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Gold Silver Price Today : दिल्ली के सर्राफा बाजार में शुक्रवार को सोना नई ऊंचाई पर जा पहुंचा. (Image : Freepik)
Gold Rate Today, Sone Chandi Ka Bhav Aaj Ka :शुक्रवार को सोने के दामों ने एक बार फिर इतिहास रच दिया. सोना 2,100 रुपये की छलांग लगाकर 1,03,670 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया, जो अब तक का सबसे ऊंचा स्तर है. वहीं दूसरी ओर चांदी के भाव में गिरावट दर्ज की गई और यह 1,000 रुपये टूटकर 1,19,000 रुपये प्रति किलो पर आ गई. सोने में लगातार चौथे दिन तेजी बनी हुई है, जबकि चांदी में मुनाफावसूली देखने को मिली.
रुपये की कमजोरी और ग्लोबल मार्केट का असर
सोने की इस जोरदार तेजी की बड़ी वजह रुपये में भारी गिरावटऔर ग्लोबल मार्केट में सेफ-हेवन डिमांड को माना जा रहा है. एचडीएफसी सिक्योरिटीज के सीनियर एनालिस्ट (कमोडिटीज) सौमिल गांधी ने कहा, “सोने की कीमतों में घरेलू बाजार में बड़ी तेजी देखने को मिली है, जिसकी मुख्य वजह रुपये की कमजोरी और विदेशी बाजार में पॉजिटिव ट्रेंड है. भारतीय रुपया रिकॉर्ड निचले स्तर पर पहुंच गया है, जिससे निवेशकों की चिंता बढ़ी है.”
शुक्रवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 88.19 के रिकॉर्ड निचले स्तर पर बंद हुआ, जबकि एक दिन पहले यह 87.58 पर था. रुपया पहली बार 88 के स्तर के पार गया है, जिससे सोना महंगा हो गया.
चांदी में दबाव, लेकिन लंबी रेस का खिलाड़ी
जहां सोना नई ऊंचाइयों को छू रहा है, वहीं चांदी शुक्रवार को 1,000 रुपये गिरकर 1,19,000 रुपये प्रति किलो पर आ गई. ट्रेडजिनी के चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर त्रिवेश डी ने कहा, “हालांकि सोने में मजबूती देखने को मिली, लेकिन चांदी भी हाल के हफ्तों में लगातार बेहतर प्रदर्शन कर रही है. चांदी की इंडस्ट्रियल डिमांड इसे और मजबूत बनाती है. पिछले पांच सालों में सोना और चांदी दोनों हर साल नए रिकॉर्ड बना रहे हैं, जो यह दिखाता है कि अस्थिर बाजारों में इनकी अहमियत कितनी ज्यादा है.”
उन्होंने आगे कहा कि अगर इंटरनेशनल मार्केट में चांदी 39.60 डॉलर प्रति औंस का रेजिस्टेंस तोड़ती है तो यह 44 डॉलर तक जा सकती है, यानी मौजूदा स्तर से करीब 12 फीसदी की तेजी संभव है.
ग्लोबल टेंशन का असर
गोल्ड और सिल्वर की कीमतों पर ग्लोबल ट्रेड टेंशन और पॉलिटिकल अनिश्चितता का भी असर दिख रहा है. त्रिवेश डी ने कहा, “अमेरिकी फेडरल रिजर्व गवर्नर की कुर्सी पर छाए सस्पेंस और भारत पर भारी अमेरिकी टैरिफ ने बाजार में सेफ-हेवन खरीदारी को बढ़ा दिया है. ट्रेड टेंशन और ग्लोबल ग्रोथ पर असर की आशंका के बीच निवेशक सोने-चांदी में पैसा लगा रहे हैं.”
विदेशी बाजार में भी शुक्रवार को सोने में हल्की तेजी देखने को मिली और यह 3,407.39 डॉलर प्रति औंस पर ट्रेड कर रहा था. हालांकि चांदी 0.52 फीसदी गिरकर 38.84 डॉलर प्रति औंस पर आ गई.
आगे का रुझान क्या है
एलकेपी सिक्योरिटीज के वीपी रिसर्च एनालिस्ट (कमोडिटी और करेंसी) जतिन त्रिवेदी ने कहा, “सोने की कीमतों में तेजी रुपये की कमजोरी की वजह से बनी हुई है. कॉमेक्स गोल्ड सीमित दायरे में रहने के बावजूद एमसीएक्स गोल्ड को रुपये की कमजोरी से लगभग 500 रुपये का अतिरिक्त सपोर्ट मिला. आने वाले दिनों में सोने के दाम 1,00,000 रुपये से 1,05,000 रुपये के दायरे में बने रह सकते हैं.”
वहीं ऑगमोंट की रिसर्च हेड रेनीशा चैनानी ने कहा, “फेडरल रिजर्व पर बढ़ते राजनीतिक दबाव से ब्याज दरों में कटौती की संभावना तेज हो गई है. यही कारण है कि गोल्ड में सेफ-हेवन डिमांड बढ़ी है और दाम नई ऊंचाइयों पर पहुंच गए हैं.”
निवेशकों के लिए संकेत
पिछले एक हफ्ते में सोना करीब 3,300 रुपये यानी 3.29 फीसदी चढ़ चुका है. लगातार रिकॉर्ड स्तरों पर पहुंचते सोने से संकेत मिल रहा है कि अनिश्चित माहौल में इसकी अहमियत बनी रहेगी. रुपये की कमजोरी और अंतरराष्ट्रीय व्यापार में अस्थिरता अगर आगे भी जारी रहती है, तो सोना और चांदी दोनों ही निवेशकों को सुरक्षित विकल्प के तौर पर आकर्षित करेंगे.
(इनपुट : पीटीआई)