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Think twice before quitting your job : हड़बड़ी में नौकरी छोड़ना करियर और आर्थिक स्थिति दोनों को नुकसान पहुंचा सकता है. (Image : Freepik)
Think twice before quitting your job : कई बार ऑफिस में तनाव, काम का बोझ या बॉस का बर्ताव इतना खराब लगने लगता है कि नौकरी छोड़ने का ख्याल मन में आने लगता है. लेकिन इस तरह के फैसले जल्दबाजी में लेना आपके करियर और आर्थिक स्थिति दोनों को नुकसान पहुंचा सकता है. अगर आप भी नौकरी छोड़ने की सोच रहे हैं, तो कोई भी कदम न उठाने से पहले इन 5 बातों पर गौर करें. हड़बड़ी में नौकरी छोड़ दी, तो आगे पछताना पड़ सकता है.
गुस्से में आकर नौकरी न छोड़ें
बहुत से लोग इतने इमोशनल होते हैं कि वर्क प्लेस से जुड़ी किसी बात पर गुस्से या तैश में आकर नौकरी से इस्तीफा दे देते हैं. लेकिन यह एक अस्थायी भावना होती है. ऐसे में लिए गए फैसले अक्सर गलत साबित होते हैं. याद रखिए आज के सीनियर्स ही आगे चलकर आपके लिए रेफरेंस बन सकते हैं. अगर सबकुछ सोच-समझकर नौकरी छोड़नी भी हो, तो ऐसा प्रोफेशनल और मेच्योर तरीके से करना चाहिए ताकि आपके प्रोफेशनल रिलेशन और भविष्य दोनों सुरक्षित रहें.
कंपनी बंद होने वाली हो तब भी फौरन इस्तीफा न दें
हो सकता है कोई शख्स जिस कंपनी में काम कर रहा है, उसकी हालत ठीक नहीं है. यहां तक कि उसके बंद होने की आशंका भी नजर आ रही है. तब भी बिना दूसरी नौकरी मिले बिना इस्तीफा देना सही नहीं है. जब तक आपके पास नई नौकरी का ऑफर नहीं होता, तब तक पुरानी जगह पर बने रहकर टीम और मैनेजमेंट की मदद करें. इससे आपको न केवल नई सीख मिलेंगी, बल्कि अगली नौकरी के इंटरव्यू में बताने के लिए आपके पास बेहतर अनुभव भी होंगे.
नाकामी से हार मानकर नौकरी न छोड़ें
अगर नौकरी से जुड़े किसी प्रोजेक्ट में आपको कामयाबी नहीं रही है, तो इससे निराश न हों. अगर आप ऐसी स्थिति में हार मानकर नौकरी छोड़ते हैं, तो इसका आपके करियर पर खराब असर पड़ सकता है. ऐसा करने पर हो सकता है अगली नौकरी के लिए आपके एप्लीकेशन पर विचार करने वाले को लगे कि आपको नाकामी के कारण हटाया गया था. इसलिए नाकामी से निराश होने की जगह गलतियों से सीखें, चुनौती का सामना करें और वापसी की कोशिश करें. अगर ऐसा करेंगे तो यह अनुभव आगे चलकर फायदेमंद साबित होगा.
नई नौकरी मिलने तक पुरानी छोड़ना ठीक नहीं
बाजार में एक नियम चलता है. जो अभी काम कर रहा है, उसकी वैल्यू ज़्यादा मानी जाती है. बिना नई नौकरी के पुरानी छोड़ देना आपकी नेगोशिएशन पावर को कम करता है और नई नौकरी ढूंढना मानसिक तौर पर भी मुश्किल हो जाता है. इसलिए जल्दबाजी न करें.
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फाइनेंशियल स्टेटस को हमेशा ध्यान में रखें
अगर आप इन सारी बातों को सोचने के बाद भी किसी विकल्प का इंतजार किए बिना नौकरी छोड़ने का मन बना रहे हैं, तो एक बार खुद से यह जरूर पूछ लें कि क्या मेरे पास इतने पैसे हैं कि अगले कुछ महीनों तक नौकरी नहीं मिलने पर बिना सैलरी के गुज़ारा चल जाएगा? अपनी ईमआई, मकान किराए समेत तमाम जरूरी खर्चों को ध्यान में रखें, जिनका इंतजाम किए बिना आप और भी मुश्किल स्थिति में फंस सकते हैं. अगर आपकी आर्थिक स्थिति मज़बूत नहीं है, तो नौकरी छोड़ना सही फैसला नहीं हो सकता.
नौकरी छोड़ना एक बड़ा कदम होता है. यह भावनाओं में बहकर नहीं, सोच-समझकर लिया जाना चाहिए. इसलिए इस बारे में कोई भी फैसला हड़बड़ी में कभी न करें.