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Diwali stocks : ब्रोकरेज हाउस एंबिट कैपिटल ने दिवाली पर ऐसे 5 बेहतरीन लार्जकैप स्टॉक चुने हैं, जिनमें आगे मजबूत ग्रोथ दिख सकती है. (AI Image)
How to strengthen portfolio with Diwali stock picks : अगर आप दिवाली के पहले अपने पोर्टफोलियो में क्वालिटी और लो वोलेटिलिटी वाले कुछ मजबूत स्टॉक शामिल करना चाहते हैं तो ध्यान दें. ब्रोकरेज हाउस एंबिट कैपिटल ने ऐसे 5 बेहतरीन लार्जकैप स्टॉक (Largecap Stocks) चुने हैं, जिनमें आगे मजबूत ग्रोथ दिख सकती है. ब्रोकरेज के अनुसार अगले 12–18 महीनों में बाजार में मॉडरेशन (मंदी) की संभावना है. हिस्टोरिकल डेटा से पता चलता है कि बाजार में राइजिंग कंसन्ट्रेशन के बाद अक्सर अगली 8 तिमाहियों में ग्रोथ धीमी हो जाती है. भारतीय डेटा भी इस पैटर्न की पुष्टि करता है.
पिछले साइकिल्स के आधार पर, अगले 18 महीनों में अनुमान है कि लार्ज-कैप लगभग स्थिर (-2% CAGR) रहेंगे. मिड-कैप में करेक्शन (-10%) और स्मॉल-कैप में करेक्शन (-15%) हो सकता है. काउंटर-साइक्लिकल नीतियां थोड़ी राहत दे सकती हैं, लेकिन ब्रोकरेज का GRIP फ्रेमवर्क अभी भी इक्विटी में सतर्क रहने का संकेत दे रहा है. निवेशक अब डायरेक्ट म्यूचुअल फंड्स (DMFs) में क्वालिटी की ओर झुक रहे हैं. एस्सेट अलोकेशन अभी भी बॉन्ड्स के पक्ष में है.
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बाजार की स्थिति
NSE 500 पिछले एक साल में करीब 6% गिरा, लेकिन मीडियन स्टॉक लगभग 10% नीचे है. सितंबर 2024 से सितंबर 2025 तक लार्ज-कैप्स इंडेक्स में -4.6%, मिड-कैप्स में -5.7% और स्मॉल-कैप्स में -9.3% गिरावट आई है. इन तीनों कैटेगरी में सिर्फ 17%, 24%, और 23% स्टॉक ही डबल डिजिट से ज्यादा रिटर्न दे पाए हैं. यह स्टॉक-पिकिंग मार्केट बना हुआ है. जिसमें ब्रोकरेज ने अपने टॉप 10 हाई कनविक्शन बॉटम-अप आइडियाज (Diwali Shopping) को हाइलाइट किया है. जिनमें अधिकांश लार्ज-कैप स्टॉक हैं.
HDFC Bank
हाल ही में क्रेडिट ग्रोथ में कमी एक रणनीतिक कदम थी, ताकि लोन-टू-डिपॉजिट रेश्यो (LDR) 100% से नीचे रखा जा सके. अब LDR लगभग 95% है, जिससे HDFC बैंक आराम से 92–93% रेंज में काम कर सकता है. बैंक हाई-यील्डिंग सेक्टर्स पर ध्यान बनाए रखता है, जैसे: अनसिक्योर्ड रिटेल लोन (PL/CC), गोल्ड लोन, SME/MSME लोन, एग्रीकल्चर लोन.
इसका उद्देश्य मार्जिन स्थिरता बनाए रखना है, भले ही यील्ड तेजी से बदल रही हो. इस फोकस्ड ग्रोथ अप्रोच की वजह से, CD रेश्यो कम होने के बावजूद मार्जिन स्थिर रहे और प्रॉफिटेबिलिटी में मदद मिली.
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Bharti Airtel
भारती एयरटेल अब अपने मोबाइल बिजनेस से पैसा कमा रही है, जबकि पिछले दशक में कम RoCE और नुकसान का सामना करना पड़ा था, जो कंपिटिशन और रेगुलेटरी मुश्किलों की वजह से था. जुलाई 2024 में सरकार ने टैरिफ बढ़ोतरी को मंजूरी दी, जिससे भारत की डेटा टैरिफ दुनिया में सबसे कम बनी और डिजिटल इंफ्रा में निवेश आकर्षित हो सकता है.
कंपनी अब हर यूजर के लिए कई हाई-वैल्यू प्रोडक्ट्स (Airtel Black) और डिजिटल प्रोडक्ट्स को बढ़ावा दे रही है. कंपनी का तरीका सरल और प्रभावी है : अपने कोर नेटवर्क, डिस्ट्रीब्यूशन, डिजिटल स्ट्रेंथ्स और पार्टनरशिप्स का पूरा फायदा उठाना. इसके परिणामस्वरूप, एयरटेल रिटेल और एंटरप्राइज सेक्टर्स में इंडस्ट्री ग्रोथ में आगे बनी हुई है.
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Mahindra & Mahindra
विश्लेषकों के अनुसार, M&M का SUV ब्रांड पर फोकस और LCV (लाइट कमर्शियल व्हीकल) में लीडरशिप मार्केट शेयर बढ़ाने में मदद कर रही है. फार्म मशीनीरी और नॉन-ट्रैक्टर बिजनेस कंपनी को और विकल्प देते हैं. कंपनी की कोर अर्निंग FY25-28E में लगभग 13% CAGR के हिसाब से बढ़ने की उम्मीद है. कंपनी की इंडस्ट्री वॉल्यूम ग्रोथ से बेहतर प्रदर्शन करने की क्षमता को हाइलाइट किया है.
Sun Pharma
स्पेशलिटी प्रोडक्ट्स अब सन फार्मा के करीब 19% राजस्व में योगदान देते हैं, जिससे US जेनरिक्स पर निर्भरता कम हुई है. मजबूत पाइपलाइन के साथ, जिसमें Leqselvi और Unloxcyt शामिल हैं, विश्लेषकों को उम्मीद है कि स्पेशलिटी बिजनेस 3–4 साल में 500 मिलियन डॉलर से अधिक सालाना योगदान देगा. FY26-28E में EPS 19% CAGR बढ़ने की उम्मीद है, जो मार्जिन और ब्रांडेड जेनरिक्स की मजबूत मौजूदगी से सपोर्ट होगा.
Tech Mahindra
विश्लेषकों के अनुसार, नई लीडरशिप के तहत टेक महिंद्रा ऑपरेशनल एफिशिएंसी सुधार रही है. सब-कॉन्ट्रैक्टिंग कम की जा रही है और ऑफशोर कर्मचारियों की संख्या बढ़ाई जा रही है. टेलीकॉम सेक्टर (34% रेवेन्यू) में स्थिरता और मार्जिन सुधार के उपाय मिलकर कंपनी की प्रॉफिटेबिलिटी बढ़ाने की क्षमता दिखाते हैं. विश्लेषकों को कंपनी का वैल्यूएशन पीयर्स के मुकाबले आकर्षक लगता है.
(Disclaimer: स्टॉक में निवेश की सलाह ब्रोकरेज हाउस के द्वारा दिए गए हैं. यह फाइनेंशियल एक्सप्रेस के निजी विचार नहीं है. बाजार में जोखिम होते हैं, इसलिए निवेश के पहले एक्सपर्ट की राय लें.)