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Gold Survey: देश के ज्यादातर युवा अब फिजिकल गोल्ड की तुलना में डिजिटल गोल्ड खरीदना ज्यादा पसंद करते हैं. (Image : Pixabay)
Latest Gold Survey: देश के ज्यादातर युवा अब फिजिकल गोल्ड की तुलना में डिजिटल गोल्ड खरीदना ज्यादा पसंद करते हैं. यह जानकारी फेस्टिव सीजन के दौरान कराए गए एक ताजा सर्वे में सामने आई है. सर्वे के मुताबिक देश के 65% मिलेनियल्स फिजिकल गोल्ड के मुकाबले डिजिटल गोल्ड खरीदना पसंद करते हैं, जबकि 35 साल कम उम्र के लोगों में यह अनुपात 75% से भी ज्यादा है. यह सर्वेक्षण फाइनेंशियल सर्विसेज कंपनी मनीव्यू ने देश में सोने की खरीदारी से जुड़े ताजा रुझान का पता लगाने के लिए कराया है.
सोने को सुरक्षित निवेश मानते हैं 85% से ज्यादा लोग
सर्वे में शामिल 85% से ज्यादा लोगों ने बताया कि वे सोने को वेल्थ को सुरक्षित रखने का जरिया मानते हैं और इस पर उन्हें काफी भरोसा है. सर्वे के मुताबिक 25-40 साल की उम्र के लोग सोने में निवेश करने के लिए फिजिकल और डिजिटल गोल्ड, दोनों पर भरोसा करते हैं. हालांकि डिजिटल इकॉनमी के दौर में डिजिटल गोल्ड का आकर्षण तेजी से बढ़ रहा है. सर्वे में शामिल 70% लोगों ने कहा कि वे सोने को एक सुरक्षित एसेट समझते हैं और इसका उनकी बचत की आदतों पर अच्छा असर पड़ता है.
हाई इनकम ग्रुप में फिजिकल गोल्ड ज्यादा लोकप्रिय
करीब 3000 लोगों के बीच कराए गए इस सर्वे के मुताबिक 65% मिलेनियल्स यानी 25-40 साल के युवाओं ने कहा कि वे पारंपरिक गोल्ड की तुलना में डिजिटल गोल्ड को अधिक पसंद करते हैं. इसका मुख्य कारण डिजिटल गोल्ड की सुविधा और आसानी से उपलब्धता है. सर्वेक्षण में यह भी पाया गया कि हाई इनकम ग्रुप में शामिल लोग अब भी फिजिकल गोल्ड को प्राथमिकता देते हैं, जबकि मध्यम-आय वर्ग यानी मिडिल इनकम ग्रुप तेजी से डिजिटल गोल्ड की ओर बढ़ रहा है.
डिजिटल गोल्ड में फ्रैक्शनल ओनरशिप का लाभ
सोना भारतीयों के लिए एक महत्वपूर्ण निवेश विकल्प रहा है. हालांकि, पारंपरिक सोने में निवेश करने पर आपको भरोसेमंद दुकान ढूंढनी पड़ती है और खरीदे गए गोल्ड को सुरक्षित रखने की व्यवस्था भी करनी पड़ती है. वहीं, डिजिटल गोल्ड में सोने को खरीदते समय उसकी शुद्धता और खरीदने के बाद उसे सुरक्षित रखने की चिंता नहीं करनी पड़ती. साथ ही डिजिटल गोल्ड फ्रैक्शनल ओनरशिप (आंशिक स्वामित्व) की सुविधा भी देता है, जिससे इसे कम लागत में खरीदा जा सकता है. फ्रैक्शनल ओनरशिप के जरिये डिजिटल गोल्ड में आप कम से कम 10 रुपये से भी निवेश शुरू कर सकते हैं. यह सुविधा इसे छोटे निवेशकों के लिए अधिक सुलभ बनाती है. यही वजह है कि फिजिकल गोल्ड छोटे और मिडिल इनकम ग्रुप के लोगों के लिए आकर्षक विकल्प बन गया है. शहरी क्षेत्रों में डिजिटल साक्षरता और इंटरनेट की पहुंच अधिक होने के कारण यहां के युवा डिजिटल गोल्ड को अधिक तेजी से अपना रहे हैं. वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में भी मोबाइल ऐप्स और फिनटेक प्लेटफार्म्स के माध्यम से लोग अब डिजिटल गोल्ड के लाभों से परिचित हो रहे हैं.
सर्वे के अहम नतीजे
- 65% मिलेनियल्स डिजिटल गोल्ड को पसंद करते हैं: युवाओं के बीच डिजिटल गोल्ड की बढ़ती लोकप्रियता की बड़ी वजह इसका सुविधाजनक और आसानी से उपलब्ध होना है.
- हाई इनकम ग्रुप में पारंपरिक गोल्ड की प्राथमिकता: हाई इनकम ग्रुप अब भी बड़े पैमाने पर फिजिकल गोल्ड खरीदने में दिलचस्पी रखता है, जबकि मिडिल इनकम ग्रुप डिजिटल गोल्ड में छोटे-छोटे निवेश की सुविधा की ओर आकर्षित हो रहा है.
- 70% लोगों को सोना एक सुरक्षित निवेश लगता है: सर्वेक्षण में शामिल 70% लोगों का मानना है कि सोना एक सुरक्षित एसेट है जो उनके बचत की आदतों पर सकारात्मक प्रभाव डालता है.
डिजिटल गोल्ड के फायदे
1. सुरक्षित स्टोरेज: डिजिटल गोल्ड के लिए फिजिकल रूप से स्टोरेज की जरूरत नहीं होती. यह 24 कैरेट शुद्ध सोने पर आधारित होता है जिसे सुरक्षित वॉल्ट्स में रखा जाता है.
3. इंश्योर्ड सुरक्षा: डिजिटल प्लेटफार्म्स आपको इंश्योर्ड सुरक्षा प्रदान करते हैं जिससे आपके निवेश का जोखिम कम हो जाता है.
4. लिक्विडिटी: डिजिटल गोल्ड को आप आसानी से नकदी में बदल सकते हैं या बिना अधिक ट्रांजैक्शन लागत या देरी के फिजिकल गोल्ड भी हासिल कर सकते हैं.
मनीव्यू का सर्वे साफ बताता है कि डिजिटल गोल्ड अब एक महत्वपूर्ण निवेश विकल्प बनता जा रहा है. खास तौर पर युवाओं के बीच इसकी लोकप्रियता तेजी से बढ़ती जा रही है. इसके सुरक्षित और सुविधाजनक होने के कारण मिलेनियल्स इसे फिजिकल गोल्ड की तुलना में ज्यादा पसंद कर रहे हैं. जैसे-जैसे फिनटेक प्लेटफार्म्स और इन्नोवेटिव प्रोडक्ट्स का दायरा बढ़ेगा, डिजिटल गोल्ड का महत्व और भी बढ़ेगा, जिससे यह भविष्य में निवेशकों के लिए एक बेहतर विकल्प साबित होगा.