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Gold Silver Price Today : सोमवार को सर्राफा बाजार में चांदी ने नई ऊंचाई छू लिया, जबकि सोने में गिरावट देखने को मिली. (Image : Freepik)
Gold Rate Today, Sone Chandi Ka Bhav Aaj Ka:सोमवार को घरेलू सर्राफा बाजार में चांदी की कीमत में जोरदार उछाल देखने को मिला और यह 1,000 रुपये चढ़कर 1,08,100 रुपये प्रति किलो के नए ऑल टाइम हाई लेवल पर पहुंच गई. वहीं दूसरी ओर, सोने की कीमत में गिरावट देखने को मिली और यह 280 रुपये टूटकर 97,780 रुपये प्रति 10 ग्राम पर आ गया. बाजार में यह बदलाव ग्लोबल इंडिकेटर्स, डॉलर की कमजोरी और निवेशकों की मांग से प्रभावित हुआ है.
चांदी ने तोड़े पुराने रिकॉर्ड
ऑल इंडिया सर्राफा एसोसिएशन के अनुसार, शनिवार को चांदी 1,07,100 रुपये प्रति किलो पर स्थिर रही थी, जबकि शुक्रवार को इसमें 3,000 रुपये की तेज बढ़त देखी गई थी. सोमवार को एक बार फिर चांदी की कीमत में 1,000 रुपये की बढ़त आई, जिससे यह 1,08,100 रुपये प्रति किलो पर पहुंच गई. विशेषज्ञों का कहना है कि चांदी में यह तेजी मजबूत निवेश मांग, डॉलर की कमजोरी, भू-राजनीतिक तनाव और इलेक्ट्रिक व्हीकल व सोलर सेक्टर से औद्योगिक मांग के चलते आई है.
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राहुल कालंत्री, वाइस प्रेसिडेंट (कमोडिटीज), मेहता इक्विटीज ने बताया, "चांदी ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर 13 साल का हाइएस्ट लेवल छुआ है और घरेलू बाजार में भी ऑल टाइम हाई बना दिया है. यूरोप में सॉफ्ट इन्फ्लेशन डेटा और ट्रेड ऑप्टिमिज़्म ने चांदी को 36 डॉलर प्रति औंस से ऊपर पहुंचने में मदद की, जिससे लंबे समय से चला आ रहा कंसोलिडेशन टूट गया."
सोने पर अमेरिकी डेटा का असर
सोने की बात करें तो सर्राफा बाजार में सोमवार को 99.9 प्रतिशत प्योरिटी वाला सोना 280 रुपये गिरकर 97,780 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ. इससे पहले शनिवार को भी इसमें 1,630 रुपये की गिरावट आई थी. वहीं, 99.5 प्रतिशत प्योरिटी वाला सोना 250 रुपये टूटकर 97,350 रुपये प्रति 10 ग्राम पर आ गया. अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्पॉट गोल्ड मामूली बढ़कर 3,312.84 डॉलर प्रति औंस पर रहा. हालांकि, सोने पर दबाव बना हुआ है.
HDFC सिक्योरिटीज के सीनियर एनालिस्ट (कमोडिटीज) सौमिल गांधी ने कहा, "सोना फिलहाल अपने रेंज के निचले स्तर पर कंसोलिडेट कर रहा है. अमेरिका और चीन के बीच होने वाली अहम बातचीत से यह उम्मीद बनी है कि दोनों देशों के बीच कुछ विवाद सुलझ सकते हैं, जिससे सेफ हेवन यानी सुरक्षित निवेश के रूप में सोने की मांग थोड़ी कम हो सकती है."
उन्होंने आगे कहा, "इसके अलावा अमेरिका का लेबर डेटा मजबूत रहा है, जिससे फेडरल रिजर्व की पॉलिसी में ढील मिलने की उम्मीद कम हो गई है, और यह भी सोने के लिए एक रुकावट है."
किन फैक्टर्स का पड़ेगा असर
एलकेपी सिक्योरिटीज के वीपी रिसर्च एनालिस्ट (कमोडिटी और करेंसी) जतिन त्रिवेदी ने कहा, "अमेरिका और चीन के बीच चल रही ट्रेड बातचीत को लेकर बढ़ती उम्मीदों के कारण सोने की कीमतों की शुरुआत कमजोर रही, लेकिन बाद में गिरावट पर खरीदारी आने से कीमतों में कुछ सुधार देखा गया." उन्होंने बताया कि सोमवार को एमसीएक्स (MCX) पर सोना लगभग 600 रुपये गिरकर करीब 96,400 रुपये पर खुला, क्योंकि निवेशकों ने मुनाफावसूली की. इसकी वजह यूके में चल रही अमेरिका-चीन की बातचीत से जुड़ी सकारात्मक खबरें रहीं. त्रिवेदी ने आगे कहा कि सोना जब तक एमसीएक्स पर 98,000 रुपये और कॉमेक्स पर 3350 डॉलर के अहम रेजिस्टेंस लेवल को पार नहीं करता, इसकी चाल फिलहाल कमजोर बनी हुई है. उन्होंने कहा कि अगर अमेरिका-चीन बातचीत से कोई निगेटिव नतीजा सामने आता है, तो सोने की सेफ हेवन के रूप में डिमांड फिर से बढ़ सकती है, जिससे कीमतें फिर से 98,000 रुपये तक पहुंच सकती हैं.
आगे क्या रहेगा रुझान?
चांदी में जो तेजी आई है, वह फिलहाल मजबूत दिख रही है क्योंकि इंडस्ट्रियल डिमांड लगातार बनी हुई है. वहीं सोने में गिरावट को लेकर विशेषज्ञों का मानना है कि यह अस्थायी हो सकती है और आने वाले समय में फिर से रिकवरी देखने को मिल सकती है. ऐसे में निवेशकों को सलाह है कि वो किसी भी निर्णय से पहले अपने फाइनेंशियल एडवाइज़र से सलाह जरूर लें और बाजार के ट्रेंड्स पर नजर बनाए रखें. चांदी की चमक फिलहाल कायम है, लेकिन सोने की चाल भी जल्दी बदल सकती है.