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EPFO मेंबर जल्द ही अपने खातों से ATM कार्ड के जरिए पैसे निकाल सकेंगे. (Image : Freepk)
ATM facility for EPFO withdrawal: कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO), अपने सदस्यों के लिए एक बड़ी सुविधा लाने की योजना बना रहा है. जल्द ही EPFO अकाउंट होल्डर्स अपने खातों से एटीएम कार्ड के जरिए पैसे निकाल सकेंगे. यह सुविधा EPFO की IT इंफ्रास्ट्रक्चर के अपग्रेडेशन प्रोजेक्ट EPFO 3.0 के तहत पेश की जाएगी. इस योजना का पहला चरण दिसंबर 2024 तक पूरा होने की उम्मीद है, जबकि जून 2025 तक यह सुविधा पूरी तरह से शुरू हो सकती है. एक रिपोर्ट के मुताबिक इस नई सुविधा के तहत, अकाउंट होल्डर्स को अपने EPF फंड का 50% तक सीधे ATM के माध्यम से निकालने की सुविधा दी जा सकती है. इस प्रक्रिया में किसी प्रकार की मंजूरी की जरूरत नहीं होगी. इसका मकसद खाताधारकों को उनके अपने पैसों पर ज्यादा कंट्रोल देना है. हालांकि इस सुविधा को लागू किए जाने से जुड़े तमाम डिटेल और नियम-शर्तों का आधिकारिक तौर पर खुलासा किया जाना अभी बाकी है.
केंद्रीय श्रम सचिव ने दिया है संकेत
कुछ खबरों के मुताबिक केंद्रीय श्रम सचिव (Union Labour Secretary) सुमिता डावरा ने कथित तौर पर कहा है कि श्रम मंत्रालय कर्मचारियों को बेहतर सेवाएं मुहैया कराने के लिए आईटी ढांचे को अपग्रेड कर रहा है. उन्होंने आगे कहा कि जल्द ही दावेदार (claimants), लाभार्थी (beneficiaries) या बीमा कराने वाले लोग (insured individuals) अपने दावे की रकम को ATM के जरिये निकाल सकेंगे. रिपोर्ट के मुताबिक निकाली जाने वाली इस रकम के लिए एक लिमिट तय की जा सकती है, जो कर्मचारी के ईपीएफ खाते में जमा रकम 50 फीसदी तक हो सकती है. पीटीआई के मुताबिक उन्होंने इस बारे में श्रम मंत्रालय को ई-मेल भेजकर जानकारी मांगी है, जिसका यह खबर लिखे जाने तक जवाब नहीं मिला था.
क्यों लाया जा रहा है यह बदलाव?
EPFO के अधिकारियों ने बताया कि IT अपग्रेडेशन के साथ इस नई सुविधा का उद्देश्य इस पूरी प्रक्रिया को अधिक पारदर्शी और सुविधाजनक बनाना है. मौजूदा समय में, EPF फंड निकालने के लिए कई स्तरों पर अप्रूवल की जरूरत पड़ती है, जो थोड़ी जटिल हो सकती है और इसमें समय भी लगता है. लेकिन जब EPFO खाताधारकों को एटीएम कार्ड का इस्तेमाल करके अपने पैसे निकालने की सुविधा मिल जाएगी, तो ये दिक्कतें खत्म हो जाएंगी.
ऑटोमैटिक क्लेम सेटलमेंट सिस्टम
EPFO ने पिछले कुछ महीनों के दौरान दावों के निपटारे में सुधार के लिए ऑटोमैटिक क्लेम सेटलमेंट सिस्टम शुरू किया है. इस नई पहल के तहत 1 लाख रुपये तक के एजुकेशन, शादी या हाउसिंग से जुड़े दावों के निपटारे बिना किसी इंसानी हस्तक्षेप के किए जा रहे हैं. यह सिस्टम न केवल पूरी प्रॉसेस को तेज बनाता है, बल्कि इससे भ्रष्टाचार की गुंजाइश समेत कई तरह गड़बड़ियां भी कम हो जाती हैं. EPFO अपने सिस्टम को अधिक पारदर्शी और सुरक्षित बनाने के लिए भी कदम उठा रहा है. इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक हाल ही में, भ्रष्टाचार के आरोपों के चलते 12 अधिकारियों को वक्त से पहले रिटायर कर दिया गया, जबकि 18 अन्य को सस्पेंड किया गया.
सदस्यों के लिए यह बदलाव क्यों है खास?
इस नई सुविधा से EPFO के करोड़ों सदस्यों को फायदा होगा. नए सिस्टम के लागू होने के बाद उन्हें अपने EPF ईपीएफ अकाउंट में जमा फंड का इस्तेमाल करने के लिए लंबे समय तक इंतजार करने की जरूरत नहीं होगी. साथ ही, ज्यादा ट्रांसपेरेंट डिजिटल सिस्टम के लागू होने से पूरी प्रक्रिया में लोगों का भरोसा भी बढ़ेगा. EPFO में ATM कार्ड की सुविधा शुरू किए जाने से करोड़ों कर्मचारियों को पहले से ज्यादा आर्थिक स्वतंत्रता और सुविधा मिलेगी. हालांकि इस सुविधा का लाभ उठाने के लिए IT अपग्रेडेशन का पूरा होना जरूरी है. यह बदलाव न केवल EPFO प्रणाली को आधुनिक बनाएगा, बल्कि कर्मचारियों को जरूरत पड़ने पर वे अपने फंड का जल्द से जल्द और आसानी से इस्तेमाल कर पाएंगे.
पेंशन कंट्रीब्यूशन को फ्लेक्सिबल बनाने की योजना
EPFO पेंशन योजना (EPS) में कंट्रीब्यूशन को फ्लेक्सिबल बनाने की योजना भी बना रहा है. मौजूदा नियमों के तहत, कर्मचारी अपनी बेसिक सैलरी का 12% EPF में योगदान करते हैं. लेकिन नई योजना के तहत, कर्मचारियों को अपनी मर्जी से अपने कंट्रीब्यूशन को कम या ज्यादा करने की अनुमति दी जा सकती है. यह कदम उन लोगों के लिए फायदेमंद होगा जो अपने रिटायरमेंट प्लान में अपनी निजी जरूरतों के हिसाब से बदलाव करना चाहते हैं. इस प्रस्ताव में, कर्मचारियों को कर्मचारी पेंशन योजना (EPS) में मौजूदा 12% की सीमा से अधिक या कम योगदान करने की छूट होगी. एक अधिकारी ने इंडियन एक्सप्रेस को यह जानकरी देते हुए कहा कि "हो सकता है कुछ लोग पेंशन के लिए अपने वेतन का 10% योगदान करना चाहते हों, कोई और व्यक्ति 15% कंट्रीब्यूशन भी पसंद कर सकता है. हो सकता है कुछ लोग कुछ साल तक कंट्रीब्यूट करने के बाद इसे बंद करना चाहते हों. यह फ्लेक्सिबिलिटी कर्मचारियों को दी जानी चाहिए और EPFO इस दिशा में काम कर रहा है.