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Gold Silver Price Today : सोने और चांदी में सोमवार को गिरावट का माहौल रहा. (Image : Freepik)
Gold Rate Today, Sone Chandi Ka Bhav Aaj Ka : सोमवार को सोने और चांदी की कीमतों में गिरावट देखने को मिली. हफ्ते की शुरुआत के साथ ही सोना 200 रुपये सस्ता होकर 97,470 रुपये प्रति 10 ग्राम पर आ गया, जबकि चांदी भी 200 रुपये टूटकर 1,02,800 रुपये प्रति किलो पर आ गई. सोने में लगातार सातवें दिन गिरावट ने यह सवाल खड़ा कर दिया है कि निवेशकों का भरोसा क्यों डगमगाया और आगे बाजार का रुख क्या रहने वाला है.
क्यों गिरा सोने का भाव?
ऑल इंडिया सर्राफा एसोसिएशन के अनुसार स्टॉकिस्ट्स द्वारा लगातार बिकवाली के चलते सोने की कीमतों में गिरावट जारी रही. 99.9 फीसदी शुद्धता वाला सोना शुक्रवार को जहां 97,670 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था, वहीं सोमवार को 97,470 रुपये पर आ गया. वहीं 99.5 फीसदी शुद्धता वाला सोना 150 रुपये गिरकर 97,050 रुपये पर पहुंच गया, जो पिछली बार 97,200 रुपये पर था.
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सुरक्षित निवेश की जरूरत घटी
अबांस फाइनेंशियल सर्विसेज के सीईओ चिंतन मेहता के मुताबिक, "जैसे-जैसे मिडिल ईस्ट में तनाव कम हो रहा है और अमेरिका के साथ व्यापार समझौतों में प्रगति हो रही है, निवेशकों की 'सेफ हेवन' यानी सुरक्षित निवेश की जरूरत घट रही है. यही वजह है कि सोने पर लगातार दबाव बना हुआ है."
उनका यह भी कहना है कि कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट के कारण महंगाई को लेकर चिंताएं कुछ कम हुई हैं, जिससे सोने की बतौर महंगाई से सुरक्षा वाले निवेश की भूमिका भी कमजोर हुई है.
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फ्यूचर्स में आई थोड़ी मजबूती
एक ओर जहां बाजार में हाजिर सोने की कीमतें गिर रही थीं, वहीं मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर अगस्त डिलीवरी वाले सोने के भाव 520 रुपये चढ़कर 95,990 रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंच गए. यह संकेत है कि निवेशक लंबी अवधि में कीमतों में सुधार की उम्मीद कर रहे हैं.
ट्रेडजिनी के सीओओ त्रिवेश डी का कहना है, "जून में ही सोने की कीमतों में करीब 5 फीसदी की गिरावट आई है, जो दर्शाता है कि निवेशक मुनाफावसूली कर रहे हैं. लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि सोना कमजोर हो गया है. मध्य पूर्व में तनाव दोबारा बढ़ने की आशंका और सेंट्रल बैंकों की लगातार खरीदारी, दोनों सोने को समर्थन दे रहे हैं."
ग्लोबल ट्रेड एग्रीमेंट्स से उत्साह लौटा
कोटक सिक्योरिटीज की एवीपी-कमोडिटी रिसर्च कायनात चेनवाला के मुताबिक, "ग्लोबल ट्रेड एग्रीमेंट्स को लेकर नया उत्साह लौटा है, जिससे निवेशकों का भरोसा बढ़ा है और उन्होंने जोखिम लेने की प्रवृत्ति दिखाई है. यही वजह है कि सोने की कीमतें 3,300 डॉलर प्रति औंस के आसपास बनी हुई हैं."
डॉलर कमजोर हुआ
एलकेपी सिक्योरिटीज के वीपी और रिसर्च एनालिस्ट जतिन त्रिवेदी ने कहा, "डॉलर इंडेक्स में कमजोरी के कारण सोना थोड़ा मजबूत हुआ है. कॉमैक्स में सोना 0.40 फीसदी बढ़कर 3,290 डॉलर और एमसीएक्स पर 0.50 फीसदी बढ़कर 95,950 रुपये पर पहुंच गया है. बीते हफ्ते तेज मुनाफावसूली के बाद अब निवेशक दोबारा सुरक्षित निवेश की ओर लौटते नजर आ रहे हैं."
उन्होंने आगे कहा, "आने वाला हफ्ता काफी अहम है क्योंकि अमेरिका की तरफ से कई महत्वपूर्ण आर्थिक आंकड़े सामने आने वाले हैं, जिनमें ADP नॉन-फार्म एंप्लॉयमेंट, नॉन-फार्म पेरोल्स और बेरोजगारी दर शामिल हैं. इन आंकड़ों से सोने की कीमतों की आगे की दिशा तय होगी."
निकट भविष्य में क्या रहेगा दायरा?
जतिन त्रिवेदी का मानना है कि घरेलू बाजार में सोना 94,000 से 97,500 रुपये के दायरे में रह सकता है. अमेरिका के श्रम आंकड़ों और व्यापार शुल्क से जुड़ी घोषणाओं पर बाजार की प्रतिक्रिया के हिसाब से इसमें उतार-चढ़ाव आ सकता है.