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Gold Silver Price Today : शुक्रवार को सोने और चांदी, दोनों में तेजी का रुझान रहा. (Image : Freepik)
Gold Rate Today, Sone Chandi Ka Bhav Aaj Ka: देश और दुनिया में बढ़ते जियो-पोलिटिकल टेंशन के बीच सोने की कीमतों में फिर उछाल देखा गया है. दिल्ली में शुक्रवार को सोना 480 रुपये की बढ़त के साथ 99,730 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया. इसी तरह चांदी भी 200 रुपये महंगी होकर 98,400 रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई. निवेशकों के लिए यह सवाल अब अहम हो गया है कि क्या सोना 1 लाख रुपये का आंकड़ा पार कर जाएगा या नहीं, और आने वाले समय में इसकी दिशा क्या हो सकती है.
दिल्ली में सोने और चांदी की कीमतों में तेजी
ऑल इंडिया सर्राफा एसोसिएशन (All India Sarafa Association) के मुताबिक 99.9% प्योरिटी वाला सोना शुक्रवार को दिल्ली में 480 रुपये की तेजी के साथ 99,730 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया, जो गुरुवार को 99,250 रुपये पर बंद हुआ था. वहीं, 99.5% प्योरिटी वाला सोना भी 480 रुपये चढ़कर 99,280 रुपये प्रति 10 ग्राम पर आ गया. चांदी की कीमत भी 200 रुपये बढ़कर 98,400 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई.
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अंतरराष्ट्रीय बाजारों में भी मजबूती
अंतरराष्ट्रीय बाजार में स्पॉट गोल्ड की कीमत 22.37 डॉलर बढ़कर 3,328.09 डॉलर प्रति औंस हो गई. वहीं, स्पॉट सिल्वर में 0.23% की बढ़त दर्ज की गई और यह 32.54 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गई. ग्लोबल लेवल पर भी सोने में तेजी का रुख जारी है, जो भारत के बाजारों पर सीधा असर डाल रहा है.
जियोपॉलिटिकल टेंशन से बढ़ रही डिमांड
सोने की मौजूदा तेजी की एक बड़ी वजह भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव, रूस-यूक्रेन युद्ध और इज़राइल द्वारा गाजा पर नियंत्रण की योजना जैसे जियो-पोलिटिकल मुद्दे हैं. अबांस फाइनेंशियल सर्विसेज के सीईओ चिन्तन मेहता के अनुसार, "हालांकि ट्रेड टेंशन में थोड़ी राहत से बाजार पर दबाव कम हुआ है, लेकिन भारत-पाकिस्तान तनाव और अन्य अंतरराष्ट्रीय जियो-पोलिटिकल रिस्क के चलते सोने को सपोर्ट मिल रहा है. ये घटनाएं निवेशकों को अस्थिरता से बचने के लिए सोने में निवेश करने के लिए आकर्षित कर रही हैं."
डॉलर की दिशा और फेड के बयान होंगे अहम
HDFC सिक्योरिटीज के सीनियर एनालिस्ट सौमिल गांधी का मानना है कि अमेरिकी फेडरल रिजर्व के एफओएमसी (FOMC) मेंबर्स के भाषणों पर भी निवेशकों की नजरें टिकी हैं. उनके बयानों से डॉलर और सोने की कीमतों की आगे की दिशा तय हो सकती है. अगर डॉलर कमजोर होता है, तो सोना और महंगा हो सकता है.
रुपया, ट्रेड टेंशन और वोलैटिलिटी का असर
एलकेपी सिक्योरिटीज के वीपी रिसर्च एनालिस्ट जतिन त्रिवेदी का कहना है कि "सोने ने रुपये में उतार-चढ़ाव और ग्लोबल ट्रेड के बारे में ऑप्टिमिज्म के चलते अस्थिर कारोबार किया. एमसीएक्स (MCX) पर सोना 95,750 से 96,750 रुपये के बीच झूलता रहा. अमेरिका और यूरोप के बीच ट्रेड डील को लेकर पॉजिटिव खबरों और अमेरिका-चीन के बीच नई बातचीत की संभावनाओं से ग्लोबल लेवल पर सेंटीमेंट सुधरा है. हालांकि बॉर्डर टेंशन और बदलती जियोपॉलिटिकल स्थिति के चलते सोने को सपोर्ट मिलता रहेगा. निकट भविष्य में सोना 94,500 से 97,500 रुपये के दायरे में रह सकता है और वोलैटिलिटी बनी रह सकती है."
आगे का रुझान क्या है?
सोने की कीमतें फिलहाल अंतरराष्ट्रीय घटनाओं और घरेलू सेंटीमेंट के बीच संतुलन बनाने की कोशिश कर रही हैं. निवेशक सतर्क हैं और अस्थिरता के माहौल में सुरक्षित विकल्प के रूप में गोल्ड की मांग बनी हुई है. अगर जियोपॉलिटिकल टेंशन और डॉलर इंडेक्स में हलचल जारी रहती है, तो सोना जल्द ही 1 लाख रुपये प्रति 10 ग्राम का स्तर पार कर सकता है. दूसरी ओर, अगर ट्रेड टेंशन में और नरमी आती है और डॉलर मजबूत होता है, तो गोल्ड के भाव में कुछ नरमी भी आ सकती है.