/financial-express-hindi/media/media_files/2025/07/07/nippon-india-top-performing-mutual-funds-freepik-2025-07-07-19-37-17.jpg)
HDFC Flexi Cap Fund CAGR returns : इस फंड ने लॉन्च के बाद से लम्प सम निवेश पर करीब 19 फीसदी सालाना रिटर्न दिया है. (Freepik)
HDFC Flexi Cap Fund Wealth Creation Story : एचडीएफसी म्यूचुअल फंड ( HDFC Mutual Fund ) का फ्लेक्सी कैप फंड नया साल शुरू होते ही 31 साल का हो जाएगा. इसका रेगुलर प्लान 1 जनवरी 1995 में शुरू हुआ था. तकरीबन इन 31 सालों में यह फंड रिटर्न चार्ट के आलटाइम विनर में साबित रहा है. इस फंड ने लॉन्च के बाद से लम्प सम निवेश (Lump Sum Returns) पर करीब 19 फीसदी सालाना और एसआईपी ( SIP Returns) करने पर 21 फीसदी सालाना से ज्यादा रिटर्न दिया है. इस फंड के 30 साल के डाटा देखें तो इसमें 1,000 रुपये की 30 साल की गई एसआईपी ( SIP to ₹2 Crore ) की वैल्यू 2 करोड़ रुपये हो गई.
एचडीएफसी फ्लेक्सी कैप फंड ( HDFC Flexi Cap Fund ) का एसेट अंडर मैनेजमेंट (AUM) बढ़कर 85,559.59 करोड़ रुपये हो गया है. यह AUM के मामले में एचडीएफसी म्यूचुअल फंड की दूसरी सबसे बड़ी और ओवरआल तीसरी सबसे बड़ी इक्विटी स्कीम है. इस फंड का एक्सपेंस रेश्यो 1.37 फीसदी है. यह फंड मार्केट कैप की क्राइटेरिया से फ्री है और हर मार्केट कैप यानी लार्ज-कैप, मिड-कैप और स्मॉल-कैप कंपनियों में निवेश करता है (Diversified Equity Fund).
Aadhaar : आधार किन कामों के लिए जरूरी, क्या जन्मतिथि और नागरिकता का है प्रूफ? दूर करें हर कनफ्यूजन
फंड का लम्प सम प्रदर्शन (Lump Sum Performance )
लॉन्च डेट : 1 जनवरी, 1995
लॉन्च के बाद से रिटर्न : 18.80% CAGR
स्कीम शुरू होने पर वन टाइम इन्वेस्टमेंट : 1,00,000 रुपये
अब निवेश की वैल्यू : 2,00,29,980 रुपये ( ₹2 Crore Wealth Creation )
(Source : Fact Sheet)
फंड का SIP प्रदर्शन ( SIP Performance / Long Term SIP )
वैल्यू रिसर्च पर एसआईपी (SIP) के आंकड़े 30 साल के उपलब्ध हैं, जिस दौरान फंड ने 21.33 फीसदी CAGR रिटर्न दिया. (Highest return flexi cap mutual fund in India)
30 साल में SIP रिटर्न : 21.33% CAGR
मंथली एसआईपी अमाउंट : 1,000 रुपये
30 साल में कुल निवेश : 3,60,000 रुपये
30 साल बाद एसआईपी की वैल्यू : 2,06,05,214 रुपये ( SIP to Crorepati / Compounding Returns )
(Source : वैल्यू रिसर्च)
Mutual Fund में निवेश होगा सस्ता! SEBI के नए एक्सपेंस रेश्यो नियमों से निवेशकों को बड़ा फायदा
निवेश रणनीति (Investment Strategy & Portfolio Allocation )
एचडीएफसी फ्लेक्सी कैप फंड हर मार्केट कैप यानी लार्ज-कैप, मिड-कैप और स्मॉल-कैप कंपनियों में इनवेस्ट करने वाली डायनैमिक इक्विटी स्कीम (Flexi Cap Fund Strategy) है.
ये फंड मजबूत और बेहतर क्वालिटी वाली कंपनियों पर फोकस करता है ( High Quality Stocks / Value Investing ). साथ ही निवेश की रणनीति सही वैल्यूएशन पर पैसे लगाने और लॉन्ग-टर्म पोजिशनिंग पर आधारित है ( Long Term Investing / Value + Growth Strategy ).
निवेश के लिए उन कंपनियों को प्राथमिकता दी जाती है जो मिड से लॉन्ग टर्म में मजबूत ग्रोथ ड्राइवर्स होती हैं ( Growth Stocks ). वहीं, जिनके शेयर आकर्षक वैल्यूएशन पर मिल रहे हों.
यह फंड उन निवेशकों के लिए बेहतर विकल्प है, जो एक ही पोर्टफोलियो में हर मार्केट कैप वाली कंपनियों में निवेश करना चाहते हैं ( Best Flexi Cap Fund for Beginners & Long Term Investors ). वहीं जो निवेशक अपने पोर्टफोलियो में डाइवर्सिफिकेशन चाहते हैं ( Diversified Portfolio Advantage ).
SIP करते हो गए 12 से 15 महीने लेकिन रिजल्ट मिला जीरो, आप कहां कर रहे हैं गलती? कैसे ठीक करें
फंड के बारे में डिटेल
NAV (29 अक्टूबर, 2025) : 2,091.18 रुपये 
कुल AUM (30 सितंबर, 2025) : 85,559.59 करोड़ रुपये 
एक्सपेंस रेश्यो (31 अगस्त, 2025) : 1.37 फीसदी
बेंचमार्क : NIFTY 500 TRI
फंड मैनेजर : रोशी जैन, ध्रुव मुच्छल  
स्टैंडर्ड डेविएशन : 11.223%
Beta : 0.806
शार्प रेश्यो : 1.317
पोर्टफोलियो में टॉप 10 : एक से बढ़कर एक स्टॉक
ICICI Bank : 9.21%
HDFC Bank : 8.36%
Axis Bank : 6.89%
Maruti Suzuki India : 4.51%
SBI Life Insurance Company : 4.41%
SBI : 4.21%
Kotak Mahindra Bank : 4.19%
Cipla : 4.07%
HCL Technologies : 2.93%
Hyundai Motor India : 2.70%
(Source : Fact Sheet, 31 अगस्त 2025 तक का डाटा)
पोर्टफोलियो में टॉप 10 सेक्टर
फाइनेंशियल सर्विसेज : 38.7%
ऑटोमोबाइल एंड ऑटो कंपोनेंट : 14.9%
हेल्थकेयर : 9.1%
इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी : 5.9%
मेटल्स एंड माइनिंग : 4.0%
कंज्यूमर सर्विसेज : 2.7%
टेलिकम्युनिकेशन : 2.5%
पावर : 2.0%
कंस्ट्रक्शन मैटेरियल्स : 1.8%
कंज्यूमर ड्यूरेबल्स : 1.4%
(Source : Fact Sheet, , 31 अगस्त 2025 तक का डाटा)
HDFC Flexi Cap Fund : रिस्क मैनेजमेंट
रेगुलेटरी और इंटर्नल रिस्क गाइडलाइन्स का पालन.
क्वांटिटेटिव और क्वॉलिटेटिव रिसर्च पर आधारित इन्वेस्टमेंट प्रॉसेस.
पोर्टफोलियो तैयार करते पर स्ट्रैटेजिक पोजिशनिंग पर जोर.
मार्केट कैपिटलाइजेशन में फ्लेक्सिबिलिटी और सेक्टर्स में डायवर्सिफिकेशन.
(सोर्स : फैक्ट शीट)
(नोट : किसी भी इक्विटी फंड में पुराना रिटर्न आगे भी जारी रहेगा या नहीं, इसकी गारंटी नहीं है. यह भविष्य में कायम भी रह सकता है और नहीं भी. बाजार में जोखिम होते हैं, इसलिए निवेश के पहले एक्सपर्ट की सलाह लें.)
/financial-express-hindi/media/agency_attachments/PJD59wtzyQ2B4fdzFqpn.png)
/financial-express-hindi/media/member_avatars/RsG3L7DqXrOWG11NtQsz.jpeg )
 Follow Us
 Follow Us