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Gold Silver Price Today : शुक्रवार को सोने और चांदी दोनों में तेजी का रुझान रहा. (AI Generated Image)
Gold Rate Today, Sone Chandi Ka Bhav Aaj Ka : सोने और चांदी, दोनों में शुक्रवार को तेजी देखने को मिली. दिल्ली सर्राफा बाजार में सोना 800 रुपये की बढ़त के साथ 1,14,000 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया. वहीं चांदी भी 500 रुपये बढ़कर 1,32,000 रुपये प्रति किलो पर जा पहुंची. चांदी में लगातार दूसरे दिन तेजी रही. एक्सपर्ट्स का कहना है कि अंतरराष्ट्रीय बाजार से मिल रहे मजबूत संकेत और जियो-पोलिटिकल टेंशन इसकी मुख्य वजह हैं.
ग्लोबल फैक्टर्स से बढ़ी चमक
ऑल इंडिया सर्राफा एसोसिएशन के मुताबिक गुरुवार को जहां सोना 1,13,200 रुपये पर बंद हुआ था, वहीं शुक्रवार को यह 1,14,000 रुपये पर पहुंच गया. वहीं 99.5 फीसदी प्योरिटी वाला सोना 700 रुपये की तेजी के साथ 1,13,500 रुपये प्रति 10 ग्राम पर ट्रेड हुआ.
अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी सोना 0.18 फीसदी बढ़कर 3,651.18 डॉलर प्रति औंस पर और चांदी करीब 1 फीसदी उछलकर 42.16 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गई. ट्रेडर्स के मुताबिक अमेरिका-चीन के बीच नई व्यापारिक खींचतान और जियो-पोलिटिकल हालात ने निवेशकों को सोने की ओर खींचा है.
चांदी में मजबूती जारी
सोने के साथ-साथ चांदी में बढ़त का सिलसिला भी दूसरे दिन जारी रहा. गुरुवार को चांदी 1,31,500 रुपये पर बंद हुई थी, जो शुक्रवार को 1,32,000 रुपये प्रति किलो पर पहुंच गई. एक्सपर्ट्स का कहना है कि निवेशकों की सेफ हेवन डिमांड और डॉलर की मजबूती के बीच चांदी ने मजबूती दिखाई है.
निवेशकों के भरोसे की बड़ी वजह
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के सीनियर एनालिस्ट (कमोडिटीज) सौमिल गांधी ने कहा, "पिछले कारोबारी सत्र में सोना मजबूती के साथ ट्रेड हुआ और निवेशकों का रुझान सोने-चांदी जैसी कीमती धातुओं की ओर बुलिश बना हुआ है. इसकी वजह कई हैं - इस साल एक्सचेंज ट्रेडेड फंड्स (ETF) में लगातार मजबूत इनफ्लो देखने को मिला है और सेंट्रल बैंक भी सक्रिय रूप से सोना खरीद रहे हैं. वहीं, अमेरिकी फेडरल रिजर्व से 2025 के अंत से पहले ब्याज दर में और कटौती करने उम्मीदें और जियो-पोलिटिकल टेंशन ने सोने की मांग को और मजबूत किया है."
फेडरल रिजर्व का असर
ऑगमोंट की रिसर्च हेड रेनीषा चैनानी ने कहा, "इस हफ्ते अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने ब्याज दरों में कटौती की है, लेकिन आगे दरों में कमी की रफ्तार को लेकर सावधानी बरती है. महंगाई को लेकर चिंता बनी हुई है, इसलिए संकेत मिले हैं कि दरों में कटौती धीरे-धीरे होगी. यह फैसला अमेरिकी लेबर मार्केट की कमजोरी के कारण लिया गया है." यानी ब्याज दरें कम होने से निवेशक सोने जैसे सेफ हेवन एसेट की ओर रुख कर रहे हैं, लेकिन यूएस फेडरल रिजर्व की सतर्कता ने तेजी को सीमित भी किया है.
अगले हफ्ते का रुझान
एलकेपी सिक्योरिटीज के वीपी रिसर्च एनालिस्ट (कमोडिटी और करेंसी) जतिन त्रिवेदी ने कहा, "सोने की कीमतें मजबूती के साथ टिकी हुई हैं और अब सबकी नजर अगले हफ्ते आने वाले अमेरिकी आर्थिक आंकड़ों पर है. इसमें जीडीपी, मैन्युफैक्चरिंग और सर्विस पीएमआई और पीसीई प्राइस इंडेक्स जैसे आंकड़े शामिल होंगे. ये आंकड़े तय करेंगे कि सोने का अगला ट्रेंड किस दिशा में जाएगा." उन्होंने आगे कहा कि "सोना अभी 1,07,500 रुपये से 1,11,000 रुपये की रेंज में है, लेकिन पॉलिसी सपोर्ट से इसमें पॉजिटिविटी बनी हुई है."
निवेशकों को क्या करना चाहिए?
विशेषज्ञों की राय है कि मौजूदा हालात में सोना और चांदी दोनों ही निवेश के लिहाज से सुरक्षित विकल्प बने हुए हैं. हालांकि, फेडरल रिजर्व की नीतियां और आने वाले अमेरिकी आंकड़े यह तय करेंगे कि अगले कुछ हफ्तों में इनकी दिशा क्या होगी. फिलहाल जियो-पोलिटिकल टेंशन और सेंट्रल बैंकों की खरीद से सोने की चमक बरकरार है.