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Gold Silver Price Today : बुधवार को सोने और चांदी में अच्छी-खासी तेजी देखने को मिली. Photograph: (AI Generated Image)
Gold Rate Today, Sone Chandi Ka Bhav Aaj Ka :सोने की कीमतों ने पिछले पांच दिनों से जारी गिरावट के सिलसिले को तोड़कर आखिरकार तेजी दिखाई. बुधवार को दिल्ली के सर्राफा बाजार में सोना 700 रुपये की मजबूती के साथ 98,520 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया. इसी तरह चांदी की कीमतों में भी उछाल देखने को मिला और यह 1,000 रुपये बढ़कर 1,14,000 रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई. इस तेजी के पीछे कई घरेलू और अंतरराष्ट्रीय फैक्टर हैं, जिनका असर आने वाले दिनों में भी दिख सकता है.
रुपये में कमजोरी का असर
घरेलू बाजार में सोने की कीमतों में उछाल की एक बड़ी वजह रुपये में कमजोरी है. बुधवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया (Rupee Vs Us Dollar) 52 पैसे गिरकर 87.43 के स्तर पर बंद हुआ. एचडीएफसी सिक्योरिटीज के सीनियर एनालिस्ट (कमोडिटीज) सौमिल गांधी ने बताया, “घरेलू बाजार में सोने की कीमतों में मजबूती का मुख्य कारण रुपये में तेज गिरावट है. कच्चे तेल की कीमतों में तेजी और अमेरिका-भारत ट्रेड डील को लेकर असमंजस की वजह से रुपये पर दबाव बना.”
दरअसल अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 20 से 25 प्रतिशत तक टैरिफ लगाने का संकेत दिया है, जिसके बाद भारत और अमेरिका के बीच व्यापार समझौते को लेकर असमंजस की स्थिति बन गई है. इसका सीधा असर रुपये पर पड़ा और भारतीय करेंसी की इस कमजोरी की वजह से सोने की कीमतों में तेजी आ गई.
अंतरराष्ट्रीय बाजार का हाल
अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना फ्लैट ट्रेड कर रहा है. बुधवार को अंतरराष्ट्रीय बाजार में स्पॉट गोल्ड 3,330.33 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार कर रहा था. वहीं, चांदी की कीमतों में कुछ गिरावट देखी गई और यह 38.09 डॉलर प्रति औंस पर आ गई. हालांकि घरेलू बाजार में चांदी की कीमतें ऊपर रहीं, जिसका कारण भी रुपये की कमजोरी ही रहा.
फेड के फैसले और अमेरिकी आंकड़ों पर नजर
कोटक सिक्योरिटीज की AVP (कमोडिटी रिसर्च) कायनात चैनवाला ने कहा, “गोल्ड की कीमतें फिलहाल स्थिर हैं क्योंकि निवेशक अमेरिका के महत्वपूर्ण आर्थिक आंकड़ों का इंतजार कर रहे हैं, जिसमें दूसरी तिमाही की जीडीपी, ADP रोजगार रिपोर्ट, पेंडिंग होम सेल्स और फेडरल रिजर्व की इंटरेस्ट रेट पॉलिसी शामिल है. फेड के रेट्स तो स्टेबल रहने की उम्मीद है, लेकिन उनकी आगे की पॉलिसी को लेकर दिए गए संकेतों पर सबकी निगाहें टिकी होंगी.”
जाहिर है कि अब बाजार की नजरें अमेरिकी फेडरल रिजर्व की पॉलिसी मीटिंग पर टिकी हैं. फेड चेयरमैन जेरोम पॉवेल द्वारा दिए जाने वाले बयान को लेकर निवेशक बेहद सतर्क हैं. अबांस फाइनेंशियल सर्विसेज के सीईओ चिन्तन मेहता ने कहा, “अमेरिका की जीडीपी रिपोर्ट आने वाले समय में अर्थव्यवस्था की मजबूती की तस्वीर को साफ करेगी, जिसका असर फेड की पॉलिसी पर भी पड़ सकता है.”
LKP सिक्योरिटीज के वाइस प्रेसिडेंट रिसर्च एनालिस्ट (कमोडिटी एंड करेंसी) जतिन त्रिवेदी ने बताया, “सोने में बीते कुछ दिनों में जो तेजी आई है, वह मुख्य रूप से रुपये की कमजोरी के कारण है. कॉमैक्स गोल्ड से सपोर्ट सीमित मिला है. फिलहाल सोना 99,500 रुपये तक भी पहुंच चुका है और अब इसके 98,500 से 1,01,000 रुपये के बीच बने रहने की उम्मीद है. आगे की चाल अमेरिका के आर्थिक आंकड़ों और फेड के फैसले पर निर्भर करेगी.”
निवेशकों के लिए क्या है संकेत?
जिन निवेशकों ने पिछले कुछ दिनों में गिरावट के दौरान सोना खरीदा था, उनके लिए यह तेजी एक राहत भरी खबर है. हालांकि बाजार में अब भी उतार-चढ़ाव के आसार बने हुए हैं, क्योंकि अमेरिकी नीतियों और अंतरराष्ट्रीय घटनाओं का असर सीधे तौर पर सोने की चाल पर पड़ता है. डॉलर, कच्चे तेल के रुझान और फेड की पॉलिसी को ध्यान में रखते हुए निवेशकों को आगे की रणनीति काफी सावधानी से बनानी चाहिए. निवेशकों के लिए जरूरी है कि वे हर आर्थिक अपडेट पर नजर बनाए रखें और कोई भी फैसला सोच-समझकर लें.