scorecardresearch

International Women’s Day 2025: मिलिए उन 6 महिलाओं से जिन्होंने आज पीएम मोदी के सोशल मीडिया अकाउंट की कमान संभाली

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी डिजिटल मौजूदगी को महिला उपलब्धि हासिल करने वालों को सौंपने की पहल पहली बार नहीं की है. इससे पहले 2020 में भी ऐसा देखा गया था, जब 7 महिलाएं चर्चे में आई थीं और उनकी उपलब्धियों को साझा किया गया था.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी डिजिटल मौजूदगी को महिला उपलब्धि हासिल करने वालों को सौंपने की पहल पहली बार नहीं की है. इससे पहले 2020 में भी ऐसा देखा गया था, जब 7 महिलाएं चर्चे में आई थीं और उनकी उपलब्धियों को साझा किया गया था.

author-image
FE Hindi Desk
New Update
These women handle PM Modi Social Media Platform

Photograph: (X)

अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के खास मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सोशल मीडिया प्लेटफार्म की कमान देश की कुछ दिग्गज महिलाओं के हाथ में रही. विभिन्न क्षेत्रों की सफल महिलाओं ने उनके अकाउंट की जिम्मेदारी संभाली और अपनी दृढ़ता, महत्वाकांक्षा और सफलता की कहानियां साझा कीं. प्रधानमंत्री ने अपनी डिजिटल मौजूदगी को महिला उपलब्धि हासिल करने वालों को सौंपने की पहल पहली बार नहीं की है. इससे पहले 2020 में भी ऐसा देखा गया था, जब 7 महिलाएं चर्चे में आई थीं और उनकी उपलब्धियों को साझा किया गया था.

यह परंपरा इस बार 6 और बदलाव लाने वालों के साथ जारी रही, जो खेल, ग्रामीण उद्यमिता और विज्ञान के क्षेत्र में अग्रणी हैं और अपनी आवाज को बुलंद करने के लिए इन प्लेटफार्म का इस्तेमाल कर रही हैं. ये महिलाएं न सिर्फ अपने क्षेत्र में उत्कृष्टता हासिल कर रही हैं, बल्कि वे अपनी कहानियों और अनुभवों को साझा करके दूसरों को प्रेरित भी कर रही हैं. मिलिए उन 6 महिलाओं से जिन्होंने आज पीएम मोदी के सोशल मीडिया अकाउंट की कमान संभाली.

Advertisment

Also read : Women Need Life Insurance: महिलाओं के लिए आज के समय में क्यों जरूरी है लाइफ इंश्योरेंस? खास मौके पर समझिए अहमियत

शतरंज ग्रैंडमास्टर आर वैशाली

सोशल मीडिया अकाउंट को सबसे पहले आर वैशाली ने संभाला, जो शतरंज की एक प्रतिभाशाली खिलाड़ी हैं और 6 साल की उम्र से ही इस खेल से जुड़ी हैं. अपनी कड़ी मेहनत से साल 2023 का ग्रैंडमास्टर खिताब जीतने में कामयाब रही. वैशाली ने खेलों में महिलाओं के लिए बढ़ते समर्थन को स्वीकार किया और युवा लड़कियों को अपने सपनों का पीछा करने के लिए प्रोत्साहित किया.

उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि आज का भारत महिला एथलीटों को बहुत सपोर्ट करता है, जो बहुत उत्साहजनक है. महिलाओं को खेलों में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करने से लेकर उन्हें ट्रेनिंग देने और उन्हें पर्याप्त खेल अनुभव देने तक, भारत जो प्रगति कर रहा है वह असाधारण है. वैशाली के लिए शतरंज सिर्फ एक खेल नहीं है - यह एक शिक्षक है, जो अनुशासन और लचीलापन सिखाता है.

शिल्पी सोनी और एलिना मिश्रा

पीएम मोदी के सोशल मीडिया अकाउंट की कमान संभालने वाली वैशाली के बाद भारत के प्रतिष्ठित संस्थाओं से जुड़ी दो वैज्ञानिक महिलाएं हैं. भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र (BARC) के लिए काम कर रही एलिना मिश्रा और इसरो से बतौर स्पेस साइंटिस्ट जुड़ी शिल्पी सोनी ने पीएम मोदी की कमान संभाली.

Also read : Mahila Samriddhi Yojana: महिला समृद्धि योजना को कैबिनेट की मिली मंजूरी, दिल्ली की किन महिलाओं को हर महीने मिलेंगे 2500 रुपये

अजयता शाह

ग्रामीण महिलाओं को सशक्त बनाने के क्षेत्र में कई मिसाल कायम कर चुकी फ्रंटियर मार्केट्स की संस्थापक और सीईओ अजयता शाह ने तकनीक की अहमियत पर जोर देने के लिए मोदी के अकाउंट को संभाला. उन्होंने लिखा, "एक आर्थिक रूप से सशक्त महिला एक आत्मविश्वासी निर्णयकर्ता, स्वतंत्र विचारक, अपने भविष्य की निर्माता और आधुनिक भारत की निर्माता होती है. ग्रामीण विकास में लगभग 2 दशक काम करने के बाद, शाह ने खुद देखा है कि वित्तीय समावेशन किस तरह से जीवन को बदल सकता है. उन्होंने 'मेरी सहेली' ऐप जैसी पहलों पर प्रकाश डाला, जो गांवों में महिला उद्यमियों का समर्थन करने के लिए एआई और डिजिटल उपकरणों का उपयोग करता है. उन्होंने कहा, "बैंकिंग, सामाजिक सुरक्षा, स्वास्थ्य सेवा और स्वच्छता तक बेहतर पहुंच के कारण आज महिलाओं के लिए अपने सपनों को पूरा करना और अपने समुदायों का उत्थान करना आसान हो रहा है."

Also read : Internship: 10वीं, 12वीं, ITI, पॉलिटेक्निक और बैचलर पास के लिए इंटर्नशिप का मौका, हर महीने मिलेंगे 5000 रु, आवेदन के लिए बचे हैं 5 दिन से कम वक्त

बिहार की 'मशरूम लेडी' अनीता देवी

बिहार की अनीता देवी को मशरूम लेडी के नाम से जाना जाता है. उन्होंने कृषि के जरिए महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए 2016 में माधोपुर फ़ार्मर्स प्रोड्यूसर्स कंपनी की स्थापना की. जीविका और एनआरएलएम के तहत एक छोटे से प्रशिक्षण सत्र से शुरुआत करके, वह अब किसानों को बीज, उर्वरक और कीटनाशक उपलब्ध कराती हैं, जिससे महिलाओं को वित्तीय स्वतंत्रता प्राप्त करने में मदद मिलती है. उन्होंने बताय कि मैंने जीवन में कई संघर्ष देखे हैं, लेकिन मैं हमेशा अपने दम पर कुछ हासिल करना चाहती थी. 2016 में मैंने स्वरोजगार का रास्ता अपनाने का फैसला किया और माधोपुर फार्मर्स प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड की स्थापना की. उनके काम ने न सिर्फ उनका जीवन बदल दिया है, बल्कि सैकड़ों ग्रामीण महिलाओं के लिए अवसर भी पैदा किए हैं.

Also read : Women's Day: महिलाओं के लिए ये सेविंग स्कीम है बेहतर, पैसे लगाने पर मिलता है अच्छा रिटर्न

डॉ अंजली अग्रवाल

इस लिस्ट में आखिरी नाम डॉ अंजली अग्रवाल का है. अंजली सामर्थ्यम सेंटर फॉर यूनिवर्सल एक्सेसिबिलिटी की संस्थापक हैं. पिछले तीन दशकों से वह सार्वजनिक स्थानों को अधिक समावेशी बनाने के लिए काम कर रही हैं, जिससे विकलांग लोगों के लिए बाधा-मुक्त गतिशीलता सुनिश्चित हो सके. उन्होंने लिखा पीएम मोदी के सोशल मीडिया प्लेटफार्म के जरिए कहा कि  मेरा लक्ष्य भारत में सुलभ और समावेशी वातावरण बनाने में अग्रणी शक्ति बनना है, जिसमें विकलांग व्यक्तियों को सशक्त बनाने के लिए गहरी प्रतिबद्धता है. उन्होंने कहा कि आज, विकलांग महिलाएं खेल, वाणिज्य, शिक्षा जैसे तमाम क्षेत्रों में अच्छा प्रदर्शन कर रही हैं.

(With inputs from agencies)

Narendra Modi