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HDB Financial IPO : 12,500 करोड़ रुपये का यह इश्यू 2025 में अब तक का सबसे बड़ा आईपीओ होगा. (Image: Shutterstock)
HDFC Bank Subsidiary IPO: एचडीबी फाइनेंशियल सर्विसेज (HDB Financial Services) का आईपीओ अगले हफ्ते खुलने वाला है. HDFC बैंक की इस सहयोगी नॉन बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनी (NBFC) के आईपीओ में सब्सक्रिप्शन 25 जून को शुरू होगा. 12,500 करोड़ रुपये का यह मेगा इश्यू इस साल आने वाला अब तक का सबसे बड़ा पब्लिक इश्यू होगा. इस पब्लिक इश्यू के खुलने से पहले एक नजर डालते हैं, इससे जुड़ी 10 बड़ी बातों पर:
1. HDB फाइनेंशियल सर्विसेज के शेयर का प्राइस बैंड
इस इश्यू के लिए शेयर का प्राइस बैंड 700 से 740 रुपये प्रति शेयर तय किया गया है. बाजार विशेषज्ञों की सलाह है कि अगर आप रिटेल निवेशक हैं और ओवरसब्सक्रिप्शन की हालत में भी शेयर पाना चाहते हैं, तो 'कट-ऑफ प्राइस' पर बोली लगाना बेहतर होगा.
2. आईपीओ और लिस्टिंग की तारीखें
HDB फाइनेंशियल सर्विसेज के IPO में सब्सक्रिप्शन मंगलवार 25 जून को खुलेगा और गुरुवार 27 जून को बंद होगा. शेयर अलॉटमेंट की संभावित तारीख 30 जून है, जबकि लिस्टिंग BSE और NSE दोनों एक्सचेंजों पर 2 जुलाई को होने की संभावना है.
3. मिनिमम इनवेस्टमेंट और एप्लिकेशन साइज
HDB फाइनेंशियल सर्विसेज के IPO में रिटेल निवेशक कम से कम 20 शेयरों के लिए आवेदन कर सकते हैं. निचले प्राइस बैंड पर यह निवेश 14,000 रुपये और ऊपरी बैंड पर 14,800 रुपये का होगा. स्मॉल नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स के लिए मिनिमम इनवेस्टमेंट करीब 2.07 लाख रुपये (14 लॉट) और बड़े नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स के लिए 10.06 लाख रुपये (68 लॉट) है.
4. ग्रे मार्केट में दमदार शुरुआत के संकेत
आईपीओ से पहले HDB फाइनेंशियल का ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) 83 रुपये तक पहुंच गया है. जिससे लग रहा है कि बाजार को इसकी मजबूत लिस्टिंग की उम्मीद है. अगर इसे संकेत मानें, तो 740 रुपये के अपर प्राइस बैंड के हिसाब से इसके शेयर 800 रुपये से ऊपर लिस्ट हो सकते हैं.
5. 2025 का अब तक का सबसे बड़ा आईपीओ
HDB फाइनेंशियल सर्विसेज का IPO कुल 12,500 करोड़ रुपये का है, जो इसे 2025 का अब तक का सबसे बड़ा आईपीओ बनाता है. इसके पहले सबसे बड़ा आईपीओ पिछले साल हुंडई मोटर इंडिया का था, जिसका आकार 27,000 करोड़ रुपये था. इस लिहाज से HDB फाइनेंशियल का इश्यू निवेशकों के लिए खास बन गया है.
6. इश्यू का स्ट्रक्चर और HDFC बैंक का रोल
इस आईपीओ में 2,500 करोड़ रुपये का फ्रेश इश्यू शामिल है और बाकी 10,000 करोड़ रुपये का ऑफर फॉर सेल है, जो HDFC बैंक द्वारा किया जा रहा है. फिलहाल HDFC बैंक की HDB फाइनेंशियल में हिस्सेदारी 94.6% है और यह OFS बैंक की कैपिटल ऑप्टिमाइजेशन रणनीति का हिस्सा है.
7. कर्मचारियों और शेयरहोल्डर्स के लिए रिजर्वेशन
HDB फाइनेंशियल सर्विसेज के IPO में कंपनी के एलिजिबल कर्मचारियों और HDFC बैंक के मौजूदा शेयरहोल्डर्स के लिए अलग से कोटा रखा गया है. इससे इन दोनों कैटेगरी के निवेशकों को अलॉटमेंट का बेहतर मौका मिल सकता है.
8. 13 बड़े संस्थानों की टीम संभालेगी इश्यू
इस आईपीओ को मैनेज करने के लिए 13 बड़े ग्लोबल और डोमेस्टिक बुक-रनिंग लीड मैनेजर्स की टीम जिम्मेदार है. इसमें BofA Securities India, Goldman Sachs India, Morgan Stanley, JM Financial और Motilal Oswal जैसे नाम शामिल हैं. रजिस्ट्रार की भूमिका MUFG Intime India (Link Intime) निभा रहा है.
9. भारत के NBFC सेक्टर में अहम खिलाड़ी
HDB फाइनेंशियल सर्विसेज भारत के नॉन-बैंकिंग फाइनेंशियल सेक्टर की एक मजबूत कंपनी है, जो पर्सनल लोन, व्हीकल लोन, गोल्ड लोन और प्रॉपर्टी पर लोन (loans against property) जैसे प्रोडक्ट्स ऑफर करती है. इसका मजबूत नेटवर्क सेमी-अर्बन और ग्रामीण इलाकों तक फैला हुआ है.
10. इश्यू से जुटाई गई रकम का इस्तेमाल
HDB फाइनेंशियल सर्विसेज के इस आईपीओ में शामिल फ्रेश इश्यू से मिली गई रकम का इस्तेमाल कंपनी अपनी कैपिटल एडिक्वेसी बढ़ाने और लोन ग्रोथ के लिए करेगी.
(डिस्क्लेमर : इस आर्टिकल का मकसद सिर्फ जानकारी देना है. निवेश की सिफारिश करना नहीं. शेयर बाजार के साथ रिस्क जुड़ा होता है, इसलिए निवेश का फैसला करने से पहले एक्सपर्ट की सलाह लें.)