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Gold Rate Today: सोने में लगातार 7 दिन की तेजी के बाद मंगलवार को गिरावट देखी गई. (Image : Pixabay)
Gold Rate Today : सोने की कीमतों में लगातार सात दिनों की तेजी के बाद मंगलवार को गिरावट दर्ज की गई. दिल्ली सर्राफा बाजार में सोने की कीमत 200 रुपये घटकर 88,300 रुपये प्रति 10 ग्राम पर आ गई. इस गिरावट के पीछे ग्लोबल मार्केट्स में कमजोरी और स्टॉकिस्टों द्वारा बिकवाली को मुख्य कारण माना जा रहा है.
चांदी की कीमतों में भी गिरावट
सोने के साथ-साथ चांदी की कीमतों में भी गिरावट देखी गई. चांदी 900 रुपये सस्ती होकर 96,600 रुपये प्रति किलोग्राम पर आ गई. मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर मार्च डिलीवरी वाली चांदी के वायदा भाव 1,030 रुपये या 1.08% की गिरावट के साथ 94,265 रुपये प्रति किलोग्राम दर्ज किए गए.
MCX पर सोने की चाल
MCX पर अप्रैल डिलीवरी के लिए सोने के वायदा भाव 333 रुपये गिरकर 85,483 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गए. हालांकि दिन के दौरान सोने का भाव 86,360 रुपये प्रति 10 ग्राम के मैक्सिमम लेवल तक गया था. LKP सिक्योरिटीज के वाइस प्रेसिडेंट और रिसर्च एनालिस्ट (कमोडिटी एंड करेंसी) जतिन त्रिवेदी ने बताया, "सुबह के सत्र में सोने में तेजी दिखी क्योंकि सेंट्रल बैंकों ने सोने की खरीदारी जारी रखी. हालांकि रुपये में मजबूती आने के कारण MCX पर यह बढ़त सीमित रही और कीमतें 85,450 रुपये के स्तर पर वापस आ गईं, जिससे बाजार में अस्थिरता बनी रही."
अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने और चांदी का हाल
अंतरराष्ट्रीय बाजारों में भी सोने की कीमतों में नरमी रही. कॉमेक्स (Comex) पर अप्रैल डिलीवरी वाले सोने के वायदा भाव 2,933.10 अमेरिकी डॉलर प्रति औंस पर ट्रेड कर रहे थे. हालांकि, दिन के दौरान सोने ने 2,968.39 अमेरिकी डॉलर प्रति औंस का नया मैक्सिमम लेवल भी छू लिया था. चांदी की कीमतों में भी गिरावट दर्ज की गई और यह 32.17 अमेरिकी डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गई.
सोने में गिरावट की क्या रही वजह
एक्सपर्ट्स का मानना है कि अमेरिका में फेडरल रिजर्व के चेयरमैन जेरोम पॉवेल की गवाही से पहले बाजार में अस्थिरता देखी गई, जिससे निवेशकों ने सावधानी बरतनी शुरू कर दी. इसके अलावा, अमेरिकी कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स (CPI) के आंकड़ों का असर भी सोने की कीमतों पर पड़ता नजर आ रहा है. HDFC सिक्योरिटीज के कमोडिटी सीनियर एनालिस्ट सौमिल गांधी के मुताबिक "भले ही कुछ मुनाफावसूली देखी गई हो, लेकिन सोने की कीमतें अभी भी 2,900 अमेरिकी डॉलर के ऊपर बनी हुई हैं. ग्लोबल लेवल पर ट्रेड वॉर और आर्थिक भविष्य को लेकर जारी अनिश्चय के कारण सोने में स्टेबिलिटी का रुख बने रहने के आसार हैं."
क्या है आगे का रुझान?
एक्सपर्ट्स का मानना है कि सोने की कीमतों को शॉर्ट टर्म में दबाव का सामना करना पड़ सकता है, लेकिन लॉन्ग टर्म नजरिये से इसमें अब भी मजबूती बने रहने के आसार हैं. अमेरिकी डॉलर इंडेक्स के 108 के आसपास रहने और अमेरिकी फेडरल रिजर्व की तरफ से ब्याज दरों में कटौती किए जाने की संभावनाओं के चलते आने वाले दिनों में कीमतों में उतार-चढ़ाव जारी रह सकता है. निवेशकों को सोने में उतार-चढ़ाव पर नजर बनाए रखनी चाहिए और कोई भी बड़ा फैसला करने से पहले एक्सपर्ट्स से सलाह लेनी चाहिए.