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Multi Asset Allocation Funds: बाजार में भारी उथल-पुथल हो तो निवेशकों के लिए स्टेबल रिटर्न हासिल करना आसान नहीं होता. (Image : Pixabay)
Multi Asset Allocation Funds for Stable Return During Market Volatility : बाजार में भारी उथल-पुथल हो तो तमाम निवेशकों के सामने स्टेबल रिटर्न हासिल करने की चुनौती खड़ी हो जाती है. म्यूचुअल फंड्स में पैसे लगाने वाले रिटेल इनवेस्टर्स के सामने भी यही सवाल होता है कि इक्विटी फंड्स के गिरते रिटर्न के बीच उन्हें कहां निवेश करना चाहिए? हालांकि इक्विटी फंड्स में हमेशा लॉन्ग टर्म के लिए निवेश करना चाहिए और शॉर्म टर्म में होने वाली उथल-पुथल से घबराना नहीं चाहिए. लेकिन सच तो यह भी है कि इक्विटी मार्केट के उतार-चढ़ावों को बैलेंस करने के लिए आपके पोर्टफोलियो में डेट से लेकर गोल्ड और सिल्वर तक, दूसरे एसेट क्लास वाले निवेश भी शामिल होने चाहिए. मगर जिन निवेशकों का पोर्टफोलियो इतना बड़ा नहीं होता कि वे इतने सारे अलग-अलग एसेट क्लास में निवेश कर सकें, उनके सामने क्या विकल्प? इस सवाल का जवाब हो सकते हैं मल्टी एसेट एलोकेशन फंड्स (MAAFs), जिनके जरिये कम पैसों में ही पोर्टफोलियो को तमाम एसेट क्लास में डायवर्सिफाई किया जा सकता है.
अस्थिरता के दौर में निवेश का बेहतर विकल्प
मल्टी एसेट एलोकेशन फंड्स (MAAFs) को उनके डायवर्सिफाइड पोर्टफोलियो की वजह से उतार-चढ़ाव भरे माहौल में निवेश का बेहतर तरीका माना जाता है. हाइब्रिड म्यूचुअल फंड्स की कैटेगरी में आने वाले इन फंड्स के पोर्टफोलियो में इक्विटी से लेकर डेट और गोल्ड-सिल्वर समेत तमाम अलग-अलग एसेट्स क्लास शामिल होते हैं. यही वजह है कि इनका रिस्क-रिटर् बैलेंस काफी अच्छा रहता है.
टॉप मल्टी एसेट एलोकेशन फंड्स का 1 साल का रिटर्न
इन दिनों बाजार में देखी जा रही भारी उथल-पुथल के बावजूद कम से कम 8 मल्टी एसेट एलोकेशन फंड्स ऐसे हैं, जिन्होंने 1 साल में 15% से ज्यादा रिटर्न दिया है. इनमें सबसे ज्यादा मुनाफा देने वाले फंड का एक साल का रिटर्न लगभग 20% रहा है. एक हाइब्रिड फंड्स के लिए इतना रिटर्न काफी अच्छा माना जा सकता है. खास तौर पर बाजार में गिरावट के माहौल को देखते हुए यह वाकई बढ़िया प्रदर्शन है.
1 साल में सबसे ज्यादा रिटर्न देने वाले 8 मल्टी एसेट फंड
स्कीम का नाम / 1 साल का औसत सालाना रिटर्न
1. WhiteOak Capital Multi Asset Allocation Fund - Direct Plan : 19.66 %
2. DSP Multi Asset Allocation Fund - Direct Plan : 17.23 %
3. ICICI Prudential Multi Asset Fund - Direct Plan : 16.11 %
4. Nippon India Multi Asset Allocation Fund - Direct Plan :15.98 %
5. Aditya Birla Sun Life Multi Asset Allocation Fund - Direct Plan : 15.81 %
6. UTI Multi Asset Allocation Fund - Direct Plan : 15.45 %
7. Bandhan Multi Asset Allocation Fund - Direct Plan : 15.39 %
8. Axis Multi Asset Allocation Fund - Direct Plan : 15.10 %
मल्टी एसेट एलोकेशन फंड्स का लॉन्ग टर्म रिटर्न
मल्टी एसेट एलोकेशन फंड्स का लॉन्ग टर्म रिटर्न देखने से पता चलता है कि लंबी अवधि के निवेश के लिए भी यह काफी बेहतर विकल्प हो सकते हैं. टॉप 5 मल्टी एसेट एलोकेशन फंड्स के पिछले 5 साल के रिटर्न के आंकड़े इस बात की गवाही दे रहे हैं.
5 साल में सबसे ज्यादा रिटर्न देने वाले टॉप 5 मल्टी एसेट फंड
स्कीम का नाम / 5 साल का औसत सालाना रिटर्न
1. Quant Multi Asset Fund - Direct Plan : 27.78 %
2. ICICI Prudential Multi Asset Fund - Direct Plan : 21.68 %
3. UTI Multi Asset Allocation Fund - Direct Plan : 15.84 %
4. HDFC Multi Asset Fund - Direct Plan : 15.70 %
5. SBI Multi Asset Allocation Fund - Direct Plan : 14.39 %
(सोर्स : AMFI)
मल्टी एसेट फंड्स की इनवेस्टमेंट स्ट्रैटजी
मल्टी एसेट एलोकेशन फंड्स की निवेश रणनीति में निवेशकों को हमेशा स्टेबल और बैलेंस्ड रिटर्न देने पर जोर दिया जाता है. अपने इस मकसद को हासिल करने के लिए ये फंड इक्विटी और डेट के अलावा गोल्ड, सिल्वर, रियल एस्टेट इन्वेस्टमेंट ट्रस्ट्स (REITs) और इंफ्रास्ट्रक्चर इन्वेस्टमेंट ट्रस्ट्स (InvITs) में भी पैसे लगाते हैं. इक्विटी, डेट और गोल्ड में इनका निवेश कम से कम 10-10% होता है. ऐसी निवेश रणनीति और अल-अलग एसेट क्लास में बंटे पोर्टफोलियो की वजह से ये फंड बाजार में तेज उतार-चढ़ाव के दौरान भी बेहतर रिटर्न देने में सफल होते हैं. साथ ही ये फंड कम रिस्क में बेहतर रिटर्न के लिए बाजार के हालात और ट्रेंड्स को ध्यान में रखते हुए अपने एसेट एलोकेशन में बदलाव भी करते रहते हैं.
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किनके लिए सही हैं मल्टी एसेट एलोकेशन फंड
ऐसे इनवेस्टर मल्टी एसेट एलोकेशन फंड में निवेश करने की सोच सकते हैं, जो बाजार की अस्थिरता के दौरान स्टेबल रिटर्न चाहते हैं और इसके लिए अपने पोर्टफोलियो में हर एसेट क्लास को जगह देना चाहते हैं. खास तौर पर ऐसे छोटे निवेशक, जो डायवर्सिफाइड पोर्टफोलियो तैयार करने के लिए ज्यादा बड़ी रकम नहीं लगा सकते, मल्टी एसेट फंड पर विचार कर सकते हैं. हालांकि स्टेबल रिटर्न देने की क्षमता के बावजूद इक्विटी में एक्सपोजर और दूसरे एसेट्स के बाजार की परिस्थितियों से प्रभावित होने के कारण ज्यादातर मल्टी एसेट फंड्स का रिस्क लेवल ‘हाई’ या ‘वेरी हाई’ रखा गया है. यानी रिस्क तो इनमें निवेश के साथ भी जुड़ा हुआ है. इसलिए निवेश का फैसला करने से पहले सभी बातों को अच्छी तरह समझ लें.
(डिस्क्लेमर : इस आर्टिकल का उद्देश्य सिर्फ जानकारी देना है, निवेश की सिफारिश करना नहीं. म्यूचुअल फंड के पिछले रिटर्न को भविष्य में वैसे ही प्रदर्शन की गारंटी नहीं माना जा सकता. निवेश का कोई भी फैसला सेबी से मान्यता प्राप्त निवेश सलाहकार की राय लेने के बाद ही करें.)