/financial-express-hindi/media/media_files/2025/04/06/ZIi7uaDAYSPr7ZjcWSBU.jpg)
Kisan Registry: पीएम किसान योजना के लिए लाभार्थियों के लिए काम की खबर है. (Image: FE File)
PM Kisan 20th installment: पीएम किसान योजना के लाभार्थियों के लिए काम की खबर है. समय रहते ये जरूरी काम निपटा लें, वरना योजना की अगली किस्त यानी 20वीं किस्त अटक सकती है. दरअसल मोबाइल पर लोगों को कृषि विभाग की ओर एक मैसेज मिल रही है. जिसमें कहा गया है कि पीएम किसान सम्मान निधि लाभार्थी के रूप में किसानों को 30 अप्रैल तक अपना किसान पहचान पत्र (Kisan ID) यानी फार्मर आईडी (Farmer ID) तैयार करवाना है".
इसी मैसेज में किसान आईडी बनाने के लिए तरीके के बारे में भी जानकारी दी गई है और लिखा है कि किसान अपने गांव में आने वाले कृषि विभाग या राजस्व विभाग के कर्मचारी से संपर्क कर आयोजित कैंप में या निकटतम जन सुविधा केंद्र पर जाकर किसान रजिस्ट्री यानी फार्मर रजिस्ट्री (Farmer Registry) करा सकते हैं. किसान रजिस्ट्री (Kisan Registry) क्या है? इसे कराने पर किसानों को कौन सी यूनिक आईडी मिलेगी और उनके रजिस्ट्री का क्या मकसद है? ऐसे तमाम सवालों के जबाव पर आइए एक नजर डालते हैं
क्या है किसान रजिस्ट्री (What is Kisan Registry?)
किसान रजिस्ट्री या फार्मर रजिस्ट्री केंद्र सरकार की डिजिटल कृषि मिशन (Digital Agriculture Mission) का एक अहम हिस्सा है. इसे AgriStack के अंतर्गत बनाने का काम जारी है. अभियान के तहत कराए जा रहे किसान रजिस्ट्री का मकसद देश के हर किसानों को आधार जैसा एक डिजिटल पहचान, किसान पहचान पत्र यानी फार्मर आईडी (Farmer ID) देना है.
क्या है फार्मर आईडी (What is Kisan ID?)
डिजिटल कृषि मिशन के तहत देश के कई राज्यों में किसानों का फार्मर आईडी बनाने की प्रक्रिया चल रही है. जिनमें उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, महाराष्ट्र, गुजरात, असम, ओडिशा के नाम शामिल हैं. फार्मर आईडी, आधार बेस्ड किसानों की एक यूनिक डिजिटल पहचान है, जो राज्य की जमीन रिकॉर्ड प्रणाली से सक्रिय रूप से जुड़ी हुई है, जिसका मतलब है कि फार्मर आईडी किसान के जमीन रिकॉर्ड में बदलाव के साथ-साथ अपने आप अपडेट हो सकेगी.
फार्मर आईडी एग्री स्टैक (Agri Stack) का एक अहम हिस्सा है. एग्रीस्टैक एक डिजिटल पहल है जो किसानों की पहचान, फसल, ज़मीन और अन्य जानकारी को एक प्लेटफॉर्म पर लाकर सरकारी योजनाओं का फायदा पात्र किसानों तक पहुंचाने के लिए बनाई जा रही है. इस काम को सही तरीके से लागू करने और निगरानी रखने के लिए 23 राज्यों ने अपने राजस्व विभाग और कृषि विभाग, दोनों अहम विभागों के अधिकारियों की एक टीम बनाई है जिसे स्टीयरिंग कमेटी कहा जाता है.
फार्मर आईडी बनाने के लिए जरूरी डाक्युमेंट्स
आधार कार्ड
आधार लिंक मोबाइल नंबर
फैमिली आईडी या राशन कार्ड
जमीन की खतौनी, जिस पर गाटा या खसरा संख्या होता है.
आईडी के लिए ऐसे करें फार्मर रजिस्ट्र्रेशन
- सबसे पहले एग्रीस्टैक प्लेटफार्म के यूपी फार्मर रजिस्ट्री पोर्टल upfr.agristack.gov.in/farmer-registry-up/ पर जाएं.
- अब दायीं ओर ऑफिशियल के बगल में फार्मर विकल्प चुनें. अगर आप पहली बार इस वेबसाइट पर आ रहे है तो नया अकाउंट क्रिएट करें.
- नया अकाउंट बनाने के लिए आधार eKYC करें. इस दौरान वेरीफिकेशन के लिए आधार लिंक मोबाइल नंबर पर ओटीपी आएगा. उसे भरकर सबमिट बटन पर क्लिक करें.
- केवाईसी पूरी होने के बाद स्क्रीन पर आपकी डेमोग्राफिक डिटेल खुल जाएगी. हर एक डिटेल की पुष्टि कर लें.
- नीचे की ओर एग्री स्टैक प्लेटफार्म से मोबाइल नंबर लिंक करने के लिए कहा जाएगा. आप चाहें तो यहां आधार लिंक मोबाइल नंबर ही भर सकते हैं. फिर वेरिफिकेशन के लिए ओटीपी जाएगा उसे भरें. ध्यान रहे इस प्लेटफार्म पर एक अकाउंट से एक ही मोबाइल नंबर लिंक हो सकेगा. यानी अगर आप किसी दूसरे अकाउंट के लिए पहले इस्तेमाल हो चुके मोबाइल नंबर को एग्रीस्टैक प्लेटफार्म पर दोबारा लिंक करना चाहें, तो ऐसा संभव नहीं हो सकेगा.
- अब पासवर्ड क्रिएट करने के लिए कहा जाएगा. यहां अल्फाबेट (M m), डिजिट (1 2) और स्पेशल कैरेक्टर जैसे @, # के कॉम्बिनेशन के साथ पासवर्ड किएट करें.
- अब एग्रीस्टैक प्लेटफार्म लिंक मोबाइल नंबर और पासवर्ड या ओटीपी विकल्प चुनकर कैप्चा कोड भरें. उसके बाद लॉगइन करें.
- फार्मर रजिस्ट्रेशन के लिए स्क्रीन पर नजर आ रहे रजिस्टर एज फार्मर बटन पर क्लिक करें.
- आपसे पूछा जाएगा क्या आप मोबाइल नंबर बदलना चाहते हैं. अगर नहीं तो नो बटन पर क्लिक करें.
- अब यहां कॉन्टैक्ट डिटेल में फार्मर का इमेल आईडी भरकर वेरीफाई कर लें. इसके लिए इमेल आईडी पर ओटीपी मिलेगा. हालांकि यह ऑप्शनल है यानी आप इसे छोड़ भी सकते हैं.
- आगे अपना नाम, पिता का नाम अंग्रेजी और हिंदी दोनो भाषा में चेक कर लें. आप जिस भी कैटेगरी से ताल्लुक रखते हैं उसे चुनें. नीचे पता भी दोनों भाषाओं में चेक कर लें. अगर पते में कोई बदलाव करनी है तो नीचे चेक बॉक्स (Insert latest residential details) पर क्लिक करके एड्रेस अपडेट करें.
- आगे Land Ownership Details में ओनर चुनें.
- Occupation Details में Agriculture और Land owning Farmer दोनों चेक बॉक्स पर क्लिक करें.
- अब Land Details - Owned Land विकल्प में जमीन की डिटेल फेच करने के लिए Fetch Land Details पर क्लिक करें. अब अपने जिले, तहसील और गांव का नाम चुनें. इसके बाद Survey Number बॉक्स में अपने जमीन का गाटा या खसरा नंबर भरें और सबमिट बटन पर क्लिक करें. ऐसा करते हीं सामने स्क्रीन पर एक नया बॉक्स आएगा जिसमें Owner and Identifier के नामों की लिस्ट खुलेगी. उसमें से अपना नाम चुनें. अब स्क्रीन पर नीचे की ओर खुले बॉक्स अपने सभी जमीन डिटेल को वेरीफाई करने के लिए Verify All Land बटन पर क्लिक करें.
- नीचे Social Registry Details में राशन कार्ड डिटेल या फैमिली आईडी भरें.
- डिपार्टमेंट अप्रूवल के लिए रेवेन्यू को चुनें. नीचे चेक बॉक्स में क्लिक करके अपनी सहमति दें और सेव बटन पर क्लिक करें.
- अब Proceed eSign बटन पर क्लिक करें. eSign करने के लिए अपना आधार नंबर भरकर आधार लिंक मोबाइल नंबर पर ओटीपी मंगाएं. ओटीपी भरकर और आखिरी में सबमिट बटन पर क्लिक कर दें. ऐसा करते ही फार्मर आईडी के लिए आपका रिक्वेस्ट पूरा हो जाएगा और बदले में फार्मर एनरोलमेंट नंबर जारी हो जाएगा.
- आप एनरोलमेंट नंबर की मदद से फैमिली आईडी जनरेट होने का स्टेटस चेक सकते हैं.
Also read : Smart Investor: वॉरेन बफेट की पसंदीदा ये 7 किताबें बना सकती हैं आपको स्मार्ट इन्वेस्टर
यूपी के किसानों की तरह राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, ओडिशा, असम, गुजरात, महाराष्ट्र और अन्य राज्य के किसान भी आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर किसान आईडी के लिए अप्लाई कर सकते हैं. यहां राज्यवार पोर्टल की डिटेल दी गई है.
राजस्थान - rjfr.agristack.gov.in
मध्य प्रदेश - mpfr.agristack.gov.in
छत्तीसगढ़- cgfr.agristack.gov.in
महाराष्ट्र - mhfr.agristack.gov.in
गुजरात - gjfr.agristack.gov.in
असम - asfr.agristack.gov.in
ओडिशा - odfr.agristack.gov.in
आंध्र प्रदेश - apfr.agristack.gov.in
तमिलनाडु - tnfr.agristack.gov.in
कर्नाटक - kafr.agristack.gov.in
यूपी में इतने किसान करवा चुके हैं रजिस्ट्री
एग्रीस्टैक डैशबोर्ड के मुताबिक यूपी में पीएम किसान के लाभार्थियों की संख्या 2.88 करोड़ से अधिक (2,88,70,495) है. 5 अप्रैल 2025 तक 1.28 करोड़ से अधिक (1,28,72,527) लाभार्थियों ने इस प्लेटफार्म पर एनरोलमेंट करा लिया है, जो पीएम किसान योजना के कुल लाभार्थी का 44.62 फीसदी हिस्सा है. डैशबोर्ड के मुताबिक शनिवार तक 83,65,124 आवेदकों की फार्मर आईडी बनाने के लिए अप्रूवल मिल चुकी है. इसके अलावा फार्मर रिजिस्ट्री के तहत मिले 19450 आवेदन पेंडिंग में है.