/financial-express-hindi/media/media_files/2025/11/04/women-cricket-world-cup-2025-11-04-09-53-07.jpg)
अटूट जज़्बा, ऐतिहासिक जीत - भारत की महिला टीम बनी विश्व चैंपियन
रविवार का दिन भारतीय क्रिकेट प्रेमियों के लिए ऐतिहासिक बन गया, जब महिलाओं की भारतीय क्रिकेट टीम ने अपने शानदार प्रदर्शन से पहला क्रिकेट वर्ल्ड कप (Cricket World Cup) खिताब अपने नाम किया. टीम की इस अभूतपूर्व जीत ने न केवल देशवासियों का दिल जीत लिया, बल्कि भारतीय महिला क्रिकेट के नए युग की शुरुआत भी कर दी है. टीम की कप्तान हरमनप्रीत कौर और उपकप्तान स्मृति मंधाना की लोकप्रियता पहले ही चरम पर थी, लेकिन इस जीत के बाद उनके ब्रांड एंडोर्समेंट फीस में 30 से 50 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी होने की संभावना जताई जा रही है. विज्ञापन जगत के जानकारों का मानना है कि इन दोनों खिलाड़ियों की विश्वसनीय छवि और नेतृत्व क्षमता अब कई बड़ी कंपनियों को आकर्षित करेगी. इसके अलावा, जेमिमा रॉड्रिग्स, जिन्होंने पूर्व विश्व चैंपियन ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सेमीफाइनल में शानदार प्रदर्शन कर सबका ध्यान खींचा, अब तेजी से ब्रांड एंबेसडर की नई पसंद बनकर उभर रही हैं.
कप्तान हरमनप्रीत कौर और उपकप्तान स्मृति मंधाना, जो मिलकर पहले से ही 20 से अधिक ब्रांड्स का प्रचार कर रही हैं, अब अपनी एंडोर्समेंट फीस में 50% तक की बढ़ोतरी देख सकती हैं. वर्तमान में इनकी प्रति डील फीस करीब 60 से 75 लाख रुपये है, जो अब एक करोड़ रुपये के पार जा सकती है. विज्ञापन और मार्केटिंग विशेषज्ञों का मानना है कि इस जीत ने भारतीय महिला क्रिकेटरों की लोकप्रियता और विश्वसनीयता को नई ऊँचाइयों पर पहुंचा दिया है. सिर्फ मंधाना और कौर ही नहीं, बल्कि टीम की युवा सितारे — शफाली वर्मा, दीप्ति शर्मा और ऋचा घोष — जिन्होंने पूरे टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन किया, अब ब्रांड्स की नई पसंद बनती जा रही हैं. इनके दमदार खेल ने दर्शकों का दिल जीता है, और अब विज्ञापन जगत में भी इनके सितारे बुलंद होते दिख रहे हैं.
अब इन खिलाड़ियों को बड़े-बड़े ब्रांड्स के विज्ञापन मिल सकते हैं. अभी तक उनकी फीस ज़्यादा खास नहीं थी, लेकिन अब ये बढ़कर 40 से 50 लाख रुपये प्रति ब्रांड तक पहुंच सकती है.
महिला क्रिकेट के लिए नए दौर की शुरुआत
डी एंड पी एडवाइजरी के मैनेजिंग पार्टनर संतोष एन का कहना है कि यह जीत महिला क्रिकेटरों के लिए एंडोर्समेंट की दुनिया में एक बड़ा टर्निंग पॉइंट साबित हो सकती है. इस ऐतिहासिक सफलता ने महिला क्रिकेट की विजिबिलिटी, पब्लिक इंटरेस्ट और व्यूअरशिप में जबरदस्त बढ़ोतरी की है, जिससे खेल में जेंडर आधारित असमानता को चुनौती मिली है. उन्होंने बताया कि बीसीसीआई ने पहले ही कदम उठाकर मैच फीस और इनामी राशि को समान कर दिया है, जिससे पुरुष और महिला क्रिकेट के बीच की सबसे बड़ी खाई काफी हद तक कम हुई है.
महिला क्रिकेट के सुनहरे भविष्य की ओर
संतोष एन का मानना है कि तेजी से बढ़ती वीमेंस प्रीमियर लीग (WPL) और खिलाड़ियों को मिली बेहतर आर्थिक स्थिरता ने महिला क्रिकेटरों को अपने करियर पर ज्यादा ध्यान देने और अपनी कौशल को निखारने का मौका दिया है. इससे आने वाले समय में खेल का मैदान और भी बराबरी वाला होता दिखाई देगा. वे कहते हैं कि इन सभी बदलावों से न सिर्फ महिला क्रिकेट का भविष्य उज्जवल होगा, बल्कि ये खिलाड़ी अब ब्रांड्स के लिए भरोसेमंद चेहरों के रूप में भी स्थापित होंगी.
वहीं, जेएसडब्ल्यू स्पोर्ट्स के चीफ कमर्शियल ऑफिसर करण यादव का कहना है कि यह जीत सिर्फ मैदान तक सीमित नहीं रहेगी — इसका असर दर्शकों की सोच और नजरिए पर भी पड़ेगा. उनके अनुसार, हरमनप्रीत कौर, जेमिमा रॉड्रिग्स और स्मृति मंधाना जैसी स्टार खिलाड़ियों की ब्रांड वैल्यू और भी मजबूत होगी, जबकि असली दिलचस्पी अब उभरती हुई नई प्रतिभाओं पर रहेगी, जो भविष्य में महिला क्रिकेट की अगली पहचान बनेंगी.
महिला क्रिकेट का बढ़ता आकर्षण, दर्शकों और ब्रांड्स दोनों ने दिखाया भरोसा
शफाली वर्मा पहले से ही बैंक ऑफ बड़ौदा और सीएटी (CEAT) जैसे बड़े ब्रांड्स से जुड़ी रही हैं, जबकि ऋचा घोष ने प्यूमा (Puma) और बूस्ट (Boost) के लिए विज्ञापन किए हैं. दीप्ति शर्मा भी पहले बूस्ट की ब्रांड एंबेसडर रह चुकी हैं.
रविवार रात का फाइनल मुकाबला इस बात का सबूत था कि अब महिला क्रिकेट भी दर्शकों का उतना ही ध्यान खींचती है जितना पुरुष क्रिकेट. जियोहॉटस्टार (JioHotstar) पर मैच के आखिरी पलों तक 300 मिलियन से ज्यादा दर्शकों ने खेल देखा, जबकि नवी मुंबई के डीवाई पाटिल स्टेडियम में दर्शकों की खचाखच भीड़ ने माहौल को और ऐतिहासिक बना दिया.
डब्ल्यूपीएल से पहले बढ़ी ब्रांड्स की दिलचस्पी, नई सितारों पर टिकी निगाहें
आगामी विमेंस प्रीमियर लीग (WPL) से पहले ब्रांड्स में जबरदस्त उत्साह देखने को मिल रहा है.
आईटीडब्ल्यू यूनिवर्स इंटीग्रेटेड मार्केटिंग सर्विसेज के सीईओ शुभोदीप पाल का कहना है कि इस ऐतिहासिक विश्व कप जीत के बाद कई युवा खिलाड़ी, जैसे दीप्ति शर्मा और शफाली वर्मा, अब ब्रांड पार्टनरशिप चर्चाओं में शामिल की जा रही हैं. उन्होंने उम्मीद जताई कि डब्ल्यूपीएल शुरू होने से पहले कम से कम 3 से 4 बड़े ब्रांड्स इन खिलाड़ियों के साथ नए एंडोर्समेंट करार कर सकते हैं. पाल का मानना है कि इस जीत ने महिला क्रिकेट को एक नया मंच दिया है जहाँ खेल, व्यवसाय और लोकप्रियता तीनों का संगम देखने को मिलेगा.
शुभोदीप पाल का कहना है कि ब्रांड्स आम तौर पर अपने एंडोर्सर्स चुनने में समय लेते हैं ताकि वे अपने लिए सही चेहरा तय कर सकें. लेकिन इस ऐतिहासिक जीत ने इन युवा खिलाड़ियों को पहली बार सुर्खियों के केंद्र में ला दिया है.पाल ने आगे कहा कि जो ब्रांड्स अगले साल होने वाले WPL से पहले तेजी से कदम उठाएंगे, उन्हें पहले पहल करने का फायदा (first mover’s advantage) मिलेगा. यानी जो कंपनियाँ अभी इन खिलाड़ियों के साथ जुड़ेंगी, वे आने वाले समय में महिला क्रिकेट की बढ़ती लोकप्रियता का सबसे बड़ा लाभ उठा सकेंगी.
सोशल मीडिया पर छाया Surf Excel का ‘स्टेन वर्थ फ्रेमिंग’ कैंपेन
महिला विश्व कप जीत के बाद Surf Excel ने अपनी क्रिएटिव मार्केटिंग से सबका ध्यान खींच लिया. ब्रांड ने जेमिमा रॉड्रिग्स को उनकी मिट्टी लगी जर्सी के लिए एक फ्रेम और खाली डिटर्जेंट की बोतल भेजी, साथ में लिखा था - “कुछ दाग़ फ्रेम करने लायक होते हैं.” सोशल मीडिया पर इस तेज और भावनात्मक मोमेंट मार्केटिंग की जमकर तारीफ़ हुई, और Surf Excel को प्रशंसकों से खूब सराहना मिली.
अब असली चुनौती है ‘मोमेंट के बाद की कहानी’
JSW Sports के करण यादव का कहना है कि असली परीक्षा तब होती है, जब गौरव का यह पल फीका पड़ने लगता है. उनके अनुसार, खिलाड़ियों के मैनेजरों और ब्रांड्स दोनों के लिए यह समय है लॉन्ग-टर्म सोच अपनाने का ताकि इन एथलीट्स की पहचान सिर्फ मैदान तक सीमित न रहे. यादव कहते हैं, “सिर्फ शॉर्ट-टर्म एंडोर्समेंट या मोमेंट मार्केटिंग के पीछे भागने के बजाय, हमें इन खिलाड़ियों की व्यक्तिगत कहानियों और पहचान को उजागर करने पर ध्यान देना होगा. यही उन्हें स्थायी ब्रांड एंबेसडर बनाएगा.”
कुछ विशेषज्ञों का अनुमान है कि अगले साल विमेंस प्रीमियर लीग (WPL) के विज्ञापन दरों और स्पॉन्सरशिप फीस में लगभग 15-20% तक की बढ़ोतरी देखी जा सकती है. हालाँकि, शुभोदीप पाल का मानना है कि इस बार तस्वीर थोड़ी अलग होगी, क्योंकि WPL का आयोजन पुरुषों के आईसीसी टी20 वर्ल्ड कप के साथ लगभग एक ही समय पर होगा.
उनके अनुसार, ऐसे में ब्रांड्स अपने विज्ञापन बजट दोनों टूर्नामेंटों के बीच बाँट सकते हैं, जिससे महिला क्रिकेट के हिस्से में आने वाला निवेश सीमित हो सकता है.
Note: This content has been translated using AI. It has also been reviewed by FE Editors for accuracy.
To read this article in English, click here.
/financial-express-hindi/media/agency_attachments/PJD59wtzyQ2B4fdzFqpn.png)
 Follow Us