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HDFC बैंक ने कर्ज पर वसूली जाने वाली MCLR आधारित ब्याज दरों में कटौती की है. (File Photo : Reuters)
HDFC Bank Lending Rates : देश के सबसे बड़े निजी बैंकों में शामिल एचडीएफसी बैंक ने अपने ग्राहकों को राहत देते हुए कर्ज पर ब्याज दरें घटा दी हैं. बैंक ने मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड्स बेस्ड लेंडिंग रेट (Marginal Cost of Funds-based Lending Rate - MCLR) में बदलाव करते हुए कई अलग-अलग अवधि वाले लोन पर इंटरेस्ट रेट कम कर दिए हैं. नई ब्याज दरें 7 अगस्त 2025 से लागू हो चुकी हैं. अब इन अवधि वाले कर्ज पर ग्राहकों को पहले के मुकाबले थोड़ी राहत मिलने वाली है.
कितनी घटी हैं ब्याज दरें?
एचडीएफसी बैंक ने MCLR को अधिकतम 5 बेसिस प्वाइंट्स तक घटाया है. इसके तहत बैंक का ओवरनाइट और वन मंथ एमसीएलआर 8.60% से घटकर 8.55% हो गया है. तीन महीने की अवधि वाले कर्ज का MCLR भी 8.65% से घटकर 8.60% हो गया है. छह महीने के लिए MCLR अब 8.75% के बजाय 8.70% होगा.
सबसे अहम बदलाव एक साल के लोन पर हुआ है, जहां ब्याज दर 9.05% से घटकर 8.75% हो गई है. यानी यहां सीधे 30 बेसिस प्वाइंट्स की कटौती हुई है. हालांकि दो साल के लोन पर कोई बदलाव नहीं किया गया है और यह 8.75% पर बरकरार है. तीन साल की अवधि के लोन पर MCLR 8.80% से घटकर 8.75% हो गया है.
अब कितने टेन्योर के लोन पर कितना लगेगा ब्याज?
लेंडिंग रेट यानी कर्ज पर वसूली जाने वाली दरों में कटौती के बाद लागू HDFC बैंक की नई ब्याज दरें इस तरह हैं:
ओवरनाइट और 1 महीने का MCLR : 8.55%
3 महीने का MCLR : 8.60%
6 महीने का MCLR : 8.70%
1 साल का MCLR : 8.75%,
2 साल का MCLR : 8.75%
3 साल का MCLR : 8.75%.
MCLR क्या होता है और क्यों मायने रखता है?
MCLR वह मिनिमम इंटरेस्ट रेट यानी न्यूनतम ब्याज दर है जिस पर बैंक किसी ग्राहक को लोन दे सकता है. इसे आरबीआई ने 2016 में लागू किया था ताकि बैंकों की कर्ज देने की दरें ज्यादा पारदर्शी और बाजार आधारित हों. आपके लोन की EMI इसी रेट के आधार पर तय होती है. अगर बैंक MCLR घटाता है तो इसका सीधा फायदा उन ग्राहकों को होता है जिनके लोन इस रेट से जुड़े होते हैं.
RBI ने नहीं बदला रेपो रेट
गौर करने वाली बात यह भी है कि रिजर्व बैंक ने 6 अगस्त 2025 को हुई मॉनेटरी पॉलिसी कमेटी की बैठक में रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं करने का फैसला किया. हालांकि फरवरी से अब तक RBI कुल मिलाकर रेपो रेट में 1% यानी 100 बेसिस प्वाइंट्स की कटौती कर चुका है.
होम लोन पर क्या असर पड़ेगा?
एचडीएफसी बैंक के होम लोन सीधे-सीधे रेपो रेट से जुड़े होते हैं. बैंक फिलहाल सैलरीड और सेल्फ-एंप्लॉयड ग्राहकों के लिए 7.90% से लेकर 13.20% तक के ब्याज दर पर होम लोन दे रहा है. चूंकि MCLR में कमी आई है, इसलिए उम्मीद है कि आने वाले समय में कुछ और लोन प्रोडक्ट्स पर भी ब्याज दरें सस्ती हो सकती हैं.