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Gold Rates : गोल्ड की रिकॉर्ड कीमतें इस साल सेल्स वॉल्यूम को 10-20 फीसदी तक घटा सकती हैं, लेकिन महंगी ज्वैलरी के चलते रेवेन्यू बढ़ सगकता है. (Image : Canva)
Akshaya Tritiya 2025 : साल 2024 में अक्षय तृतीया (10 मई) के दिन जिन्होंने गोल्ड में निवेश किया था, इस साल अक्षय तृतीया के पहले उन्हें करीब 30 फीसदी रिटर्न मिल चुका है. वेंचुरा की एक रिपोर्ट के मुताबिक इस दौरान 24 कैरेट गोल्ड 73,240 रुपये प्रति 10 ग्राम से बढ़कर करीब 96,000 रुपये प्रति 10 ग्राम पर (Gold Rates Today) पहुंच गया. वहीं 2019 की अक्षय तृतीया के 31,729 रुपये प्रति 10 ग्राम की तुलना में गोल्ड करीब 200 फीसदी मजबूत हो चुका है. बीते 22 अप्रैल को गोल्ड ने 1,00,000 रुपये का माइलस्टोन भी पार कर लिया था. अब सवाल यह है कि इतनी बड़ी रैलीर के बाद आगे क्या होगा.
अक्षय तृतीया 2025 : शुभ मुहूर्त
अक्षय तृतीया पर सोना खरीदना समृद्धि और खुयाहाली का प्रतीक माना जाता है. इस दिन गोल्ड की खरीदारी शादियों और त्योहारों से जुड़ी परंपरा का हिस्सा है. अक्षय तृतीया को नए काम शुरू करने, वित्तीय फैसले लेने और नए निवेश के लिए शुभ माना जाता है.
इस साल अक्षय तृतीया तिथि 29 अप्रैल 2025 को शाम 5:31 बजे शुरू होकर 30 अप्रैल 2025 को दोपहर 2:12 बजे खत्म होगी. पूजा का शुभ मुहूर्त 30 अप्रैल को सुबह 5:40 बजे से दोपहर 12:18 बजे तक रहेगा.
कहां ज्यादा होती है गोल्ड में खरीदारी
भारत में अक्षय तृतीया पर गोल्ड की सबसे ज्यादा मांग दक्षिण भारत (40%) में होती है, उसके बाद पश्चिम (25%), पूर्व (20%) और उत्तर भारत (10%) में। उत्तर भारत में धनतेरस पर गोल्ड खरीदने का ज्यादा महत्व है.
इस बार कैसा रहेगा बाजार
गोल्ड की रिकॉर्ड ऊंची कीमतें इस बार सेल्स वॉल्यूम को 10-20 फीसदी तक घटा सकती हैं, लेकिन महंगी ज्वैलरी की वजह से रेवेन्यू पिछले साल के बराबर हो सकता है या थोड़ा बढ़ सकता है. अक्षय तृतीया के दौरान अमूमन 20 से 27 टन गोल्ड की बिक्री होती है.
इस साल कंज्यूमर्स सेंटीमेंट
बढ़ती कीमतों के कारण इस साल ग्राहक थोड़ा सतर्क हो सकते हैं, जैसा कि ट्रेंड दिख रहा है. शादी के सीजन (मई, जून, जुलाई) में कई परिवार गोल्ड खरीदने की बजाय कैश गिफ्ट को प्राथमिकता दे रहे हैं. ज्वेलर्स हल्के गहने (1 से 1.5 तोला) और पुराने गहनों के बदले पूरी कीमत का ऑफर देकर ग्राहकों को लुभा रहे हैं.
हालांकि बढ़ती कीमतों के बावजूद बहुत से लोग लंबे समय के निवेश के लिए गोल्ड बार और सिक्के खरीदना पसंद कर रहे हैं. ज्वेलरी केवल परंपरा या त्योहारी भावनाओं के कारण खरीदी जा रही है. गोल्ड बार और सिक्के ज्वेलरी और डिजिटल गोल्ड की तुलना में बेहतर रिटर्न देते हैं.
सोने में तेजी को लेकर क्या है उम्मीद
वेंचुरा के अनुसार अगर ग्लोबल आर्थिक स्थितियां खराब होती हैं या जियो-पॉलिटिकल टेंशन और बढ़ता है, तो गोल्ड की कीमत 1,01,000 से 1,04,000 रुपये प्रति 10 ग्राम (या 3,600–3,700 डॉलर प्रति औंस) तक जा सकती हैं.
अगर अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने दरों में कटौती में देरी की या अमेरिकी अर्थव्यवस्था मजबूत रही, तो कीमतें 90,000–87,000 रुपये प्रति 10 ग्राम तक घट सकती हैं.
दिसंबर 2025 तक गोल्ड की कीमत 86,00 से 96,000 रुपये प्रति 10 ग्राम (2,900–3,300 डॉलर प्रति औंस) के बीच रह सकती है.
फिलहाल अक्षय तृतीया पर गोल्ड की खरीदारी सांस्कृतिक और निवेश दोनों लिहाज से महत्वपूर्ण है. हालांकि, बढ़ती कीमतों के कारण ग्राहक सतर्क हैं. ज्वेलर्स द्वारा दी जा रही छूट और ऑफ-सीजन (अप्रैल-जुलाई) में खरीदारी के अवसर निवेशकों के लिए फायदेमंद हो सकते हैं.