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Flexi Cap Funds Performance: 1 साल में कमजोर रिटर्न देने वाले फ्लेक्सी कैप फंड्स ने लंबी अवधि में शानदार प्रदर्शन किया है. (AI Generated Image)
Flexi Cap Funds Short vs Long Term Returns : फ्लेक्सी कैप फंड निवेशकों के बीच सबसे पॉपुलर म्यूचुअल फंड कैटेगरी में शामिल हैं. जुलाई 2025 के एम्फी (AMFI) के आंकड़ों के मुताबिक इक्विटी सेगमेंट में फ्लेक्सी कैप फंड में सबसे ज्यादा निवेश हुआ. लेकिन पिछले 1 साल में इस कैटेगरी के रिटर्न के आंकड़े ज्यादा आकर्षक नहीं रहे हैं. यहां तक कि टॉप 5 फ्लेक्सी कैप फंड्स के डायरेक्ट प्लान का 1 साल का रिटर्न महज 4.58% से 6.89% के बीच रहा. इन टॉप 5 फंड्स में मोतीलाल ओसवाल, पराग पारीख (Parag Parikh Mutual Fund) और एचडीएफसी म्यूचुअल फंड (HDFC Mutual Fund) जैसे दिग्गज फंड हाउस की स्कीम शामिल हैं.
तो क्या फ्लेक्सी कैप फंड के रिटर्न की रफ्तार धीमी पड़ने लगी है? आखिर क्या है इन आंकड़ों का मतलब? इस सवाल का सही जवाब जानने के लिए थोड़ा और गहराई में जाकर बेंचमार्क के रिटर्न के साथ ही साथ 3, 5 और 10 साल के आंकड़ों को भी देखना होगा. लेकिन पहले देखते हैं टॉप 5 फ्लेक्सी कैप फंड्स के 1 साल के रिटर्न के आंकड़े.
टॉप 5 फ्लेक्सी कैप फंड का 1 साल का रिटर्न (CAGR)
1. HDFC Flexi Cap Fund : 6.89% (Direct Plan)
2. Parag Parikh Flexi Cap Fund : 6.80% (Direct Plan)
3. Invesco India Flexi Cap Fund : 5.83% (Direct Plan)
4. Motilal Oswal Flexi Cap Fund : 5.53% (Direct Plan)
5. Helios Flexi Cap Fund : 4.58% (Direct Plan)
बेंचमार्क से बेहतर रहा रिटर्न
सभी फ्लेक्सी कैप फंड्स के 1 साल के रिटर्न आंकड़ों को देखें, तो 20 फंड्स के रिटर्न निगेटिव रहे हैं, जबकि एक भी फंड का रिटर्न दो अंकों में नहीं है. लेकिन इन आंकड़ों को सही ढंग से समझने के लिए ये जानना जरूरी है कि फ्लेक्सी कैप फंड्स के दोनों बेंचमार्क इंडेक्स का 1 साल का रिटर्न निगेटिव रहा है. पिछले 1 साल में BSE 500 TRI ने (-)2.39% और Nifty 500 TRI ने (-)2.76% रिटर्न दिया है. इनकी तुलना में टॉप 5 फंड्स का प्रदर्शन फिर भी बेहतर रहा है.
वक्त के साथ बढ़ी मुनाफे की चमक
दूसरी ध्यान में रखने वाली बात है निवेश की अवधि. 1 साल के रिटर्न में काफी कमजोर दिखने वाले टॉप 5 फ्लेक्सी कैप फंड्स के आंकड़ों की तस्वीर 3, 5 और 10 साल में काफी बदल जाती है. नीचे दिए आंकड़े इस बात की गवाही दे रहे हैं.
3 साल में टॉप 5 फ्लेक्सी कैप फंड का रिटर्न
1. Invesco India Flexi Cap Fund : 24.70% (Direct Plan)
2. Motilal Oswal Flexi Cap Fund : 23.87% (Direct Plan)
3. JM Flexi Cap Fund : 23.52% (Direct Plan)
4. HDFC Flexi Cap Fund : 23.09% (Direct Plan)
5. Bank of India Flexi Cap Fund : 22.09% (Direct Plan)
5 साल में टॉप 5 फ्लेक्सी कैप फंड का रिटर्न
1. HDFC Flexi Cap Fund : 27.78% (Direct Plan)
2. Quant Flexi Cap Fund : 27.11% (Direct Plan)
3. Bank of India Flexi Cap Fund : 26.41% (Direct Plan)
4. JM Flexi Cap Fund : 25.88% (Direct Plan)
5. Franklin India Flexi Cap Fund : 24.29% (Direct Plan)
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10 साल में टॉप 5 फ्लेक्सी कैप फंड का रिटर्न
1. Quant Flexi Cap Fund : 19.82% (Direct Plan)
2. Parag Parikh Flexi Cap Fund : 18.89% (Direct Plan)
3. JM Flexi Cap Fund : 17.87% (Direct Plan)
4. HDFC Flexi Cap Fund : 17.11% (Direct Plan)
5. Edelweiss Flexi Cap Fund : 16.16% (Direct Plan)
(सोर्स : AMFI, 26 अगस्त 2025 तक अपडेटेड आंकड़े)
10 साल में एक भी स्कीम का रिटर्न निगेटिव नहीं
10 साल की अवधि में सभी फ्लेक्सी कैप फंड्स का रिटर्न दो अंकों में यानी 10 फीसदी या उससे अधिक है और कैटेगरी की एक भी स्कीम ऐसी नहीं है, जिसका रिटर्न निगेटिव हो. जबकि 1 साल के आंकड़ों में एक भी फंड का रिटर्न दो अंकों में नहीं है और 20 फंड्स के रिटर्न निगेटिव रहे हैं.
क्या बता रहे हैं ये आंकड़े
टॉप 5 फ्लेक्सी कैप फंड्स के अलग-अलग अवधि के रिटर्न के आंकड़े यही दिखाते हैं कि इक्विटी म्यूचुअल फंड में लंबी अवधि के लिए निवेश करना बेहतर रहता है. ऐसा इसलिए क्योंकि इक्विटी में किए गए निवेश पर बाजार की उथल-पुथल का सीधा असर पड़ता है. और लंबी अवधि में इस उतार-चढ़ाव का असर कम हो जाता है.
रिस्क समझना जरूरी
फ्लेक्सी कैप फंड्स को इक्विटी में निवेश की वजह से हाई रिस्क इनवेस्टमेंट माना जाता है. हालांकि डायवर्सिफिकेशन की वजह से फ्लेक्सी कैप को सेक्टोरल, थीमैटिक या स्मॉल कैप फंड्स के मुकाबले ज्यादा स्टेबल कहा जाता है, लेकिन इक्विटी फंड होने की वजह से ऊपर बताए गए सभी फंड्स को रिस्कोमीटर पर बहुत अधिक रिस्क (Very High Risk) की रेटिंग मिली हुई है. इसलिए इनमें निवेश से जुड़ा कोई भी फैसला करने से पहले अपनी रिस्क लेने की क्षमता को ध्यान में रखें.
(डिस्क्लेमर : इस आर्टिकल का उद्देश्य सिर्फ जानकारी देना है, किसी स्कीम में निवेश की सिफारिश करना नहीं. म्यूचुअल फंड में पिछले रिटर्न के भविष्य में जारी रहने की गारंटी नहीं होती. निवेश का कोई भी फैसला अपने इनवेस्टमेंट एडवाइजर की सलाह लेने के बाद ही करें.)