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FD Rates: फिक्स्ड डिपॉजिट भारत में एक लोकप्रिय और सुरक्षित निवेश विकल्प है, जिसमें निवेशकों को गारंटीकृत रिटर्न मिलता है. (Image: Freepik)
NBFC FD Rates 2025: फिक्स्ड डिपॉजिट यानी एफडी (Fixed Deposit) भारत में लोगों के बीच एक लोकप्रिय और सुरक्षित निवेश विकल्प है, जिसमें निवेशकों को गारंटीड रिटर्न मिलता है. फिलहाल देश के प्रमुख सरकारी और प्राइवेट बैंक अपने ग्राहकों को जमा पर 7.25 से 8.05 फीसदी के बीच रिटर्न ऑफर कर रहे हैं. वहीं कॉमर्शियल बैंकों की तुलना में नॉन बैंकिंग फाइनेंशियल कॉर्पोरेशन्स यानी एनबीएफसी (NBFCs) निवेशकों को अधिक इंटरेस्ट रेट दे रहे हैं. ऐसे में अपनी सेविंग पर बेहतर रिटर्न चाहने वाले निवेशकों का एनबीएफसी की तरफ आकर्षित होना स्वाभाविक है. लेकिन क्या ऐसा करना सही है?
क्या एनबीएफसी एफडी में निवेशकों का पैसा क्या सुरक्षित रहेगा या फिर कोई रिस्क भी है. निवेश करने से पहले कुछ जरूरी पहुलओं को समझना बेहद जरूरी है. अपनी सेविंग पर बेहतर रिटर्न चाहने वाले निवेशकों को एनबीएफसी एफडी में पैसा लगाने से पहले इन पहलुओं को एक बार में देख लेना चाहिए.
क्या एफडी में पैसे लगाने का इकलौता क्राइटेरिया यही होना चाहिए कि कौन सा बैंक या वित्तीय संस्थान सबसे ज्यादा ब्याज की पेशकश कर कर रहा है?इस सवाल का सीधा जवाब तो यही होगा कि आपको निवेश का फैसला सिर्फ ब्याज दर देखकर नहीं करना चाहिए. यह भी याद रखना चाहिए कि अक्सर ज्यादा रिस्क वाले संस्थान हायर इंटरेस्ट रेट ऑफर करके निवेशकों को लुभाने की कोशिश करते हैं. लेकिन इसका मतलब यह भी नहीं है कि आप इंटरेस्ट रेट को जरा भी अहमियत न दें. फिलहाल एनबीएफसी अपने ग्राहकों को 1, 2 और 5 साल की एफडी पर कहां कितना ब्याज दर मिल रहा है यहां लिस्ट देखें.
एनबीएफसी एफडी पर कहां मिल रहा सबसे अधिक ब्याज
एनबीएफसी नाम | 1 साल की एफडी पर ब्याज (%) | 3 साल की एफडी पर ब्याज (%) | 5 साल की एफडी पर ब्याज (%) |
ICICI Home Finance | 7.00% to 7.25% | 7.40% to 7.65% | 7.50% to 7.75% |
Bajaj Finance Ltd. | 7.60% | 7.70% to 8.00% | 8.30% |
HDFC Ltd. | 7.40% | 7.00% | 7.00% |
LIC Housing Ltd. | 7.25% | 7.75% | 7.75% |
Manipal Housing Finance Syndicate Ltd. | 7.95% to 8.25% | 7.95% to 8.25% | 7.95% to 8.25% |
Mahindra Finance | 7.75% | 8.05% | |
PNB Housing Finance Ltd. | 7.45% | 7.75% | 7.60% |
Muthoot Capital Services Limited | 7.21% | 7.49% | 7.25% |
Shriram Finance Ltd. | 7.85% | 8.70% | 8.80% |
Sundaram Finance | 7.45% | 7.75% |
(नोट - एनबीएफसी एफडी दर से जुड़ी यह लिस्ट बैंक बाजार डॉट कॉम द्वारा तैयार की गई है, जो निवेशकों की जानकारी के लिए है. किसी भी एनबीएफसी के एफडी स्कीम में पैसे लगाने से पहले निवेशकों को संबंधित विस्तीय संस्थान की शाखा या आधिकारिक वेबसाइट से सटीक ब्याज दर की पुष्टि करने, साथ ही सभी जरूरी पहलुओं और शर्तों को समझ की नसीहत दी जाती है. वित्तीय संस्थान अपने दरों में बदलाव करते रहते हैं ऐसे में निवेश करते समय विवेक का इस्तेमाल करना जरूरी है.)
एफडी पर एनबीएफसी क्यों देते हैं अधिक ब्याज?
बैंकों की तरह एनबीएफसी का कारोबार भी कर्ज देने से चलता है, जिसके लिए उन्हें पैसों की जरूरत होती है. एनबीएफसी कंपनियां पैसे का इंतजाम जमाकर्ताओं से डिपॉजिट लेकर करते हैं. हालांकि इन्हें बैंकों की तरह करंट अकाउंट या सेविंग अकाउंट के जरिए जीरो इंटरेस्ट या बेहद कम ब्याज दर पर आसान और कम लागत पर पैसे जुटाने की इजाजत नहीं होती. इसके अलावा कारोबारी संरचना और रेगुलेटरी जरूरतों की वजह से एनबीएफसी के स्ट्रक्चर में क्रेडिट रिस्क ज्यादा रहता है. यही वजह है कि बैंक एफडी की तुलना में एनबीएफसी आम तौर पर अपने ग्राहकों को अधिक रिटर्न ऑफर करते हैं.
सेफ इनवेस्टमेंट के साथ रिटर्न की गारंटी भी जरूरी
एनबीएफसी एफडी में पैसे रखते समय उस पर मिलने वाले रिटर्न पर ध्यान देना तो जरूरी है. लेकिन इसके साथ ही अपनी पूंजी की सुरक्षा और रिटर्न की गारंटी पर भी गौर करना चाहिए. निवेशकों एनबीएफसी द्वारा ऑफर किए जा रहे हायर एफडी रेट के अलावा और किन-किन बातों पर भी ध्यान देना चाहिए यहां डिटेल देखें.
इन बातों का भी रखें ध्यान
उपरोक्त पहलुओं को समझ लेने के बाद आप बेहतर रिटर्न के लिए एनबीएफसी में डिपॉजिट करने का फैसला कर सकते हैं. लेकिन ऐसा करते समय कुछ सावधानियां बरतना जरूरी है.
क्रेडिट रेटिंग देखें
रिस्क का अनुमान लगाने का एक आसान तरीका क्रेडिट रेटिंग देखना भी हो सकता है. इस रेटिंग से निवेशक इस बात का अनुमान लगा सकते हैं कि उस एनबीएफसी पर निवेश के लिए कितना भरोसा किया जा सकता है. जिसकी रेटिंग जितनी ऊंची होगी, उसे निवेश के लिए उतना बेहतर माना जा सकता है. सिर्फ AAA या इसी तरह की ऊंची रेटिंग वाले सबसे भरोसेमंद संस्थान में ही पैसे लगाएं.
फाइनेंशियल हेल्थ की जांच करें
रिस्क का अनुमान लगाने का एक और तरीका एनबीएफसी की फाइनेंशियल हेल्थ की खुद से पड़ताल करना है. इसके लिए आपको उसकी बैलेंस शीट, प्रॉफिट-लॉस अकाउंट और एनपीए को देखना होगा. लेकिन ऐसा कर पाना हर निवेशक, खास तौर पर स्मॉल इन्वेस्टर के लिए हमेशा मुमकिन नहीं है.
इमरजेंसी फंड एनबीएफसी में न रखें
इमरजेंसी फंड के तौर पर रखे पैसों को बैंक एफडी में ही रखें, एनबीएफसी में नहीं. ऐसा नहीं होना चाहिए कि जब आपको अचानक पैसों की जरूरत पड़े, उस वक्त आपके पैसे किसी संकटग्रस्त एनबीएफसी या कंपनी में फंसे हों.
पोर्टफोलियो डायर्सिफाई करने वक्त इस बात को न करें नजरअंदाज
डेट पोर्टफोलियो का कम से कम 70-75 फीसदी हिस्सा बैंक एफडी में रखें. वह भी किसी सरकारी या बड़े प्राइवेट बैंक में. डेट पोर्टफोलियो का अधिकतम 25-30 फीसदी हिस्सा ही ज्यादा ब्याज के लिए एनबीएफसी या स्मॉल फाइनेंस बैंकों में रख सकते हैं. ऐसा करते समय भी उस वित्तीय संस्थान की क्रेडिबिलिटी और आर्थिक मजबूती का अच्छी तरह आकलन कर लें.
अगर आपके पास एफडी में निवेश के लिए ज्यादा बड़ा फंड नहीं है, तो महज 1-2 फीसदी अधिक ब्याज से आपको इतनी बड़ी रकम नहीं मिल जाएगी, जिसके लिए ज्यादा जोखिम लेना सही हो. ऐसे में आपके लिए 7 फीसदी या उससे ज्यादा इंटरेस्ट देने वाले बड़े बैंकों के एफडी में निवेश करना ही बेहतर होगा.