/financial-express-hindi/media/media_files/2025/01/17/ruyS5wQFeXB3Uma0GAkd.jpg)
Wipro News : विप्रो ने Q1FY26 के लिए गाइडेंस कमजोर दिया है, जो टैरिफ वार के कारण मैक्रो अनिश्चितता के चलते है. (Reuters)
Wipro Stock Price : आईटी सेक्टर की दिग्गज कंपनी विप्रो के स्टॉक में आज बड़ी गिरावट देखने को मिल रही है. आज यह स्टॉक 6 फीसदी टूटकर 232 रुपये पर आ गया, जो बुधवार को 248 रुपये पर बंद हुआ था. कंपनी ने बुधवार को तिमाही नतीजे जारी किए हैं, जिसमें आगे कंपनी के रेवेन्यू (Wipro Revenue) पर दबाव का अनुमान लगाया है. कंपनी ने वित्त वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही (Q1 FY26) के लिए आईटी सर्विसेज बिजनेस रेवेन्यू का अनुमान 2,505 मिलियन डॉलर से 2,557 मिलियन डॉलर के बीच जताया है. यह 1.5% से 3.5% तक की गिरावट को दर्शाता है, जो ग्लोबल लेवल पर जारी मैक्रोइकोनॉमिक अस्थिरता के चलते क्लाइंट्स की सतर्कता को दिखाता है.
Sell रेटिंग
ब्रोकरेज हाउस मोतीलाल ओसवाल ने विप्रो के शेयर पर Sell रेटिंग दी है और टारगेट प्राइस 215 रुपये दिया है, जो बुधवार के बंद भाव से 13 फीसदी गिरावट (-13%) का अनुमान है. ब्रोकरेज का कहना है कि कंपनी ने 4QFY25 के लिए आईटी सेवाओं की कुल आय 2.6 बिलियन डॉलर (स्थिर मुद्रा के आधार पर) दर्ज की, जो कि पिछले तिमाही से 0.8% कम है. यह अनुमान से कम है. कंपनी ने 3.9 बिलियन डॉलर का ऑर्डर लिया (पिछली तिमाही से 12.5% अधिक), जिसमें बड़ी डील की कुल वैल्यू 1.8 बिलियन डॉलर रही (43% बढ़त QoQ).
आईटी सर्विसेज की EBIT मार्जिन 17.5% रही (अनुमान 17.6% था). EBITDA पिछले तिमाही जितना ही रहा और सालाना आधार पर 6.3% बढ़कर 47 बिलियन रुपये हो गया. मुनाफा (PAT) 36 बिलियन रुपये रहा, जो कि तिमाही आधार पर 6.4% और सालाना 25.9% बढ़ा है, जबकि अनुमान 33 बिलियन रुपये का था. रेवेन्यू में 0.6% की गिरावट (YoY) रही. जबकि EBIT और PAT में रुपये के टर्म में 11% और 19% की ग्रोथ रही. ब्रोकरेज का अनुमान है कि 1QFY26 में रेवेन्यू सालाना आधार पर स्थिर रहेगा. EBIT और PAT में 4.1% और 3.0% की ग्रोथ होगी.
Hold रेटिंग
घरेलू ब्रोकरेज नुवामा इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज ने विप्रो के शेयरों को डाउनग्रेड कर hold रेटिंग दी है. ब्रोकरेज ने विप्रो के शेयरों पर अपने टारगेट प्राइस को 300 रुपये से घटाकर 260 रुपये कर दिया है. ब्रोकरेज के अनुसार विप्रो ने Q1FY26 के लिए गाइडेंस कमजोर दिया है, जो टैरिफ वार के कारण मैक्रो अनिश्चितता के चलते है. जिससे FY26 में पॉजिटिव ग्रोथ की रिपोर्ट करना मुश्किल हो गया है. इस तरह विप्रो की टर्नअराउंड थीसिस पटरी से उतर गई है. मैक्रो की तेजी से गिरावट के साथ, स्पेंडिंग के बारे में अनिश्चितता और विप्रो का वैल्युएशन पियर्स के समान होने के चलते वित्त वर्ष 26 में फिर से विप्रो द्वारा टॉप लाइन में सालाना बेसिस पर गिरावट की रिपोर्ट करने का अनुमान है.
REDUCE रेटिंग
ब्रोकरेज हाउस आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज ने विप्रो के शेयर पर REDUCE रेटिंग दी है और टारगेट प्राइस घटाकर 230 रुपये कर दिया है. ब्रारेकरेज का कहना है कि विप्रो का Q1FY26 रेवेन्यू गाइडेंस -3.5% से -1.5% (QoQ CC) पर है, जो अब तक की सबसे कमजोर गाइडेंस में से एक है (Covid और GFC तिमाहियों को छोड़कर). यह वैश्विक टैरिफ युद्ध के कारण ग्राहकों के फैसलों में बढ़ती अनिश्चितता को दर्शाता है.
बड़े ट्रांसफॉर्मेशन प्रोजेक्ट्स में रुकावट, प्रोजेक्ट्स का रैंप डाउन होना, फैसले लेने में देरी गाइडेंस में शामिल है. कमजोर गाइडेंस का मतलब है कि FY26 में Wipro का प्रदर्शन कमजोर रहेगा और रेवेन्यू में गिरावट का एक और साल होगा. हालांकि बड़ी डील्स में सालाना आधार पर 17% बढ़ोतरी रही है. कुल बुकिंग सालाना आधार पर 4% घटा है. छोटी, डिस्क्रिशनरी डील्स में 13.4% की कमी (FY25) आई है.
(Disclaimer: स्टॉक पर सलाह ब्रोकरेज हाउस के द्वारा दी गई है. यह फाइनेंशियल एक्सप्रेस के निजी विचार भी नहीं हैं. बाजार में जोखिम होते हैं, इसलिए निवेश के पहले एक्सपर्ट की राय लें.)