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Gold Rate Today : सोमवार को सोने का भाव एक बार फिर से अपने सबसे ऊंचे स्तर के करीब पहुंच गया. (Image : Freepik)
Gold Rate Today : सोने के भाव में एक बार फिर से मजबूती का रुझान देखने को मिला. सोमवार को सोने का भाव 350 रुपये की बढ़त के साथ 89,100 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया. यह बढ़त ग्लोबल लेवल पर सोने की मजबूत डिमांड और डॉलर की कमजोरी के चलते आई है. पिछले सप्ताह सोने ने 89,450 रुपये प्रति 10 ग्राम का सबसे ऊंचा स्तर छुआ था, और अब एक बार फिर यह रिकॉर्ड स्तर के करीब पहुंच गया है. जबकि चांदी के भाव सोमवार को 1 लाख रुपये प्रति किलो पर फ्लैट बने रहे.
डोमेस्टिक मार्केट में सोने का हाल
देश की राजधानी दिल्ली में सोमवार को 99.9% प्योरिटी वाला सोना शुक्रवार के 88,750 रुपये के बंद भाव से बढ़कर 89,100 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया, जबकि 99.5% प्योरिटी वाला सोना शुक्रवार के 88,350 रुपये के बंद भाव की जगह सोमवार को 88,700 रुपये प्रति 10 ग्राम पर कारोबार करता नजर आया. वहीं, मल्टी-कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर अप्रैल डिलीवरी वाले गोल्ड फ्यूचर्स 118 रुपये की तेजी के साथ 86,128 रुपये प्रति 10 ग्राम पर ट्रेड कर रहे थे.
ग्लोबल ट्रेंड्स का असर
अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमतें मजबूती के साथ कारोबार कर रही हैं. सोमवार को कॉमेक्स (Comex) में अप्रैल डिलीवरी वाला गोल्ड फ्यूचर्स 2,954.71 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार कर रहा था, जबकि अंतरराष्ट्रीय स्पॉट मार्केट में सोने की कीमत 2,941.55 डॉलर प्रति औंस रही. अमेरिकी डॉलर इंडेक्स में लगातार तीसरे हफ्ते गिरावट का रुझान रहा, जिससे सोने की कीमतों को सपोर्ट मिल रहा है. इस सिलसिले में अबांस होल्डिंग्स के सीईओ चिन्तन मेहता ने कहा, "सोने की कीमतें अब भी ऑल टाइम हाई के करीब बनी हुई हैं, क्योंकि डॉलर में कमजोरी और ग्लोबल लेवल पर उथल-पुथल और असमंजस के चलते निवेशकों की सेफ हेवन एसेट्स में रुचि बनी हुई है." वहीं, एशियाई मार्केट्स के ट्रेडिंग ऑवर्स के दौरान सिल्वर फ्यूचर्स 0.43 फीसदी की गिरावट के साथ 33.20 अमेरिकी डॉलर प्रति औंस पर कारोबार करते नजर आए.
जियो-पोलिटिकल टेंशन से सोने को सपोर्ट
ग्लोबल मार्केट्स में जियो-पोलिटिकल टेंशन और आर्थिक हालात के बारे में आशंकाएं बनी हुई हैं, जिससे सोने में निवेशकों का भरोसा बढ़ रहा है. एचडीएफसी सिक्योरिटीज (HDFC Securities) के सीनियर एनालिस्ट सौमिल गांधी के अनुसार, "सोमवार को सोने में मामूली बढ़त देखने को मिली, क्योंकि जियो-पोलिटिकल और ट्रेड से जुड़े टेंशन के कारण निवेशकों की सेफ हेवन एसेट्स में दिलचस्पी बनी रही." इसके अलावा, दुनिया भर के सेंट्रल बैंक अपनी आर्थिक नीतियों के उतार-चढ़ाव के बीच सोना जमा करने में लगे हैं. इससे सोने की डिमांड को सपोर्ट मिल रहा है और कीमतें मजबूत बनी हुई हैं.
PCE डेटा पर बाजार की नजर
आने वाले दिनों में सोने की कीमतों की दिशा अमेरिकी फेडरल रिजर्व की मॉनेटरी पॉलिसी पर निर्भर करेगी. कोटक सिक्योरिटीज के अनुसार, मार्केट पार्टिसिपेंट्स यानी निवेशक और कारोबारी अमेरिकी 'पर्सनल कंजम्पशन एक्सपेंडिचर (PCE) प्राइस इंडेक्स' डेटा पर नजर बनाए हुए हैं, जो महंगाई दर और अमेरिकी फेडरल रिजर्व (US Federal Reserve) की आगामी नीति का संकेत देगा. एलकेपी सिक्योरिटीज के वीपी रिसर्च एनालिस्ट (कमोडिटी एंड करेंसी) जतिन त्रिवेदी ने कहा, "सोने की कीमतें सीमित दायरे में रही हैं, जहां यह कॉमेक्स में 2,925 डॉलर से बढ़कर 2,945 डॉलर तक पहुंचा, लेकिन 2,950 डॉलर पर इसे रेजिस्टेंस का सामना करना पड़ा. रुपये की कमजोरी ने एमसीएक्स पर सोने को सपोर्ट दिया. इस हफ्ते मार्केट पार्टिसिपेंट्स PCE डेटा पर फोकस करेंगे. सोने को 85,500-85,200 रुपये पर सपोर्ट और 86,450-86,600 रुपये पर रेजिस्टेंस मिल सकता है."
कुल मिलाकर, सोने की कीमतों में ग्लोबल और घरेलू फैक्टर्स के कारण मजबूती बनी हुई है. डॉलर की कमजोरी, सेंट्रल बैंकों की सोने की खरीदारी, जियो-पोलिटिकल टेंशन और अमेरिकी फेडरल रिजर्व की आगामी नीतियों से जुड़े अनुमानों के चलते आने वाले दिनों में भी सोने की कीमतें ऊंचे स्तरों पर बनी रह सकती हैं.