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Trump on Gaza : व्हाइट हाउस में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और इजरायल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू (4 फरवरी 2025). (Photo : Reuters)
Donald Trump shocker on Gaza: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गाजा को लेकर एक बड़ा बयान दिया है, जिससे अंतरराष्ट्रीय राजनीति में हलचल मच गई है. ट्रंप ने कहा कि अमेरिका गाजा पट्टी को अपने 'अधीन' लेने पर विचार कर सकता है. यह बयान तब आया जब उन्होंने इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से मुलाकात की. ट्रंप के इस बयान ने वैश्विक कूटनीति में नई बहस छेड़ दी है और इससे अमेरिका, इजरायल और फिलिस्तीन के बीच संबंधों पर गहरा असर पड़ सकता है.
नेतन्याहू से मुलाकात के बाद ट्रंप का बड़ा बयान
डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में बेंजामिन नेतन्याहू से मुलाकात की, जिसके बाद उन्होंने गाजा को अमेरिका के नियंत्रण में लेने की बात कही. ट्रंप ने कहा, "गाजा अब एक बड़ी समस्या बन चुका है और अगर जरूरत पड़ी तो अमेरिका को इसे अपने नियंत्रण में लेना होगा." यह बयान ऐसे समय में आया है जब गाजा पट्टी में हिंसा जारी है और इजरायल तथा हमास के बीच तनाव चरम पर है.
गाजा पट्टी पर अमेरिकी नियंत्रण का क्या होगा असर?
ट्रंप के इस बयान के बाद अंतरराष्ट्रीय समुदाय में हलचल मच गई है. विशेषज्ञों का मानना है कि अगर अमेरिका गाजा पट्टी पर नियंत्रण की कोशिश करता है, तो यह क्षेत्रीय राजनीति में बड़ा बदलाव ला सकता है. मिडिल ईस्ट मामलों के जानकार डेविड गोल्डबर्ग ने कहा, "ट्रंप का यह बयान काफी आक्रामक है. अमेरिका के लिए गाजा पर नियंत्रण स्थापित करना आसान नहीं होगा और इससे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विरोध भी झेलना पड़ सकता है."
फिलिस्तीन और अरब देशों की प्रतिक्रिया
ट्रंप के बयान पर फिलिस्तीन और अन्य अरब देशों की प्रतिक्रिया तीखी रही है. फिलिस्तीनी नेता महमूद अब्बास ने कहा, "यह एक अस्वीकार्य प्रस्ताव है और इससे मध्य पूर्व में और अधिक अस्थिरता बढ़ेगी." वहीं, सऊदी अरब और तुर्की ने भी इस बयान की कड़ी आलोचना की है.
अमेरिका में भी हो रही आलोचना
ट्रंप के इस बयान पर अमेरिका में भी तीखी प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है. अमेरिकी विदेश नीति विशेषज्ञ सारा जॉनसन ने कहा, "गाजा को अमेरिका के अधीन लाने की बात केवल बयानबाजी हो सकती है, लेकिन अगर ट्रंप इस पर कोई कदम उठाते हैं, तो यह अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन होगा."
क्या अमेरिका की विदेश नीति में बड़ा बदलाव आ रहा है?
ट्रंप प्रशासन की विदेश नीति को लेकर पहले भी कई विवाद हुए हैं. उनके पिछले कार्यकाल में अमेरिका ने यरुशलम को इजरायल की राजधानी के रूप में मान्यता दी थी, जिससे विवाद बढ़ा था. अब, गाजा को लेकर उनके इस बयान से संकेत मिलता है कि उनका प्रशासन पश्चिम एशिया में अपना दखल और बढ़ाना चाहता है. डोनाल्ड ट्रंप के इस बयान ने अंतरराष्ट्रीय राजनीति में हलचल पैदा कर दी है. गाजा पट्टी का मुद्दा पहले ही संवेदनशील है, और अमेरिका के अधीन इसे लाने की बात अंतरराष्ट्रीय विवाद को और बढ़ा सकती है. इजरायल, फिलिस्तीन और अमेरिका के संबंधों पर इस बयान का क्या प्रभाव पड़ेगा, यह आने वाले समय में साफ होगा. लेकिन इतना तय है कि ट्रंप का यह बयान आने वाले दिनों में बड़ा राजनीतिक मुद्दा बनने वाला है.