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HDFC Top 100 Fund ने निवेशकों को लॉन्च से अब तक मल्टीबैगर रिटर्न दिए हैं. (Image : Pixabay)
HDFC Mutual Fund Large Cap Scheme : एचडीएफसी म्यूचुअल फंड की लार्ज कैप स्कीम एचडीएफसी टॉप 100 फंड (HDFC Top 100 Fund) एक ओपन एंडेड इक्विटी स्कीम है, जिसने निवेशकों को लॉन्च से अब तक मल्टीबैगर रिटर्न दिए हैं. इस फंड ने एकमुश्त निवेश और सिस्टेमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) दोनों पर निवेशकों को मालामाल करने वाला मुनाफा दिया है. अगर किसी ने इस स्कीम की शुरुआत में 1 लाख रुपये के एकमुश्त निवेश के साथ 4000 रुपये की मंथली SIP शुरू की होगी, तो उसकी मौजूदा फंड वैल्यू 5 करोड़ रुपये से भी ज्यादा हो गई होगी. जबकि इस दौरान उसका अपना निवेश 15 लाख रुपये से भी कम रहा होगा. इस मल्टीबैगर रिटर्न का कैलकुलेशन हम आगे देखेंगे, लेकिन पहले जानते हैं इस स्कीम की खास बातें.
HDFC Top 100 Fund में क्या है खास
HDFC Top 100 Fund एक ओपन-एंडेड लार्ज कैप डायवर्सिफाइड इक्विटी स्कीम है, जो मुख्य रूप से लार्ज कैप स्टॉक्स में निवेश करती है. इस स्कीम का उद्देश्य लॉन्ग टर्म कैपिटल एप्रिसिएशन प्रदान करना है. यह फंड कम से कम 80% निवेश लार्ज कैप कंपनियों में करता है, जो भारतीय बाजार की सबसे बड़ी 100 कंपनियां होती हैं.
लार्ज कैप कंपनियों में निवेश क्यों?
लार्ज कैप कंपनियां वे होती हैं जो बड़े पैमाने पर स्थापित होती हैं और लंबे समय से कारोबार में होती हैं. ये कंपनियाँ बाजार के विभिन्न उतार-चढ़ावों को झेलने में सक्षम होती हैं और अर्थव्यवस्था के अलग-अलग साइकल में भी स्टेबल बनी रहती हैं. इसके अलावा, लार्ज कैप कंपनियां अपने आकार के कारण लागत में बचत (economies of scale) का भी फायदा उठाती हैं, जो उन्हें अन्य कंपनियों की तुलना में बेहतर स्थिति में रखता है.
कैसे बना 5 करोड़ रुपये का फंड?
अगर आप इस फंड में 4000 रुपये की मंथली SIP करते हैं और इसे 28 साल तक जारी रखते हैं, तो निवेश पर सालाना 19.24% रिटर्न की दर से यह निवेश 5 करोड़ रुपये तक पहुंच सकता है. इस फंड में एकमुश्त निवेश और SIP के संयुक्त निवेश से आप 5.15 करोड़ रुपये का फंड बना सकते हैं.
कैलकुलेशन : ऐसे बना 5.15 करोड़ का फंड
- एकमुश्त निवेश: 1 लाख रुपये
- मंथली SIP: 4000 रुपये
- निवेश की अवधि: 28 साल
- 28 साल में कुल निवेश (एकमुश्त + SIP) : 14,44,000 रुपये (14.44 लाख रुपये)
- 28 साल बाद फंड वैल्यू : 5,14,54,188 रुपये (5.15 करोड़ रुपये)
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HDFC Top 100 Fund की बड़ी बातें
- स्कीम शुरु होने की तारीख: 11 अक्टूबर 1996
- बेंचमार्क: NIFTY 100 Total Return Index
- लॉन्च के बाद से अब तक सालाना रिटर्न (CAGR): 19.32%
- रिस्क लेवल: बहुत अधिक (Very High Risk)
- एसेट्स अंडर मैनेजमेंट (AUM): 37,562.33 करोड़ रुपये (4 अक्टूबर 2024 तक)
- फंड मैनेजर : राहुल बैजल (फंड मैनेजमेंट और इक्विटी रिसर्च में 21 साल का अनुभव)
एक्सपेंस रेशियो (Expense Ratio):
- रेगुलर प्लान: 1.60%
- डायरेक्ट प्लान: 1.00%
एसेट एलोकेशन और टॉप होल्डिंग्स
HDFC Top 100 Fund के मौजूदा एसेट एलोकेशन में इक्विटी का हिस्सा 96.96% और कैश और कैश जैसे एसेट्स का हिस्सा 3.04% है. फंड का 100% इक्विटी निवेश लार्जकैप में है, जिसमें देश की कुछ सबसे बड़ी और प्रतिष्ठित कंपनियां शामिल हैं. इसमें भी 84.6% शेयर जॉयंट कही जाने वाली कंपनियों (Giants) के हैं, जो टोटल मार्केट कैप के टॉप 50% में आती हैं.
टॉप 5 होल्डिंग्स
- ICICI Bank: 9.77%
- HDFC Bank: 8.72%
- NTPC: 6.02%
- Larsen & Toubro: 5.71%
- Bharti Airtel: 5.01%
फंड की निवेश रणनीति
HDFC Top 100 Fund की निवेश रणनीति का मुख्य उद्देश्य लंबी अवधि के लिए पूंजी वृद्धि करना है. यह फंड मुख्य रूप से लार्ज कैप कंपनियों में निवेश करता है, जिनका पोर्टफोलियो में कम से कम 80% हिस्सा होता है. यह फंड अलग-अलग सेक्टर्स में डायवर्सिफिकेशन बनाए रखता है, ताकि रिस्क कम किया जा सके और रिटर्न बेहतर हो.
क्या यह स्कीम आपके लिए सही है?
HDFC Top 100 Fund उन निवेशकों के लिए सही विकल्प है, जो लॉन्ग टर्म वेल्थ क्रिएशन की तलाश में हैं और मुख्य रूप से लार्ज कैप कंपनियों में निवेश करना चाहते हैं. इस फंड में निवेश करने से आपको अपनी पूंजी को बढ़ाने का मौका मिलेगा. यह फंड लार्ज कैप कंपनियों में निवेश करने की वजह से न सिर्फ स्थिरता देता है बल्कि इसमें हाई रिटर्न की संभावना भी रहती है. यह फंड समय के साथ इंफ्लेशन (inflation) से बेहतर रिटर्न देने की क्षमता रखता है. अगर आप कम जोखिम में अच्छा रिटर्न चाहते हैं, तो यह फंड आपके लिए सही विकल्प हो सकता है. लेकिन अगर आप 5 साल से कम समय के लिए निवेश करना चाहते हैं, तो यह फंड आपके लिए सही विकल्प नहीं है, क्योंकि इक्विटी फंड्स में शॉर्ट टर्म निवेश पर रिस्क अधिक होता है.
(डिस्क्लेमर: इस लेख का मकसद सिर्फ जानकारी मुहैया कराना है, किसी फंड में निवेश की सलाह देना नहीं. इक्विटी म्यूचुअल फंड्स में किए गए निवेश पर शेयर बाजार के उतार-चढ़ाव का सीधा असर पड़ता है. निवेश का कोई भी फैसला अपने निवेश सलाहकार की राय लेकर ही करें.)