scorecardresearch

HDFC लार्ज कैप फंड का 1 साल का रिटर्न सिर्फ 6%, लेकिन 5 साल में 24% तक पहुंचा CAGR, ये है लॉन्ग टर्म निवेश का फायदा

HDFC, SBI, ICICI Pru की म्यूचुअल फंड स्कीम सहित देश के 5 सबसे बड़े लार्ज कैप फंड्स के आंकड़े बताते हैं कि इक्विटी में लॉन्ग टर्म निवेश आमतौर पर बेहतर होता है.

HDFC, SBI, ICICI Pru की म्यूचुअल फंड स्कीम सहित देश के 5 सबसे बड़े लार्ज कैप फंड्स के आंकड़े बताते हैं कि इक्विटी में लॉन्ग टर्म निवेश आमतौर पर बेहतर होता है.

author-image
Viplav Rahi
एडिट
New Update
HDFC Large Cap Fund, SBI Bluechip Fund, ICICI Prudential Bluechip Fund, Nippon India Large Cap Fund, Mirae Asset Large Cap Fund

Long Term Investment : इक्विटी म्यूचुअस फंड्स में लॉन्ग टर्म निवेश आम तौर पर बेहतर रहता है. (AI Generated Image / ChatGPT)

Long Term Investment in Large Cap Funds: इक्विटी म्यूचुअल फंड्स में निवेश करने वाले निवेशकों को अक्सर यह सलाह दी जाती है कि शॉर्ट टर्म की बजाय लॉन्ग टर्म इनवेस्टमेंट पर फोकस करें. लेकिन क्या यह सलाह आंकड़ों पर भी खरी उतरती है? इसका जवाब है – हां. देश के पांच सबसे बड़े लार्ज कैप फंड्स के 1 साल, 3 साल और 5 साल के प्रदर्शन के आंकड़े इसका सबूत हैं. मिसाल के तौर पर आप HDFC लार्जकैप फंड को ही देख लें, जिसका पिछले 1 साल का रिटर्न महज 6% के आसपास रहा, लेकिन इसी फंड का पिछले 5 साल का CAGR करीब 24% है. दरअसल, समय के साथ-साथ बढ़ते रिटर्न की ऐसी ही मिसाल नीचे दिए गए सभी 5 लार्ज कैप फंड्स के आंकड़ों में मिलती है.   

1 साल से बेहतर रहा 3 साल और 5 साल का रिटर्न 

इन पांचों फंड्स के पिछले 1 साल के रिटर्न की तुलना में 3 साल और 5 साल का रिटर्न बेहतर रहा है. इसे और अच्छी तरह समझने के लिए पहले इन फंड्स के पिछले प्रदर्शन के आंकड़ों को देख लेते हैं. हमने यहां जिन 5 लार्ज कैप फंड्स के 1 साल, 3 साल और 5 साल के रिटर्न के आंकड़े दिए हैं, वे एसेट अंडर मैनेजमेंट (AUM) के हिसाब से अपनी कैटेगरी में टॉप पर हैं. तुलना में आसानी के लिए इन सभी फंड्स को बड़े से छोटे AUM हिसाब से लिस्ट किया गया है, एनुअल रिटर्न के हिसाब से नहीं. इस लिस्ट में एचडीएफसी म्यूचुअल फंड, एसबीआई म्यूचुअल फंड, आईसीआईसीआई प्रू और निप्पॉन इंडिया जैसे फंड हाउस की लार्ज कैप स्कीम शामिल हैं.

Advertisment

Also read : Gold ETF Returns : गोल्ड ईटीएफ में फिर बढ़ा निवेशकों का भरोसा, सबसे बड़े फंड्स ने 1 साल में दिया 33 से 35 % तक रिटर्न

5 सबसे बड़े लार्ज कैप फंड्स का पिछला प्रदर्शन

1. ICICI Prudential Bluechip Fund (Direct)

  • 1 साल का रिटर्न : 9.73%

  • 3 साल का औसत सालाना रिटर्न: 21.87%

  • 5 साल का औसत सालाना रिटर्न: 24.71%

  • AUM: 70,909 करोड़ रुपये

2. SBI Bluechip Fund (Direct)

  • 1 साल का रिटर्न: 9.28%

  • 3 साल का औसत सालाना रिटर्न: 18.74%

  • 5 साल का औसत सालाना रिटर्न: 22.52%

  • AUM: 52,994 करोड़ रुपये

3. Nippon India Large Cap Fund (Direct)

  • 1 साल का रिटर्न: 10.02%

  • 3 साल का औसत सालाना रिटर्न: 25.14%

  • 5 साल का औसत सालाना रिटर्न: 27.69%

  • AUM: 42,863 करोड़ रुपये

4. Mirae Asset Large Cap Fund (Direct)

  • 1 साल का रिटर्न: 11.11%

  • 3 साल का औसत सालाना रिटर्न: 17.01%

  • 5 साल का औसत सालाना रिटर्न: 21.28%

  • AUM: 40,204 करोड़ रुपये

5. HDFC Large Cap Fund (Direct)

  • 1 साल का रिटर्न: 6.34%

  • 3 साल का औसत सालाना रिटर्न: 20.19%

  • 5 साल का औसत सालाना रिटर्न: 23.88%

  • AUM: 38,297 करोड़ रुपये

(स्रोत: AMFI, 10 मई 2025 तक अपडेटेड आंकड़े)

Also read : 8th Pay Commission: जनवरी 2026 से नहीं बढ़ेगा केंद्रीय कर्मचारियों का वेतन? 8वें वेतन आयोग की सिफारिशें कब आएंगी और कब होंगी लागू

क्या है रिटर्न के आंकड़ों का संकेत

ऊपर दिए आंकड़ों आंकड़ों से एक बात स्पष्ट होती है – इन सभी स्कीम्स का सालाना रिटर्न निवेश की अवधि के साथ-साथ बढ़ा है. इन फंड्स का 1 साल का रिटर्न 6.34 फीसदी से 11.11 फीसदी के बीच है. इक्विटी में निवेश पर लिए जाने वाले रिस्क को ध्यान में रखकर देखें तो इस रिटर्न को बहुत आकर्षक नहीं माना जाएगा. लेकिन इन्हीं फंड्स के 3 साल के एनुअल रिटर्न के आंकड़े 17 फीसदी से 25 फीसदी तक जाते हैं. वहीं, 5 साल के आंकड़ों में यह सालाना रिटर्न 21 फीसदी से 27 फीसदी तक चला गया है. कुल मिलाकर 1 साल, 3 साल और 5 साल के औसत सालाना रिटर्न के आंकड़े यही संकेत दे रहे हैं कि इक्विटी म्यूचुअल फंड्स में लंबी अवधि का निवेश बेहतर रिटर्न दे सकता है. हालांकि कई बार शॉर्ट टर्म रिटर्न भी तात्कालिक कारणों से ऊंचा हो जाता है, लेकिन ये रिटर्न आम तौर पर सीमित और जोखिम भरा होता है. वहीं लंबी अवधि में यह ज्यादा स्टेबल हो सकता है.

Also read : 10 साल में 5.5 गुनी बढ़ी दौलत, रेटिंग भी 5 स्टार, कैटेगरी के सबसे बड़े फंड के दमदार आंकड़े

शॉर्ट टर्म से क्यों बेहतर है लॉन्ग टर्म इनवेस्टमेंट स्ट्रैटजी

शॉर्ट टर्म इनवेस्टमेंट में निवेशक जल्दी रिटर्न की उम्मीद करते हैं, लेकिन इसमें मार्केट टाइमिंग का रिस्क ज्यादा होता है. वहीं लॉन्ग टर्म इनवेस्टमेंट में कंपाउंडिंग का फायदा मिलता है, जो धीरे-धीरे निवेश को बड़ा बनाता है. मिसाल के तौर पर अगर कोई निवेशक 5 साल तक SIP करता है, तो उसे एवरेजिंग की वजह से लॉन्ग टर्म में बेहतर रिटर्न की मिलने की संभावना बढ़ जाती है.

Also read : NPS की जगह UPS को चुनने पर महंगाई राहत का मिलेगा फायदा? इस नई पेंशन स्कीम में और क्या हैं खास सुविधाएं

इक्विटी म्यूचुअल फंड्स में बाजार की अस्थिरता (volatility) सामान्य बात है. एक-दो साल में बाजार गिर भी सकता है और रिटर्न नेगेटिव या कम हो सकता है. लेकिन लंबी अवधि में कंपनियों की ग्रोथ और बाजार की रिकवरी से निवेश पर मिलने वाला रिटर्न आमतौर पर बेहतर हो जाता है. इसीलिए 5 साल या उससे ज्यादा की अवधि के लिए निवेश करने पर रिटर्न में स्थिरता और ग्रोथ दोनों मिलती है.

(डिस्क्लेमर : इस आर्टिकल का मकसद सिर्फ जानकारी देना है. निवेश की सिफारिश करना नहीं. म्यूचुअल फंड्स का पिछला रिटर्न आगे भी जारी रहेगा, इसकी कोई गारंटी नहीं होती. निवेश के फैसले अपने निवेश सलाहकार की राय लेकर ही करें.)

Best Mutual Funds Long Term Investment Large Cap Funds Mutual Fund