है या खरीद निर्णय में देरी कर सकती है. यह 2008-09 के जीएफसी की याद दिलाता है, जब अमेरिकी लग्जरी कार मार्केट में 30 फीसदी से अधिक की गिरावट आई थी. लेकिन अभी का इकोनॉमिक बैकड्रॉप अलग है, एक रिस्क बना हुआ है, जहां टैरिफ मांग को कमजोर करके मंदी को ट्रिगर कर सकते हैं. साथ ही ओईएम को या तो लागतों को एब्जॉर्ब करने या उन्हें आगे बढ़ाने के लिए मजबूर कर सकते हैं, जो मुनाफे को प्रभावित करेगा.
FY2026E : JLR अर्निंग में 15-37% गिरावट का रिस्क
ब्रोकरेज का कहना है कि एनालिसिस के आधार पर, डिमांड में तेज गिरावट के जोखिम को देखते हुए जेएलआर की अर्निंग पर महत्वपूर्ण जोखिम है, जिसका मुनाफे पर भी असर पड़ सकता है. पहले सीनेरियो में जहां यूके और ईयू दोनों में टैरिफ अनचेंज्ड रहते हैं (जेएलआर इन दोनों बाजारों से सप्लाई करता है), हम जेएलआर की अर्निंग पर 31-37% का डाउनसाइड रिस्क देखते हैं. सीनेरियो 2 में, जहां यूके पर टैरिफ 10% तक कम हो जाते हैं, वॉल्यूम और ईपीएस इंप्लीकेशन कम (15-24%) होगा, क्योंकि कंपनी मुख्य रूप से अपने ईयू प्लांट से डिफेंडर का निर्यात करती है.
(Disclaimer: स्टॉक पर सलाह ब्रोकरेज हाउस के द्वारा दी गई है. यह फाइनेंशियल एक्सप्रेस के निजी विचार भी नहीं हैं. बाजार में जोखिम होते हैं, इसलिए निवेश के पहले एक्सपर्ट की राय लें.)