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Gold Investment : गोल्ड ईटीएफ दरअसल ओपन-एंडेड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड होते हैं, जो सोने और उससे जुड़े इंस्ट्रूमेंट्स में निवेश करते हैं. (AI Image)
Best gold investment options : सोने में रिकॉर्ड तेजी जारी है और इसने बीते सितंबर में 13 बार नया हाई बनाया. अक्टूबर में यह सिलसिला जारी है और साल 2025 में 39 बार ऐसा हुआ है, जब गोल्ड के रिकॉर्ड हाई पर पहुंचने की हेडलाइन आई. फिलहाल 1 साल में गोल्ड में 56 फीसदी और साल 2025 में 45 फीसदी से अधिक तेजी रही और यह 1,22,500 रुपये के पार ट्रेड कर रहा है. कुल मिलाकर साल 2025 में गोल्ड एसेट क्लास क्लीयर विनर रहा है.
फिलहाल गोल्ड की इस रैली का फायदा गोल्ड म्यूचुअल फंड स्कीम को भी मिला है. बीते 1 साल में कोई भी ऐसा गोल्ड ईटीएफ (Gold ETF) या गोल्ड फंड नहीं रहा, जिसमें 50 फीसदी से कम तेजी आई हो. सितंबर में ETF में रिकॉर्ड मंथली निवेश आया. सोने की बढ़त के पीछे कारणों में जियो पॉलिटिकल टेंशन, ऑप्शंस मार्केट की सक्रियता और मुद्रा की कमजोरी प्रमुख रहे. सितंबर में गोल्ड ETF में नेट इनफ्लो 17.3 बिलियन डॉलर (146 टन) हुआ, जो अब तक का सबसे मजबूत महीना है.
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1 साल में गोल्ड ईटीएफ के रिटर्न
Edelweiss Gold and Silver ETF FoF : 57.89%
Motilal Oswal Gold and Silver ETFs FoF : 56.92%
UTI Gold ETF FoF : 56.89%
HDFC Gold ETF Fund of Fund : 56.20%
HDFC Gold ETF : 56.19%
UTI Gold ETF : 56.15%
DSP Gold ETF FoF : 56.04%
Invesco India Gold ETF : 56.01%
ICICI Pru Gold ETF : 56.00%
ABSL Gold ETF : 55.96%
LIC MF Gold ETF : 55.96%
Axis Gold ETF : 55.82%
Kotak Gold ETF : 55.75%
Tata Gold ETF : 55.75%
SBI Gold ETF : 55.66%
DSP Gold ETF : 55.64%
Mirae Asset Gold ETF : 55.64%
Zerodha Gold ETF : 55.61%
Nippon India ETF Gold BeES : 55.54%
LIC MF Gold ETF FoF : 55.52%
Baroda BNP Paribas Gold ETF : 55.34%
Edelweiss Gold ETF : 55.19%
Tata Gold ETF FoF : 54.68%
Invesco India Gold ETF FoF : 54.01%
Gold ETF क्या होते हैं?
गोल्ड ईटीएफ दरअसल ओपन-एंडेड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (Exchange Traded Fund) होते हैं, जो सोने और उससे जुड़े इंस्ट्रूमेंट्स में निवेश करते हैं. यहां ध्यान देने वाली बात है कि गोल्ड फंड, गोल्ड ईटीएफ में निवेश (Invest in Gold ETF) करते हैं और गोल्ड ईटीएफ फिजिकल गोल्ड में. गोल्ड ईटीएफ की यूनिट्स की कीमतें, फिजिकल गोल्ड के भाव के आधार पर बढ़ती-घटती रहती हैं. यही वजह है कि गोल्ड ईटीएफ में किए गए निवेश के रिटर्न आम तौर पर फिजिकल गोल्ड में निवेश से मिलने वाले रिटर्न के काफी करीब होते हैं.
गोल्ड ETF को भी बाकी एक्सचेंज ट्रेडेड फंड्स की तरह स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्ट किया जाता है और इनवेस्टर अपने ट्रेडिंग अकाउंट के जरिए इन्हें खरीद और बेच सकते हैं. रिस्कोमीटर पर ज्यादातर गोल्ड ईटीएफ को हाई रिस्क (High Risk) रेटिंग मिली हुई है, क्योंकि इसके रिटर्न पर गोल्ड की कीमतों में होने वाले उतार-चढ़ाव का सीधा असर पड़ता है.
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किसके लिए बेहतर है विकल्प?
गोल्ड ईटीएफ स्टॉक एक्सचेंज पर ट्रेड करते हैं और उनकी कीमतें फिजिकल गोल्ड की कीमतों से जुड़ी होती हैं. गोल्ड ईटीएफ यह उन लोगों के लिए एक बेहतर विकल्प हैं, जो गोल्ड में निवेश करना चाहते हैं लेकिन स्टोरेज, चोरी और प्योरिटी की चिंता से बचना चाहते हैं.
गोल्ड ईटीएफ में निवेश करने के लिए डीमैट अकाउंट की जरूरत होती है और इसे स्टॉक एक्सचेंज के जरिए खरीदा या बेचा जा सकता है. यह पूरी तरह से डिजिटल है, इसलिए निवेशकों को सोने को सुरक्षित रखने की चिंता नहीं करनी पड़ती.
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गोल्ड ETF की प्रमुख खासियत
- गोल्ड ईटीएफ में आप सिस्टमैटिक इनवेस्टमेंट प्लान (SIP) के जरिये छोटी छोटी रकम से भी निवेश कर सकते हैं.
- गोल्ड ETF में पैसे लगाने पर आपको हाई प्योरिटी वाले 24 कैरेट गोल्ड में निवेश का फायदा मिलता है, जिसमें मिलावट का कोई डर नहीं होता.
- Gold ETF की यूनिट्स आपके डी-मैट अकाउंट में पूरी सुरक्षित रहती हैं.
- गोल्ड ईटीएफ की लिक्विडिटी बेहतर होती है. यानी इन्हें खरीदना-बेचना ज्यादा आसान है.
- फिजिकल गोल्ड की तरह इसे बेचते समय ट्रांजैक्शन चार्ज और इंप्योरिटी के पैसे कटने का टेंशन नहीं रहता.
- गोल्ड ETF को 3 साल से ज्यादा होल्ड करने के बाद बेचें, तो मुनाफे पर लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन टैक्स लगता है, जो ऊंचे टैक्स स्लैब में आने वाले निवेशकों के लिए फायदेमंद हो सकता है.
(डिस्क्लेमर : इस आर्टिकल का उद्देश्य सिर्फ जानकारी देना है, किसी स्कीम में निवेश की सिफारिश करना नहीं है. निवेश का कोई भी फैसला पूरी जानकारी हासिल करने और अपने निवेश सलाहकार की राय लेने के बाद ही करें.)