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Gold Silver Price Today : मंगलवार को सर्राफा बाजार में सोने और चांदी, दोनों ने नई ऊंचाई हासिल कर ली. (Image : Freepik)
Gold Rate Today, Sone Chandi Ka Bhav Aaj Ka :देश के बुलियन मार्केट में सोना और चांदी दोनों ने ही नया इतिहास रच दिया है. मंगलवार को सोने ने 2,700 रुपये की छलांग लगाते हुए 1,18,900 रुपये प्रति 10 ग्राम का स्तर छू लिया. वहीं, चांदी भी 3,220 रुपये उछलकर 1,39,600 रुपये प्रति किलो की रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गई. लगातार गिरते रुपये और ग्लोबल मार्केट में बढ़ती मांग से सोने और चांदी की कीमतों को नया सपोर्ट मिल रहा है.
रुपये की कमजोरी बनी बड़ी वजह
दिल्ली सर्राफा बाजार के आंकड़ों के अनुसार, 99.9 फीसदी प्योरिटी वाला सोना सोमवार को जहां 1,16,200 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था, वहीं मंगलवार को यह सीधा 1,18,900 रुपये तक पहुंच गया. कारोबारियों का कहना है कि रुपये में भारी गिरावट ने सोने की कीमतों को और बढ़ावा मिला है. मंगलवार को रुपया 47 पैसे टूटकर 88.75 के रिकॉर्ड निचले स्तर पर आ गया. अमेरिकी डॉलर के मुकाबले यह गिरावट विदेशी निवेश के लगातार बाहर जाने और अमेरिका में H-1B वीजा फीस बढ़ोतरी की वजह से देखने को मिली.
HDFC सिक्योरिटीज के सीनियर एनालिस्ट - कमोडिटीज, सौमिल गांधी ने कहा, "दिल्ली बाजार में स्पॉट गोल्ड प्राइस एक और रिकॉर्ड हाई पर पहुंच चुका है. कमजोर रुपया घरेलू बुलियन कीमतों को और मजबूती देता है."
ग्लोबल मार्केट में भी चमक
अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी सोने ने नया रिकॉर्ड बनाया है. मंगलवार को स्पॉट गोल्ड 1 फीसदी से ज्यादा चढ़कर 3,791.10 डॉलर प्रति औंस के स्तर पर पहुंच गया. कोटक सिक्योरिटीज की एवीपी कमोडिटी रिसर्च, कायनात चैनवाला ने कहा, "स्पॉट गोल्ड मंगलवार को 3,791 डॉलर प्रति औंस पर पहुंचा. यह तेजी अमेरिकी ब्याज दरों में 2025 में और कटौती की उम्मीदों और चीन के विदेशी गोल्ड रिजर्व को सपोर्ट करने की खबर से आई है."
उन्होंने आगे बताया कि बीते हफ्ते से ही कीमती धातुओं में तेजी का रुख देखने को मिल रहा था. शुक्रवार को एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड्स (ETF) ने 8.61 लाख ट्रॉय औंस गोल्ड अपनी होल्डिंग्स में जोड़ा, जो जनवरी 2022 के बाद सबसे बड़ा इन्फ्लो है. यही नहीं, SPDR Gold Trust की होल्डिंग्स भी 0.60 फीसदी बढ़कर 1,000.57 टन पर पहुंच गई, जो तीन साल से ज्यादा का सबसे ऊंचा स्तर है.
इस साल अब तक 50 फीसदी से ज्यादा उछाल
सोने की कीमतों में इस साल की तेजी ऐतिहासिक है. 31 दिसंबर 2024 को जहां सोना 78,950 रुपये प्रति 10 ग्राम पर था, वहीं अब तक यह करीब 39,950 रुपये बढ़ चुका है. यानी सिर्फ नौ महीनों में इसमें 50.60 फीसदी की बढ़त दर्ज की गई है. चांदी ने भी कमाल दिखाया है. 2024 के अंत में जहां चांदी 89,700 रुपये प्रति किलो थी, अब तक इसमें 49,900 रुपये की उछाल दर्ज की जा चुकी है. यानी यह 55.63 फीसदी चढ़ चुकी है.
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फेडरल रिजर्व की पॉलिसी का असर
ऑगमोंट की हेड रिसर्च रेनीशा चैनानी ने कहा, "सोने की कीमतें नए रिकॉर्ड हाई पर इसलिए भी पहुंची हैं क्योंकि उम्मीद की जा रही है कि अमेरिकी फेडरल रिजर्व इस साल और दरों में कटौती कर सकता है." उन्होंने बताया कि बीते हफ्ते फेड ने इस साल की पहली ब्याज दर कटौती की थी और संकेत दिया था कि श्रम बाजार कमजोर होने की वजह से आगे और भी कटौती हो सकती है. अब बाजार लगभग दो और कटौती की उम्मीद कर रहा है.
रेनीशा ने आगे कहा, "सेंट्रल बैंकों की मजबूत खरीदारी, लगातार ETF इनफ्लो और भू-राजनीतिक तनाव जैसे रूस-यूक्रेन युद्ध और डोनाल्ड ट्रंप की टैरिफ पॉलिसी का असर भी सोने में सुरक्षित निवेश की मांग को बढ़ा रहा है."
चांदी में भी शानदार उछाल
सोने की तरह चांदी ने भी जोरदार छलांग लगाई है. मंगलवार को यह 3,220 रुपये बढ़कर 1,39,600 रुपये प्रति किलो पर पहुंच गई. अंतरराष्ट्रीय बाजार में चांदी 0.57 फीसदी चढ़कर 44.32 डॉलर प्रति औंस पर ट्रेड कर रही थी.
रिलायंस सिक्योरिटीज के सीनियर रिसर्च एनालिस्ट, जिगर त्रिवेदी ने कहा, "चांदी 44 डॉलर प्रति औंस से ऊपर बनी हुई है क्योंकि फेड अधिकारियों ने आगे की दरों में कटौती पर सतर्कता बरतने की बात कही है. वहीं नए गवर्नर स्टीफन मिरान ने चेताया है कि फेड पॉलिसी की स्थिति को सही तरह नहीं समझ रहा और लेबर मार्केट पर रिस्क बढ़ा सकता है."
आगे का रुझान
विश्लेषकों का मानना है कि आने वाले दिनों में फेड चेयर जेरोम पॉवेल का भाषण और अमेरिका के PMI आंकड़े निवेशकों के फैसले में अहम भूमिका निभाएंगे. मिराए एसेट शेयरखान के हेड ऑफ कमोडिटीज एंड करेंसीज, नवीन सिंह ने कहा, "अगले कुछ दिनों में थोड़ी प्रॉफिट बुकिंग देखने को मिल सकती है क्योंकि चेयर पॉवेल का रुख ज्यादा डोविश न हो और PMI आंकड़े भी भरोसा दिलाने वाले हों."
(With PTI Inputs)