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Gold Rally Today : गोल्ड की रैली को कमजोर डॉलर, टैरिफ टेंशन, अमेरिकी इकोनॉमी में सुस्ती की आशंका, जियो पॉलिटिकल टेंशन जैसे फैक्टर सपोर्ट दे रहे हैं. (Image : Canva)
Gold Price Today : गोल्ड की कीमतों ने आज सभी रिकॉर्ड ब्रेक कर दिए. एमसीएक्स (मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज) पर गोल्ड फ्यूचर्स ने आज पहली बार 99,000 रुपये का बैरियर पार कर लिया. एमसीएक्स पर गोल्ड (Gold MCX) ने आज 99,178 रुपये प्रति 10 ग्राम (Gold Rates Today) का नया रिकॉर्ड बना दिया. अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और अमेरिकी फेडरल रिजर्व के प्रमुख जेरोम पॉवेल के बीच ब्याज दरों में कटौती को लेकर बढ़ते तनाव के चलते गोल्ड की कीमतों को सपोर्ट मिला है. फिलहाल यह 1552 रुपये की बढ़त के साथ 98,831 रुपये प्रति 10 ग्राम पर ट्रेड कर रहा है.
डॉलर इंडेक्स में गिरावट से कीमतों को सपोर्ट
HDFC सिक्योरिटीज में हेड - कमोडिटी एंड करंसी, अनुज गुप्ता का कहना है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर यूएस फेड चेयरमैन जेरोम पॉवेल पर जुबानी हमला किया है. उन्होंने ब्याज दरों में कटौती की वकालत की. जिससे अमेरिकी डॉलर 3 साल के निचले स्तर पर आ गया. सोमवार को डॉलर इंडेक्स 98 के लेवल के नीचे चला गया था. जिसके चलते गोल्ड की कीमतों को सपोर्ट मिला और यह रिकॉर्ड हाई पर पहुंच गया. इसके अलावा, अमेरिका-चीन व्यापार तनाव और वैश्विक आर्थिक मंदी की चिंता ने सोने की मांग को सुरक्षित निवेश (Safe Haven) के रूप में और बढ़ा दिया है.
गोल्ड में इन वजहों से भी आई तेजी
टैरिफ को लेकर लगातार बढ़ रहे तनाव, अमेरिका में इकोनॉमी में सुस्ती आने की आशंका, जियो पॉलिटिकल टेंशन और अमेरिकी कर्ज संकट का खतरा भी गोल्ड की रैली को सपोर्ट दे रहे हैं. वहीं चीन, सहित अन्य प्रमुख अर्थव्यवस्था वाले देशों के केंद्रीय बैंकों और संस्थागत निवेशकों की लगातार खरीदारी ने भी गोल्ड को लेकर सेंटीमेंट मजबूत किया है.
असल में डोनाल्ड ट्रंप जल्द से जल्द ब्याज दरों में कटौती चाहते हैं, लेकिन पॉवेल ऐसा नहीं चाहते. इसे लेकर दोनों के बीच तनाव बढ़ रहा है. इससे ऐसा हो सकता है कि यूएस फेड पॉलिसी बाजार की उम्मीदों से अधिक सख्त बनी रहे. वहीं ट्रंप अगर इस मामले में खुद हस्तक्षेप करते हैं, तो भी चिंताएं बढ़ेंगी.
इक्विटी मार्केट में तनाव भी है वजह
सोने की इस तेजी का एक कारण इक्विटी बाजार का झटका भी रहा है. पिछले 25 साल के दौरान वैश्विक इक्विटी बाजार में तनाव के समय सोने ने लगातार अच्छा प्रदर्शन किया है. ऐतिहासिक डेटा बताते हैं कि जब भी एसएंडपी 500 में 20% से अधिक की गिरावट आती है, तो सोने की कीमत तेजी से बढ़ती है. उदाहरण के लिए, 2008 के वैश्विक वित्तीय संकट के दौरान, एसएंडपी 500 में 57% की गिरावट आई थी, जबकि सोना 39% बढ़ा था. इसी तरह, 2020 में COVID-19 महामारी के दौरान, शेयर 35% गिर गए थे जबकि सोना 32% बढ़ गया था. डॉट-कॉम बुलबुले में भी ऐसा ही पैटर्न देखा गया था, जिसमें एसएंडपी 500 में 49% की गिरावट आई थी और सोना 21% बढ़ा था.