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Gold Rate Today: शुक्रवार को सोने की कीमत में 250 रुपये की बढ़ोतरी दर्ज की गई. (Photo : Reuters)
Gold Rate Today:सोने की कीमत में शुक्रवार को 250 रुपये की बढ़ोतरी दर्ज की गई, जिससे यह 80,550 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गई. गोल्ड में इस तेजी के पीछे कई आर्थिक कारण छिपे हैं, जिनमें विदेशी मुद्रा बाजार में अस्थिरता और वैश्विक स्तर पर सुरक्षित निवेश की मांग शामिल है. वहीं, अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय करेंसी में गिरावट का दौर जारी रहा और एक डॉलर ने पहली बार 86 रुपये का स्तर छू लिया.
घरेलू बाजार में निवेशकों की सक्रियता
घरेलू बाजार में रिटेलर्स और स्टॉकिस्ट्स की लगातार खरीदारी ने भी सोने की कीमतों को बढ़ाने में योगदान दिया है. ऑल इंडिया सर्राफा एसोसिएशन के अनुसार, 99.5% शुद्धता वाला सोना लगातार चौथे सत्र में चमकता रहा और 250 रुपये की बढ़ोतरी के साथ 80,150 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया.
चांदी में कैसा रहा रुझान
जहां सोने की कीमत में बढ़ोतरी देखी गई, वहीं चांदी की कीमत शुक्रवार को स्थिर रही और यह 93,000 रुपये प्रति किलोग्राम पर ट्रेड करती रही. हालांकि, MCX पर मार्च डिलीवरी के लिए चांदी के कॉन्ट्रैक्ट्स में 506 रुपये की बढ़ोतरी दर्ज की गई, जिससे यह 92,217 रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई. एशियाई वायदा बाजार में सिल्वर कॉमेक्स फ्यूचर्स का भाव 0.6 फीसदी बढ़कर 31.20 डॉलर प्रति औंस हो गया. रिन्युएबल एनर्जी से जुड़ी नई तकनीक और इलेक्ट्रॉनिक्स में चांदी की अहमियत की वजह से मजबूत हो रही औद्योगिक मांग ने सेफ-एसेट के रूप में चांदी की मांग को बढ़ा दिया है.
सोने में उछाल के बीच रुपये में कमजोरी
शुक्रवार को रुपये में 14 पैसे की गिरावट दर्ज की गई, जिससे यह अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 86 के महत्वपूर्ण स्तर पर पहुंच गया. रुपये की इस कमजोरी का असर भी सोने की कीमत पर पड़ा है. एचडीएफसी सिक्योरिटीज (HDFC Securities) के सीनियर एनालिस्ट (कमोडिटीज) सौमिल गांधी ने कहा, "अमेरिका के निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के सत्ता संभालने के बाद अमेरिका की संभावित मॉनेटरी पॉलिसी के बारे में अनिश्चितता के माहौल के कारण निवेशक सोने के रूप में सुरक्षित निवेश की ओर रुख कर रहे हैं. यह बढ़ी हुई मांग भी शुक्रवार को सोने में तेजी जारी रहने की प्रमुख वजह रही है.”
अंतरराष्ट्रीय बाजार में बढ़ती मांग
अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी सोने की कीमतों में तेजी देखने को मिली है. कॉमेक्स (COMEX) गोल्ड फ्यूचर्स में 16.10 डॉलर प्रति औंस यानी 0.6% की बढ़ोतरी हुई, जिससे इसकी कीमत 2,706.90 डॉलर प्रति औंस हो गई. ऑगमॉन्ट (Augmont) की रिसर्च हेड रेनिशा चैनानी ने कहा, "डोनाल्ड ट्रंप की नीतियों को लेकर अनिश्चितता और ब्रिटेन में बजट संकट के कारण सुरक्षित निवेश की मांग बढ़ रही है. अमेरिका में बाजार के खिलाड़ियों की नजर जल्द ही आने वाले नॉन-फॉर्म पेरोल और कंज्यूमर सेंटिमेंट डेटा पर टिकी हैं, ताकि इकॉनमी के बारे में भविष्य के रुझान का अनुमान लगाया जा सके. फेडरल ओपन मार्केट कमेटी (FOMC) के सदस्यों ने संकेत दिए हैं कि अगर आंकड़े उम्मीद के मुताबिक रहे, तो ब्याज दरों में और कटौती की जा सकती है."
अंतरराष्ट्रीय आर्थिक हालात का असर
डच मल्टीनेशनल ING बैंक के अनुसार, 2025 की शुरुआत में कीमती धातुओं का प्रदर्शन कमजोर रहा है. इसके लिए जियो-पोलिटिकल टेंशन, चीन की आर्थिक रिकवरी की अनिश्चितता और ग्लोबल ट्रेड में संरक्षणवाद के बढ़ते रुझान को जिम्मेदार माना जा रहा है. बैंक के एनालिस्ट्स का मानना है कि अमेरिका में सत्ता परिवर्तन कारण मार्केट आउटलुक को लेकर असमंजस बढ़ गया है, क्योंकि ट्रंप के कमान संभालने के बाद चीनी सामानों पर बढ़े हुए टैरिफ का खतरा मंडरा रहा है. निवेशकों का मानना है कि अमेरिका के टैरिफ बढ़ाने और डॉलर के मजबूत होने पर सोने की कीमतें दबाव में आ सकती हैं.
आने वाले समय के संकेत
आने वाले समय में सोने और रुपये की दिशा तय करने में अमेरिकी फेडरल ओपन मार्केट कमेटी (FOMC) की संभावित नीतियों, रोजगार के आंकड़ों और कंज्यूमर सेंटिमेंट इंडेक्स का बड़ा रोल रह सकता है. सोने की कीमतों में हालिया बढ़ोतरी और रुपये की कमजोरी के बीच निवेशकों के लिए यह समय सतर्कता और सूझबूझ से निवेश करने का है.