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इंदौर में ऑस्ट्रेलियाई महिला क्रिकेटरों से छेड़छाड़ पर मंत्री का बयान: “खिलाड़ियों को रहना चाहिए था सतर्क”, बयान से भड़का विवाद

इंदौर में ऑस्ट्रेलियाई महिला क्रिकेटरों से छेड़छाड़ पर मंत्री कैलाश विजयवर्गीय के “खिलाड़ियों को सावधान रहना चाहिए था” बयान से विवाद भड़का. विपक्ष ने सरकार पर महिलाओं की सुरक्षा में नाकामी का आरोप लगाया.

इंदौर में ऑस्ट्रेलियाई महिला क्रिकेटरों से छेड़छाड़ पर मंत्री कैलाश विजयवर्गीय के “खिलाड़ियों को सावधान रहना चाहिए था” बयान से विवाद भड़का. विपक्ष ने सरकार पर महिलाओं की सुरक्षा में नाकामी का आरोप लगाया.

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FE Hindi Desk
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Kailash Vijayvargiya

“इंदौर में ऑस्ट्रेलियाई महिला क्रिकेटरों से छेड़छाड़ के बाद बीजेपी मंत्री बोले — ‘ज़्यादा सावधान रहना चाहिए था' Photograph: (X)

मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के मंत्री कैलाश विजयवर्गीय को 23 अक्टूबर को इंदौर में ऑस्ट्रेलियाई महिला क्रिकेटरों के साथ हुई कथित पीछा करने और यौन उत्पीड़न की घटना पर अपने बयान को लेकर आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है.
पूर्व भाजपा राष्ट्रीय महासचिव ने कहा कि उन क्रिकेटरों को “ज़्यादा सावधान रहना चाहिए था.”

69 वर्षीय मंत्री ने यह भी कहा कि तीन दिन पहले इंदौर में जब ऑस्ट्रेलियाई महिला क्रिकेटर कैफ़े जा रही थीं और उनके साथ छेड़छाड़ हुई, तो उन्हें होटल से निकलने से पहले स्थानीय प्रशासन को सूचित करना चाहिए था. उन्होंने इसे उनकी “गलती” बताया.

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विजयवर्गीय ने NDTV से कहा, “देखिए, यहां चूक हुई है. खिलाड़ी वहां से अचानक बिना किसी को बताए निकल गईं. उन्होंने अपने कोच को भी नहीं बताया. यह भी उनकी गलती है.”

आगे बात करते हुए उन्होंने कहा, “वहाँ व्यक्तिगत सुरक्षा और पुलिस सुरक्षा भी थी, लेकिन वे बिना किसी की नज़र में आए निकल गईं, और यह घटना हो गई. यह घटना दुर्भाग्यपूर्ण है, लेकिन अब खिलाड़ियों को भी इससे सीख लेनी चाहिए. मेरा मानना है कि जब हम किसी दूसरे देश या शहर में जाते हैं, तो हमें अपनी सुरक्षा की चिंता भी खुद करनी चाहिए.”

उन्होंने समाचार एजेंसी पीटीआई से यह भी कहा कि “खिलाड़ियों को यह ध्यान रखना चाहिए कि जब वे अपने स्थान से बाहर निकलें, तो अपने सुरक्षा और स्थानीय प्रशासन को इसकी जानकारी देनी चाहिए, क्योंकि (भारत में) क्रिकेटरों के लिए बहुत ज़बरदस्त क्रेज़ है.”

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आरोपी के धर्म को लेकर एक और विवाद

यह बयान उस समय आया जब एक दिन पहले ही बीजेपी (BJP) के एक अन्य विधायक ने गिरफ्तार आरोपी के धर्म को उजागर किया था. उन्होंने कहा था कि अपराध रिकॉर्ड वाला अकील शेख़ एक मुसलमान है. शेख़ पर आरोप है कि उसने बाइक पर सवार होकर कम से कम दो महिला खिलाड़ियों का पीछा किया और उन्हें परेशान किया.

शनिवार को बीजेपी विधायक रामेश्वर शर्मा ने आरोपी अकील शेख़ को “कुछ अवैध संतानें” में से एक बताया, जिन्होंने “भारतीय संस्कृति को बदनाम करने की साज़िश रची.” उन्होंने पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश की उस घटना का भी ज़िक्र किया, जहाँ एक मुस्लिम धर्मगुरु पर 13 वर्षीय लड़की से छेड़छाड़ का आरोप लगा था.

शर्मा ने कहा, “बेटी हिंदू हो या मुस्लिम, बेटियों की सुरक्षा हमारी गारंटी है. बेटी भारत की हो या ऑस्ट्रेलिया की, उसकी सुरक्षा भी हमारी गारंटी है.”

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पूरा मामला क्या है

23 अक्टूबर की सुबह करीब 11 बजे, दो ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ अपने मैच से पहले एक कैफ़े जाने के लिए टीम होटल से बाहर निकलीं. उसी दौरान उनके साथ कथित तौर पर अनुचित व्यवहार किया गया.

खिलाड़ियों ने इस घटना की जानकारी अपने सुरक्षा अधिकारी डैनी सिमंस को दी, जिसके बाद एमआईजी रोड पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई गई. पुलिस यह जांच कर रही है कि सुरक्षा व्यवस्था में कहीं कोई कमी तो नहीं रही.

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बीजेपी सरकार पर उठे सवाल

जहां मध्य प्रदेश क्रिकेट संघ (MPCA) और भारतीय क्रिकेट नियंत्रण बोर्ड (BCCI) ने इस घटना की निंदा की, वहीं कथित छेड़छाड़ को लेकर राजनीतिक बहस भी शुरू हो गई.

शिवसेना (यूबीटी) की नेता प्रियंका चतुर्वेदी ने X पर इसकी निंदा करते हुए लिखा, “शर्मनाक. हम आर्थिक विकास का ढोल पीटते हैं, लेकिन महिलाओं के लिए सुरक्षित माहौल देने में अब भी नाकाम हैं. कितना लज्जाजनक कृत्य है.”

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कांग्रेस की मध्य प्रदेश इकाई के प्रमुख, जीतू पटवारी ने भी राज्य सरकार की आलोचना की. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री मोहन यादव के नेतृत्व में क़ानून-व्यवस्था की स्थिति पूरी तरह बिगड़ चुकी है. उन्होंने हिंदी में कहा, “देश के सबसे स्वच्छ शहर में इस तरह की गंदगी किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जा सकती!”

Note: This content has been translated using AI. It has also been reviewed by FE Editors for accuracy.

To read this article in English, click here.

Bjp Madhya Pradesh