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Gold Prices Today: सोने की कीमतों में लगातार गिरावट का सिलसिला गुरुवार को भी जारी रहा. (Image : Pixabay)
Gold Prices Today: सोने की कीमतों में लगातार गिरावट देखी जा रही है, जिससे निवेशकों और खरीदारों में चिंता बढ़ी है. गुरुवार को दिल्ली में 10 ग्राम सोने का भाव 700 रुपये गिरकर 77,050 रुपये पर आ गया. ऐसे में यह जानना जरूरी है कि इस गिरावट के पीछे कौन से कारण हैं और आगे के संकेत क्या हो सकते हैं. यह भी जानेंगे कि इस बारे में एक्सपर्ट्स का क्या मानना है और जिन लोगों को सोने में निवेश करना है, उन्हें मौजूदा माहौल में क्या रणनीति अपनानी चाहिए.
सोने में गिरावट के मुख्य कारण
1. अमेरिकी डॉलर में मजबूती
सोने की कीमतों में गिरावट का एक मुख्य कारण अमेरिकी डॉलर की मजबूती है. अंतरराष्ट्रीय बाजार में अमेरिकी मुद्रा में वृद्धि के चलते सोने की मांग में कमी आई है, जिससे सोने की कीमत पर दबाव पड़ा है. एचडीएफसी सिक्योरिटीज के सीनियर एनालिस्ट सौमिल गांधी के अनुसार, "गुरुवार के यूरोपीय सत्र के दौरान सोने में गिरावट जारी रही, जिसने इसे 19 सितंबर के बाद के सबसे निचले स्तर पर पहुंचा दिया. अमेरिकी डॉलर की मजबूती सोने की कीमतों पर दबाव बना रही है."
2. अमेरिकी महंगाई के आंकड़े
अमेरिका में महंगाई दर (CPI) में तेजी का असर भी सोने की कीमतों पर पड़ रहा है. हाल ही में जारी आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका में CPI इंफ्लेशन 2.6% रहा है, जो अनुमान से 2.4% से अधिक है. एलकेपी सिक्योरिटीज के वीपी रिसर्च एनालिस्ट जतिन त्रिवेदी ने इस पर कहा, "महंगाई दर के करीब पहुंचने पर US Fed ने ब्याज दरों में कटौती जारी रखी थी, लेकिन CPI डेटा में तेजी ने चिंताओं को बढ़ा दिया है, जिससे आगे की कटौती पर रोक लग सकती है."
3. फेडरल रिजर्व की संभावित पॉलिसी में बदलाव
अमेरिकी फेडरल रिजर्व (US Federal Reserve) द्वारा ब्याज दरों में कटौती का सिलसिला रोके जाने की संभावना ने सोने की कीमतों पर निगेटिव असर डाला है. सोना एक सुरक्षित निवेश माने जाने के कारण अक्सर ब्याज दरों में गिरावट पर इसकी मांग बढ़ती है, लेकिन अगर ब्याज दरें अधिक रहती हैं तो सोने की मांग कम हो जाती है.
MCX फ्यूचर्स पर असर
मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर भी सोने की कीमत में बड़ी गिरावट दर्ज की गई है. दिसंबर डिलीवरी के लिए एमसीएक्स पर सोने का भाव 804 रुपये की गिरावट के साथ 73,678 रुपये प्रति 10 ग्राम पर ट्रेड कर रहा था. इस दौरान सोना 1.59 प्रतिशत की गिरावट के साथ 73,300 रुपये तक पहुंच गया था.
चांदी के भाव में भी बड़ी गिरावट
गुरुवार को सिर्फ सोना ही नहीं, बल्कि चांदी की कीमत में भी बड़ी गिरावट देखने को मिली. चांदी का भाव 2,310 रुपये घटकर 90,190 रुपये प्रति किलोग्राम पर आ गया. एचडीएफसी सिक्योरिटीज के सौमिल गांधी के अनुसार, अमेरिकी डॉलर में जारी तेजी और निवेशकों द्वारा डॉलर की खरीदारी ने चांदी की कीमतों पर भी असर डाला है.
क्या हैं भविष्य के संकेत
विशेषज्ञों का मानना है कि निकट भविष्य में सोने की कीमतों में अस्थिरता जारी रह सकती है. जेएम फाइनेंशियल सर्विसेज के वाइस प्रेसीडेंट प्रणव मेर के अनुसार, "अमेरिका में जारी होने वाले प्रोड्यूसर प्राइस इंडेक्स (PPI), साप्ताहिक बेरोजगारी के आंकड़े और रिटेल बिक्री डेटा सोने की कीमतों पर महत्वपूर्ण असर डाल सकते हैं. इसके साथ ही अमेरिकी फेडरल रिजर्व के चेयरमैन जेरोम पॉवेल और अन्य सेंट्रल बैंक अधिकारियों के बयान भी सोने की कीमतों को दिशा दे सकते हैं."
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सोने में निवेश के लिए क्या करें?
सोने में हालिया गिरावट ने निवेशकों को असमंजस में डाल दिया है. हालांकि, लॉन्ग टर्म निवेशकों के लिए यह एक अच्छा अवसर हो सकता है क्योंकि विशेषज्ञों के अनुसार, डॉलर की मजबूती और अमेरिकी अर्थव्यवस्था में बदलाव आने वाले समय में सोने की कीमत में स्थिरता ला सकते हैं. अगर आप लॉन्ग टर्म निवेश की सोच रहे हैं, तो इन गिरती कीमतों को एक अवसर के रूप में देख सकते हैं, लेकिन शॉर्ट टर्म में सावधानी बरतना आवश्यक है. सोने की कीमतों में हाल की गिरावट अमेरिकी डॉलर की मजबूती, अमेरिकी महंगाई दर और फेडरल रिजर्व की संभावित पॉलिसी में बदलाव के कारण हो रही है. विशेषज्ञों के अनुसार, आने वाले कुछ हफ्तों में वैश्विक बाजार से मिलने वाले आर्थिक संकेतकों पर भी नजर रखनी होगी. सोने के निवेशकों के लिए सलाह है कि शॉर्ट टर्म में सतर्क रहें और लॉन्ग टर्म निवेश को ध्यान में रखते हुए योजनाबद्ध तरीके से निवेश करें.