/financial-express-hindi/media/media_files/2025/01/22/EwWVKQHWt5ASIcZAGn9a.jpg)
HDFC Bank ने अपने लेंडिंग इंटरेस्ट रेट में कटौती की है. (File Photo : Reuters)
HDFC Bank Lending Rate : एचडीएफसी बैंक ने अपने लेंडिंग इंटरेस्ट रेट यानी ग्राहकों से वसूली जाने वाली ब्याज दर में कटौती की है. इस कटौती के तहत बैंक ने मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड्स बेस्ड लेंडिंग रेट (MCLR) को 5 बेसिस पॉइंट्स (bps) कम कर दिया है. 2 साल की अवधि वाले लोन के लिए लागू यह नई ब्याज दर 7 मार्च 2025 से लागू हो गयी है. हालांकि बाकी टेन्योर वाले लोन के लिए HDFC बैंक की MCLR दरों में कोई बदलाव नहीं किया गया है.
किस लोन टेन्योर पर घटी ब्याज दर?
HDFC बैंक ने केवल 2 साल की अवधि वाले लोन पर MCLR को 9.45% से घटाकर 9.40% किया है. वहीं, 1 महीने की MCLR 9.20% पर और 3 महीने की MCLR 9.30% पर बनी हुई है. इसी तरह, 6 महीने और 1 साल की MCLR भी पहले की तरह 9.40% ही बनी रहेगी. 3 साल के लोन के लिए भी MCLR को 9.45% पर स्थिर रखा गया है.
MCLR क्या होता है?
मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड बेस्ड लेंडिंग रेट (MCLR) वह न्यूनतम ब्याज दर होती है, जिस पर कोई बैंक अपने ग्राहकों को लोन देता है. यह दर तय करती है कि बैंक किसी लोन लेने वाले से कम से कम कितना ब्याज वसूल सकता है. भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने 2016 में MCLR सिस्टम को लागू किया था ताकि लोन पर वसूली जाने वाली ब्याज दरों में पारदर्शिता बनी रहे और बैंक बिना वजह अधिक ब्याज न वसूल सकें. MCLR सिस्टम से जुड़ी होम लोन, पर्सनल लोन और ऑटो लोन जैसी फ्लोटिंग दरों वाले लोन की ब्याज दरें भी इस बदलाव से प्रभावित होती हैं.यानी जब बैंक MCLR घटाता है, तो उन ग्राहकों को फायदा होता है, जिनके लोन MCLR से जुड़े होते हैं.
एचडीएफसी बैंक का बेस रेट और बेंचमार्क PLR
HDFC बैंक ने बेस रेट को 9.45% पर बनाए रखा है, जो 9 सितंबर 2024 से ही लागू है. वहीं, बैंक का बेंचमार्क प्राइम लेंडिंग रेट (BPLR) 17.95% है, जो 9 सितंबर 2024 में लागू किया गया था.
HDFC बैंक की होम लोन की दरें कितनी हैं?
एचडीएफसी बैंक के होम लोन ब्याज दरें रेपो रेट से जुड़ी हैं, इसलिए वे पूरे लोन की अवधि के दौरान बदलती रहती हैं. आम तौर पर सैलरीड और सेल्फ एंप्लॉयड कस्टमर्स के लिए HDFC बैंक की होम लोन की ब्याज दरें 9.40% से 9.95% के बीच हैं. वहीं, स्पेशल कैटेगरी के ग्राहकों के लिए ब्याज दरें 8.70% से 9.55% के बीच हैं. बैंक द्वारा निर्धारित यह ब्याज दर उन ग्राहकों के लिए लागू होती है, जिनका क्रेडिट स्कोर मजबूत होता है, जिनकी इनकम स्टेबल होती है और जो बैंक द्वारा तय किए गए दूसरे स्टैंडर्ड्स को पूरा करते हैं.
क्या लोन लेना होगा सस्ता?
एचडीएफसी बैंक द्वारा 2 साल की MCLR में कटौती से उन ग्राहकों को राहत मिल सकती है, जिनका लोन दो साल का है. लेकिन बाकी सभी टेन्योर पर ब्याज दरें पहले जैसी ही बनी हुई हैं.